Page 29 - NIS - Hindi 16-30 June, 2022
P. 29
आवरण कथा नवशव पटल पर भारत
भारत की योग की प्राचीन, समृद्ध परुंपरा को वैलविक पहचान
संयुक्त राष्ट संघ सुरषिा
रे
ददलाई। दुलनया न 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग ददवस क
रे
पररर्द में स्थाय्री सदस्यता
रे
ुं
रे
तौर पर विीकारा। सयुक्त राष्ट् महासभा क 193 सदस्य दिों
रे
ुं
में स 177 सदस्यों न 21 जून को अतरराष्ट्ीय योग ददवस क को सववोच्च प्राथनमकता
रे
रे
रे
रे
ुं
रूप में मनान क प्रस्ाव को मजूरी दी थी।
भारत सरकार दिसताररत सं्युकत राष्ट् सुरक्ा
पररषि में भारत के द्ए सथा्यली सिस्यता प्रापत
करने को सियोच् प्राथदमकता िे रहली है। सरकार
40 साल क बाद ओलपपक सलमपत न आईओस्री द्ए भारत सं्युकत राष्ट् में सं्युकत राष्ट् सुरक्ा
इस माम्े में अ््य िेशों के संपक्क में है। इसके
ुं
रे
रे
पररषि सुधारों पर च् रहली अंतर-सरकारली िाता्य
रे
बैठक की मेजबान्री क ललए भारत को चुना।
(आईजलीएन) में सदक्र्य तौर पर काम कर रहा है।
जली-4 (भारत, बाजली्, जम्यनली और जापान) और
वतमान सरकार स पहल कटनीपत का प्रयोग घररेलू
रे
ू
रे
मा
ए्-69 समूह (एदश्या, अफ्लीका, ्दटन अमेररका
ै
रे
पवकास क ललए नहीं पकया जाता था। प्रधानमुंत्री नरेंद् मोदी के दिकासशली् िेशों का क्रॉस-क्त्ली्य समूह) कली
े
रे
ं
की तरफ स चलाए गए कायमाक्म क््रीन इरडया, स्किल सिस्यता के माध्यम से अ््य सुधार उ्मुख िेशों
ं
्य
इरडया, रडनजरल इरडया, स्ारअप इरडया, स्मार नसर्रीज की के साथ दम्कर काम कर रहा है। भारत के
्य
ं
ं
ू
सफलता क ललए कटनीपत का प्रयोग पकया, शजसका नाम बढ़ते कि और सं्युकत राष्ट् सुरक्ा पररषि में
रे
अपनली भूदमका कली सिलीका्य्यता के कारण 2020 में
‘रडप्ोमैस्री ऑर डवलपमर’ ददया गया।
ें
े
््यू्यॉक्क में आ्योदजत चुनािों के िौरान 193 में से
रे
मंगलयान क 184 मतों के साथ 2021-2022 के िौरान 8िीं बार
रे
जररए अपन पहल ही सं्युकत राष्ट् सुरक्ा पररषि के असथा्यली सिस्य के
रे
रूप में चुना ग्या। कई िेशों में दिसताररत सं्युकत
प्रयास में मगल की
ुं
राष्ट् सुरक्ा पररषि में सथा्यली सिस्यता के द्ए
कक्ा में प्रवरेि करन रे
भारत कली उममलीििारली का समथ्यन करने कली
वाला भारत कववि का
आदधकाररक पुशष्ट दद्पक्ली्य रूप से कली है।
पहला राष्ट बना।
देश में मौजूद हि भाितलीर, भाित कली सभरता, उसकली संट्कृनत का प्रतलीक भाित कली अथयावरवट्था से लेकि भाित में ननवेश किने तक प्रधानमंत्रली
है। भाितलीर कहीं भली हों, जो लोकतांनत्रक मूलर, जो कतयावरों का अहसास मोदली ने भाितलीरों को अपनली जड़ों से जोड़ने पि खासा धरान नदरा है।
उनके पयुिखे भाित से ले गए होते हैं, वो उसके नदल के कोने में हमेशा अलग-अलग जगह, हवाई अड् िों पि, होटल के बाहि, कारयाक्म के
जलीवंत िहते हैं। स््टवटि से लेकि माइक्ोसॉफट तक तमाम बड़ली कंपननरों दौिान प्रवानसरों विािा प्रधानमंत्रली के नाम के नािे, उनका सममान, रह
के सलीईओ न नसफ्फ भाितलीर हैं, बस्लक इन कंपननरों में बड़ली संखरा में वह दृशर है, जो 2014 के पहले रदा-कदा हली नदखाई देता है। हि 2 वषया
भाितलीर लोगों कली मौजूदगली है। जरूित थली, तो बस इन भाितलीरों को देश में होने वाला प्रवासली भाितलीर सममेलन इसका नरा मंच बना है, नजसकली
यु
कली मखरधािा रा कहें नक जड़ों से जोड़ने कली। 2014 के बाद अमेरिका शरुआत सबसे पहले प्रधानमंत्रली अटल नबहािली वाजपेरली ने कली थली। लेनकन
यु
यु
में मैनिनसन ट्कवारि, नसिनली के ओलंनपक पाक्फ से लेकि हाल हली में संबधों कली मजबूतली कली इस नई ऊजाया के दौि में प्रवासली समदार के नलए
जमयानली औि जापान दौिे तक प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली ने लगभग अपने हि भाित नसफ्फ पूवयाजों का घि भि नहीं है। बस्लक केंद्र सिकाि ने इन 8 वषषों
नवदेशली दौिे में भाितलीर समदार को संबोनधत कि इसे बखूबली ननभारा है। में प्रवानसरों के नलए भाित रात्रा औि ननवास से संबंनधत नलीनतरों को
यु
न्यू इंडि्ा समाचार | 16-30 जन 2022 27
यू