Page 9 - NIS Hindi, 16-30 November,2022
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व्यक्क्तत्वी  वीर्गीज कुररयन




                                                              र्ूननर्न नलनमटेि) िखा। 1956 में अमूल िोजाना 1 लाख ललीटि दूध
                                                              प्रोसेस किने लगा। अब गुजिाि से अमूल के उत्पाद अन्र् िाज्र्ों में
             ू
           दधि क्ांनत की राह ्पर बढ़ रहा भारत                  भली जाने लगे थे। उत्पादन बढ़ा िो िॉ. कुरिर्न ने खेड़ा में जानविों
                                                              के चािे औि आहाि के नलए एक प्लांट लगार्ा। िब के प्रधानमंत्रली
                                                              लाल बहादुि शास्त्रली इसके उद््घाटन के नलए पहुंचे। र्हां उन्होंने दूध
                                                              उत्पादकों कली संपन्निा को देखा िो हैिान िह गए।  लाल बहादुि शास्त्रली
                                                              ने खेड़ा का मॉिल पूिे देश में लागू किने के नलए कुरिर्न से प्लान
                                                                                                      े
                                               209.96         बनाकि नदल्लली आने को कहा। इस ििह 1965 में िाष्ट्लीर् ििली नवकास
                                                              बोि्ड (एनिलीिलीबली) स्थानपि नकर्ा गर्ा, नजसका कार् आंणद कली िजया
                                                                                                  या
                                                              पि देशभि में सहकािली दुग्ध सनमनिर्ां िथा सं्घ गन्ठि किना था।
                                                              कुरिर्न बोि्ड के अध्र्क् बने। 1969 में जब भािि सिकाि ने देश में
                                     121.8                    िर्िली उद्ोग के नवकास के नलए आॅपिेशन फ्लि कार्यारिम कली ्घोषणा
                                                               े
                                80.6                          कली, िब सिकािली संसाधनों के सुचारू नवििण के नलए एक सिकािली
                                                              क्त्र कली कंपनली कली आव्चर्किा महसूस हुई। इस प्रकाि 1970 में
                                                               े
                           53.9                               भाििलीर् िर्िली ननगम (आईिलीसली) अक्स्ित्व में आर्ा। अक्टटूबि 1987
                                                                     े
                      31.6                                    में एनिलीिलीबली को पुनगयान्ठि कििे हुए आईिलीसली को इसली में हली समानहि
                                                              कि नदर्ा गर्ा। ‘ऑपिेशन फ्लि’ को िलीन फेज में लागू नकर्ा गर्ा।
         17  20   22                                          पहले फेज में िॉ. कुरिर्न ने देश भि में किलीब 13 िर्िली प्लांट बनाए
                                                                                                  े
      1951  1961  1971  1981  1991  2001  2011  2021
                                                              औि एक पशु आहाि प्लांट स्थानपि नकर्ा। दूसिा फेज 1980 से शुरू
                                                              हुआ औि 1990 िक चला। इसमें उन्होंने देश भि में किलीब 170
                                                               े
                                                              िर्िली प्लांट औि 32 पशु आहाि प्लांट लगाए।  नफि आर्ा 'ऑपिेशन
                        ं
                      आकड़ हमेहलयन टन मे  ें                   फ्लि' का िलीसिा औि अंनिम फेज जो 1990 से शुरू हुआ। इस दौिान
                            रे
                                                                            े
                                                              उन प्लांट्स र्ानली िर्िली कोआॅपिनटव सोसाइटली कली पहचान कली गई,
                                                                                     े
        जाने कली िर्ािली किने लगे। र्े बाि जब नत्रभुवन दास पटेल को पिा   जो सहली से काम नहीं कि पा िहे थे। अलग से फंि लगाकि इनकली
                ै
                              ं
        लगली िो वे नकसानों के साथ ििि वगयीज कुरिर्न के पास पहुंचे। िॉ.   क्स्थनि को बेहिि नकर्ा गर्ा। इस दौिान देशभि में लोगों िक दूध कली
                             ु
                                                                                        ें
                                                                                          िं
                                                    े
        कुरिर्न ने काफली नवचाि-नवमशया के बाद 'खेड़ा निक्स्ट्क्ट कोआॅपिनटव   पहुंच आसान बनाने के नलए दूध कली वनिग मशलीनें लगाई गईं। दुकानों
        नमल्क प्रोड्सि र्ूननर्न' के साथ जुड़ने का फैसला कि नलर्ा औि   पि दूध के बड़े-बड़े कंटेनि लगवाए गए। 1997 में 'ऑपिेशन फ्लि'
                 ू
        1 जनविली 1950 को वह बिौि मैनेजि जुड़ गए। मैनेजि के रूप में   पूिा हो गर्ा। इसकली मदद से भािि के 700 से ज्र्ादा शहिों में अच्छली
        वगयीज कुरिर्न के सामने सबसे बड़ली चुनौिली दूध उत्पादक नकसानों कली   क्वानलटली का दूध सहली दामों में पहुंचाने में मदद नमलली िो साथ  हली भािि
                                                                         े
        बढ़िली संख्र्ा थली। लगािाि जुड़िे नकसानों के साथ िब दूध कली इिनली   का पशुपालन क्त्र भली आर् का एक प्रमुख स्ोि बन पार्ा।
                                                    ू
        आवक थली नक इसकली खपि नहीं हो पा िहली थली। उस समर् िक र्िोप   ऑपिेशन फ्लि के दौिान हली भािि दूध कली कमली वाले देशों कली नलस्ट
                 ैं
        औि न्र्ूजलीलि में अनधक दूध होने पि उसे खपाने के नलए नमल्क   से ननकलकि दूध के बड़े उत्पादक देशों में शानमल हो गर्ा। 1998 में
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                                       ैं
        पाउिि बनार्ा जािा था। र्िोप औि न्र्ूजलीलि वालों का कहना था   भािि दुननर्ा में सबसे ज्र्ादा दूध का उत्पादन किने वाला देश बन गर्ा।
        नक केवल गार् के दूध का हली पाउिि औि कंिेंस्ि नमल्क बन सकिा   इसके बाद दुननर्ा ने वगयीज कुरिर्न को सफेद रिांनि का जनक कहा।
        है लेनकन कुरिर्न औि उनके दोस्ि व साथली एचएम दलार्ा ने भैंस   1951 में 17 नमनलटन टन वानषयाक दूध उत्पादन से शुरू हुआ सफि 2021
        के दूध से क्स्कम दूध पाउिि औि कंिेंस्ि नमल्क बनाकि दुननर्ा को   में 209.96 नमनलर्न टन पहुंच गर्ा है। उन्हें भािि सिकाि ने 1999 में
        चौंका नदर्ा। नकसानों के पािंपरिक कौशल औि अनुभवजन्र् ज्ान के   पद्म नवभूषण से सम्माननि नकर्ा। उन्हें िैमन मैगसेसे औि वल्ि्ड फरूि प्राइज
        साथ कुरिर्न कली आधुननक नशक्ा औि िकनलीक ने कमाल कि नदर्ा।   जैसे पुिस्कािों से भली सम्माननि नकर्ा गर्ा। भािि कली ्चवेि रिांनि में उनके
        सनमनि में अब मक्खन औि रिलीम से लेकि पनलीि िक बनार्ा जाने   र्ोगदान को र्ाद किने के नलए 26 नवंबि को उनके जन्म नदवस पि
        लगा था। 1955 में जब कोऑपिनटव िर्िली के रिांि का नाम िखने   िाष्ट्लीर् दूध नदवस मनार्ा जािा है। साल 2012 में 90 साल कली उम्र में
                                    े
                               े
        कली बािली आई िो िॉ. कुरिर्न ने इसका नाम अमूल (आणंद नमल्क   वगयीज कुरिर्न का देहांि हो गर्ा। n




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