Page 27 - NIS Hindi 16-31 July 2022
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आवरण क्ा  स्ाई समाधान की ओर बढ़ता रारत




        रेल-रोि किेककटनवटी की

        निशा में अहम किम



        n रोर रिांसपोट्ड और हाइिे के बजट आिंटन में
           2014 से अब तक केंद् सरकार ने 500% की िवद्
                                          ृ
           कर आिवनक इंफासरिट्चर की वदशा में अहम
                 ु
           कदम उिाया है।
        n रेलिे की िरचों पुरानी गंदगी की समसया को सथाई
           रूप से खतम करते हुए सभी रिेनों में बायो टॉयलेट
           लगाए गए हैं।

        n मानिीय भूल के चलते होने िाले रेल हादसों को
           रोकने के वलए मानि रवहत क्रॉवसंग खतम कर दी
           गई हैं। िहीं, आमने-सामने रिेन दुघ्षटना को रोकने
           के वलए सिदेशी प्रणाली ‘किच’ का रिायल पूरा हो
           चुका है। माच्ष 2023 तक 2000 वकमी रेल नेटिक्क को
           ‘किच’ के तहत लाया जाएगा।

        छोटे शहरों के सपिों                                      37       हाइवे मनिा्चण के सा्थ हाई स््ीड
                                                                          कनेककटमवटी की मदशा िें काि मकया
        को नमली ‘उिाि’                                    मकिी प्रमतमदन   गया है तो 99% गांवों िें सड़क
                                                                          स्क्क का काि ्ूरा हो रुका है।
                                                                           ं
        n बड़े शहरों तक सीवमत रहे विमानन सेट्टर से अब
           छिोटे शहरों को जोड़ा जा रहा है। 2016 में घोवरत देश की              400
           पहली विमानन नीवत के तहत रीजनल कनेशट्टविटी                         नई वंदे भारत ट्रेन मवशव स्तरीय
           योजना (आरसीएस) की शुरुआत की गई।
                                                                               ु
                                                                             समवधाओं की मदशा िें एक अहि
        n आरसीएस  के तहत 8 हेवलपोट्ड और 2 िाटर                               कदि है। इस वष्च बजट िें इस ्र
           एयरोड्रम समेत 67 हिाई अड्ों से  जुड़े 423 हिाई                     खास जोर मदया गया है।
           मागचों पर संचालन शुरू वकया जा चुका है। 2024 तक
           इसके तहत 100 हिाई अड्ों पर संचालन का लक्य है।






          जुडली जानकािली का अभाव था, अब भाित ऐसा देश बन चुका है   समाधान कली नदशा में एक दली्याकानलक कदम बनने जा िहली है।
          जो आमजन को ट्वाट््थर कली सुनवधा का काि्ट देने के साथ-साथ   इस वषया के आम बजट में केंद् सिकाि ने तर नकरा है नक गंगा
          कृनष के नलए भली सॉरल हेलथ काि्ट दे िहा है, नमट् टली जांच का   के नकनािे बसे गांवों में प्राकृनतक खेतली को प्रोतसानहत किेंगे, एक
          बडा नेटवक्फ बना है। आज नमट् टली के ट्वाट््थर कली जानकािली   गनलरािा रानली कॉरििोि बनाएंगे। पहले उद्योग के नलए कॉरििोि
          के आधाि पि नकसान फनट्टलाइजि औि माइक्रो-नरूनरिएंटस का   कली बात तो सुनाई देतली थली, लेनकन कृनष के नलए भली कभली कोई
          उपरोग कि िहे हैं। इससे नकसानों कली लागत 8 से 10 फलीसदली   कॉरििोि होगा, रह नकसली ने सोचा भली नहीं था। भाित ने अपने

          तक कम हुई है औि उपज में 5-6 फलीसदली कली बढोतिली देखली गई   लक्र का नवट्ताि किते हुए वषया 2030 तक 26 नमनलरन हेकटेरि
          है।                                                 बंजि भूनम को पुनजतीनवत कि कृनष रोगर बनाने का भली लक्र
            इसली तिह प्राकृनतक खेतली कृनष क्षेत्र कली वतयामान चुनौनतरों के   ननधायारित नकरा है।





                                                                                    न्यू इंडि्ा समाचार   16-31 जुलाई 2022  25
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