Page 13 - NIS Hindi 16-31 May 2023
P. 13
चल पड़़े जिधर दो डग, मग में, चल पड़़े कोटि पग उसी ओर
गड़ गई जिधर भी एक दृष्टि, गड़ गए कोटि दृग उसी ओर
जादली के पूिे आंदोलन औि पूज्र् बापू नौ वषषों में देश ने जो हानसल नकर्ा है वह जनभागलीदािली-जन शस्क्त
महात्मा गांधली के व्र्स्क्तत्व को समनपयात कली तप्कर्ा का हली परिणाम है। इस दौिान देश में अनेक बड़े काम
नवख्र्ात कनव सोहन लाल नविवेदली कली हुए हैं। इनमें से अनेक अनभर्ान ऐसे हैं नजनके मूल में व्र्वहािगत
आ कनवता उस साम्थ्र्या को प्रकट कितली बदलाव है। र्ह ऐसा कन्ठन काम होता है नजसमें िाजनेता हाथ लगाने
है, नजसे बलीते नौ वषषों में देश ने किके नदखार्ा है। चुनौनतर्ों से कली नहम्मत नहीं किता है। लेनकन प्रधानमंत्रली मोदली कली कार्शैलली
या
जूझकि देश को आगे बढ़ाने में मौजूदा नेतृत्व नकस तिह भिोसेमंद औि सोच िाजनलीनत से अनधक जन नलीनत से जुड़ली है। र्हली कािण है
ें
है, चंद वषषों का र्हली इनतहास भनवष्र् के ‘नए भाित’ के प्रनत देश नक कद् सिकाि कली र्ोजनाओं औि नलीनतर्ों से उन्होंने समाज कली
के संकल्प को नई नदशा देता है नक ‘साथ नमलकि जलीतेंगे हम।’ मूलभूत चलीजों में परिवतयान लाने का प्रर्ास नकर्ा है औि उन्हें जलीवन
दिअसल, बलीते नौ वषषों में सेवा हली संकल्प औि कतयाव्र् पथ पि के नलए जरूिली सुिक्षा चक्र मुहैर्ा किार्ा है।
बढ़ते िहने कली सोच ने हली पुिानली धािणाओं को तोड़ नवकास के नए बलीते 9 वषषों में भाित का मान देश औि दुननर्ा में बढ़ा है औि एक
पथ का ननमायाण नकर्ा है। प्रधानमंत्रली निद् मोदली के नेतृत्व में नजस भिोसेमंद ललीिि के तौि पि उभिा है। रूस-र्क्रेन र्ुद्ध के संकट
ें
ू
तिह से बलीते 9 वषषों में अंनतम व्र्स्क्त तक लाभ पहुंचाने औि सहली काल में ऑपिेशन गंगा, ग्लासगो में कॉप-26 औि शमया-अल-शेख
मार्ने में आजादली का अहसास किाने कली पहल हुई है, उसने पत्थि में कॉप-27 कली बै्ठक में नवकासशलील देशों कली मुखि आवाज बनकि
पि एक ऐसली लकलीि खींच दली है जो आजादली के अमृत काल से शुरू भाित उभिा है। संर्ुक्त िाष्ट्, नबम्सटेक, जली-20 जैसे अंतििाष्ट्लीर्
होकि ्कवनणयाम वषया तक कली र्ात्रा में नए भाित कली नई तकदलीि नलखने मंचों पि भाित कली तिि दुननर्ा कली ननगाह, इसकली ताजा नमसाल
वालली है। भाित कली महान सं्ककृनत कली र्हली नवशेषता है नक र्ह देश है। इस वषया जली-20 कली अध्र्क्षता कि िहा भाित नव्चव को देश कली
िाज व्र्व्कथाओं से नहीं बना है। इस देश में हजािों वषया के लंबे सं्ककृनत के साथ-साथ साम्थ्र्या कली भली अनुभूनत किा िहा है।
कालखंि से जन-साम्थ्र्या को लेकि चलने कली पिंपिा िहली है। बलीते वसुधैव कुटुंबकम् कली भावना के साथ संकट कली घड़ली में पड़ोसली
न््ययू इंडि्या समाचार 16-31 मई 2023 11