Page 17 - NIS Hindi 01-15 July 2022
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आिरण करा     कौशल भारि, कुशल भारि







                                                      द्शक्ा हो या सवास्थय, श्म हो या उद्ोग जगत,

                                                      गांव हो या शहर, सरकार हो या कॉरपोरेट,

                                                      तकनीक और द्नत नए कौशल का द्वकास
                                                      राष्ट्र-समाज से जुडछे हर क्ेत् में अद्नवाय्भ शत्भ

                                                      बन गई है। कोद्वड के बाद की दुद्नया में इसकी
                                                      महत्ता और अद्धक बढ़ गई है। इसद्लए दुद्नया

                                                      की सबसे अद्धक युवा आबादी वाले रारत ने

                                                      कौशल क्मता के द्वकास को नई द्दशा दी है,
                                                      जहां हुनर से अपनी द्जंदगी संवार कर राष्ट्र का

                                                      युवा अपने द्लए द्वकास और उन्नद्त के द्ार
                                                      िोल रहे हैं। सा् ही, ससकल, रर-ससकल और

                                                      अप-ससकल करोडों युवाओं और कमजोर वग्भ

                                                      के द्लए कौशल के सा् रोजगार का एक मंत्
                                                      बन गया है। ‘कौशल रारत द्मशन’ युवाओं

                                                      को बेहतरीन मानव संसाधन के रूप में बदल

                                                      रहा है, कौशल को नई पहचान द्दलाई है और
                                                      आतमद्नर्भर रारत का संकलप हो रहा साकार,

                                                      द्जसकी नींव 7 वर््भ पहले 15 जुलाई को द्वशव

                                                      युवा कौशल द्दवस के अवसर पर दीघ्भकाद्लक
                                                      सोच के सा् राष्ट्र ने रि दी ्ी…...










                                                                                               ्
                                                                              ्
                         समय िपता की मौत के बाद से मेरे        का काम करती हं। अब मैं और मेरा परा पररवार बहुत
                         घर की आिथमाक स्थित चरमरा गई           िुश है कयोंिक यहां मुझे अच्ा वेतन िमल रहा है और
                         थी। घर में दो बहनें भी हैं जो मक-     लोगों को प्रिशिषित करने का अवसर भी।  सुकन  औि
                                                                                                       कू
                                                   ्
        अ बिधर है। हम बहुत परेशान थे। ििर                      आतमनवशवास  से  भिली  रह  अनभवरस्कत  है  जममू-कशमलीि  के
         मैंने जन िशषिण सं्थान के बारे में सुना जो िजला ्तर    कुपवाड़ा कली रुवतली नलीलोफि कली, नजनके परिवाि को कौशल
         पर कौशल िवकास का प्रिशषिण कराती है। वहां जाकर         नवकास अनभरान ने नई नदशा दली है। इसली तिह हरिराणा कली
         मैंने िैशन िडजाइिनंग का कोसमा िकया। अब उसी कौशल       िहने वालली पूजा िानली अट्पतालों में मिलीजों कली देखभाल किने

                        ्
         िवकास केंद्र पर मक-बिधरों को कौशल प्रिशषिण देने       का प्रनशक्ण लेकि जलीवन को आगे बढ़ा िहली हैं तो इमिान




                                                                                    न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 जुलाई 2022 15
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