Page 33 - NIS Hindi 16-31 March, 2023
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राष्ट्  बजट वेहबनार




        हररत डवकास की रडत को डमली रफतार                      ननवेश को लेकि दुननरा में उतसाह है। ऐसे में लसकलि वक्किोसया

                                हरित  नवकास केंद्लीर बजट     आज बहुत काम आतली है।” प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली कली अगुवाई
                                2023-24  कली  सात  शलीषया    वालली सिकाि ने वषगों से हमािे नशक्ा सेकटि में लचलीलेपन का
                                प्रा्नमकताओं में से एक है तानक   जो अभाव ्ा, उसको बदलने का प्ररास नकरा है। आज सिकाि
                                देश में हरित औद्ोनगक औि      ऐसे टटूलस पि िोकस कि िहली है, नजससे ‘हि स्ान से ज्ान तक
                                    या
                                आन्क  बदलाव,  परायाविर-      सुगमता’ सुननलशचत हो सके।
                             या
        अनुकूल ककृनष व सतत ऊजा के क्ेत्र को मजबूतली से आगे बढ़ारा जा
        सके। इससे बडली संखरा में हरित िोजगाि के अवसिों का भली सृजन
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        होगा। हरित नवकास को लकि केंद्लीर बजट में कई परिरोजनाओं
        औि पहल कली परिकलपना कली गई है। प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली कहते हैं
        नक 2014 के बाद देश में पेश नकए गए सभली बजट वतयामान चनौनतरों
                                                   ु
        का समाधान खोजने के सा्-सा् नए रुग के सुधािों को आगे
                                    या
        बढ़ाते िहे हैं। हरित नवकास औि ऊजा संचिर के जो तलीन सतंभ हैं,
                                                या
        उनमें नवलीकिरलीर ऊजा का उतपादन बढ़ाना, अपनली अ्वरवस्ा में
                          या
        जलीवाशम ईंधन के उपरोग को कम किना औि देश को तेजली से गैस   अंडतम छोर तक िहुंचिे के मंत्र िर इस वर्च
                   या
        आधारित अ्वरवस्ा कली ओि बढ़ाना शानमल है।               के बजट में डवशेर ध्ाि
                                                             पहल जहा गिलीबों को बुननरादली सुनवधाओं के नलरे सिकाि के
                                                                 े
                                                                      ं
                                                                                                            ं
        िौ साल में िांच रिा हुआ कृडर बजट                     पलीछे दौडना पडता ्ा वहीं अब सिकाि गिलीबों के द्ाि तक पहुच
                        ु
                                                                                    ं
        सवतंत्रता  के  बाद  भाित  का                         िहली है। ‘अंनतम छोि तक पहुच’ नवषर पि आरोनजत वेनबनाि
        ककृनष  सेकटि  लंबे  समर  तक                          में प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली ने कहा, “जब हमािा लक्र हि वरलकत
                                                                   ं
                                                                                                     ं
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        दबाव में िहा लनकन ककृनष का                           तक पहुचना है तब भेदभाव औि भ्रषटाचाि कली कोई गुजाइश नहीं
                                                                         या
        बजट 2014 में 25,000 किोड                             होगली।” इस वष के बजट में जनजातलीर औि ग्ामलीर इलाकों के
        रुपरे के मुकाबले बढ़कि आज                             अंनतम छोि तक पहुंचने के मंत्र पि नवशेष धरान नदरा गरा है।
                                                                                े
        1,25,000 किोड रुपरे से भली अनधक हो चुका है। रहली कािर है   पहलली बाि, देश इतने बड पैमाने पि जनजातलीर समाज कली नवशाल
                                 ं
        नक हाल के वषगों में हि बजट को गाव, गिलीब औि नकसान का बजट   क्मता को आगे ला िहा है।
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        कहा जाने लगा है। भाित के सहकारिता सेकटि में एक नई क्ानत
        हो िहली है। ककृनष एवं सहकारिता नवषर पि आरोनजत वेनबनाि में   प्ौद्योडरकी के माध्म से अििे िारररकचों
                                              ं
        प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली ने कहा, “आजादली के बाद लबे समर तक   को सशकत बिा रहा भारत
        हम अपनली खाद् सुिक्ा के नलए दुननरा पि ननभयाि ् लनकन हमािे   21वीं सदली का भाित प्रौद्ोनगकली के माधरम से अपने नागरिकों को
                                                े
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        नकसानों ने हमें न नसि्क आतमननभयाि बनारा बललक आज उनकली   लगाताि सशकत बना िहा है। क्मता का सदुपरोग: प्रौद्ोनगकली का
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        वजह से हम ननरात किने में भली सक्म हो गए हैं।”        उपरोग किते हुए जलीवन में सुगमता लाने के नवषर पि आरोनजत
                                                             वेनबनाि में प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली ने कहा, “बलीते वषगों में हमािली
        अमृतकाल के प्थम बजट में ्ुवाओं को                    सिकाि ने हि बजट में टेक्ोलॉजली कली मदद से देशवानसरों कली

        सबसे ज्ादा अहडम्त                                    'ईज ऑि नलनवंग' बढ़ाने पि जोि नदरा है। इस बाि के बजट
                                                                                       ू
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        नवकनसत भाित के नवजन को लकि देश कली अमृतरात्रा का     में भली टेक्ोलॉजली के सा्-सा् ह्मन टच भली प्रा्नमकता िहली
        नेतृतव हमािे रुवा हली कि िहे हैं। इसनलए अमृतकाल के इस प्र्म   है।” प्रौद्ोनगकली, वन नेशन-वन िाशन काि्ड, जनधन, आधाि
        बजट में रुवाओं को सबसे जरादा अहनमरत दली गई है। ‘रुवा   औि मोबाइल जैसली सुनवधाओं का मजबूत आधाि बनली नजससे
        शलकत का सदुपरोग - कौशल एवं नशक्ा’ नवषर पि आरोनजत     किोडों गिलीबों को लाभ नमला। तकनलीक कली मदद औि किलीब
                                                                                                    े
        वेनबनाि में प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली ने कहा, “आज भाित को दुननरा   40 हजाि अनुपालनों में कमली किने के सा् नपछल कुछ वषगों में
        मैनरूिैकचरिंग हब के रूप में देख िहली है। इसनलए आज भाित में   एमएसएमई के नलए कई महतवपूरया कदम उ्ठाए गए हैं। l


                                                                                     न्यू इंडि्ा समाचार   16-31 माच्च 2023 31
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