Page 44 - NIS Hindi 01-15 Aug 2025
P. 44
निवीभााजाना निवीभाीनिर्षकाा स्मनित निदीवीसे-14 अगस्त
ृ
ं
...जाबां इंंसंान बांटे, संामेंान बांटा
ं
बेटे धार�ी-अंबेर
ं
ू
ष
ू
भाारत काा निवीभााजाना अभाूतपवीष मानावी निवीस्थेापना और मजाबरी मं पलायना काी दीदीनााका काहोानाी होै। धाार्किमका आधाार
े
े
ै
पर एका निहोंसेका निवीभााजाना का दीुखदी अध्याय का सेाथे यहो इसे बात काी भाी काहोानाी होै निका कासेे एका जाीवीना शुली
ै
ु
और वीर्षं परानाे सेहो-अल्किस्तत्वी काा यग अ�ानाका और नााटकाीय रूप सेे सेमाप्त होो गया। निवीस्थेानिपतं काा काानि�ला
ु
ं
ं
10 सेे 27 मील तका लबा थेा। बारिरशु, भाूख और दीगं मं काइयं काो जााना गवीानाी प� � ी। इसे निवीभाीनिर्षकाा मं मार गए
े
ं
े
ु
े
लोगं काा आका� � ा 5 लाख बताया जााता होै, लनिकाना अनामानातः यहो 5 सेे 10 लाख का बी� होै। पलायना का बी�
ं
े
अपनाे प्राणा गवीानाे वीाले और निवीस्थेापना काा दीदी झेेलनाे वीाले लाखं भाारतवीनिसेयं काो नामना कारनाे का जिलए 2021
े
ं
ष
मं प्रधाानामंत्रीी नारद्र मोदीी नाे काी थेी निवीभााजाना निवीभाीनिर्षकाा स्मनित निदीवीसे मनाानाे काी शुुरुआत…
ृ
ं
ू
ु
ं
ु
ू
ु
ु
60 लाख गैर-मसंलमाने उसं 65 लाख मसंलमाने पंजीाबा, 20 लाख गैर-मसंलमाने पवी बागाल, जीो बााद मं पवी 10 लाख मसंलमाने
ं
ू
ं
क्षेत्र संे हिनेकेल आंए, जीो बााद म ं हिदल्ली आंहिद केे भाारतंीया हिहुस्संं पाहिकेस्तंाने बानेा, वहुा संे हिनेकेल केर पस्मिश्चीम बागाल प. बागाल संे पवी
ं
ं
पस्मिश्चीमी पाहिकेस्तंाने बाने गयाा। संे पस्मिश्चीमी पाहिकेस्तंाने चीले गए। आंए। 1950 मं 20 लाख लोग और प. बागाल आंए। पाहिकेस्तंाने चीले गए।
वि�भााजान वि�भाीविर्षका स्मेंवित विदे�सं हुंमेंं यूहुं यूादे विदेलाता राहुंेगाा विक संामेंाविजाक
ृ
े
भादेभाा� औरा �मेंनस्यू को विमेंटाने � एकता, संामेंाविजाक संमेंरासंता औरा मेंान�ीयू
ै
संं�देनाओं को मेंजाबांूत कराने की जारूरात हुंै। - नरांद्र मेंोदेी, प्रधाानमेंत्री
ं
े
आरी.एने.आई, DELHIN/2020/78812, 1-15 अगस्ता, 2025
आरएनआई DELHIN/2020/78812, निदेल्ली पोस्टल लाइसूसू नबीर- DL (S)-1/3550/2023-25 �ब्ल्र्यापीपी सूंख्र्याा- U (S)-98/2023-25, posting at BPC,
ं
ू
ं
Market Road, New Delhi - 110001 on 26-30 advance Fortnightly (प्रकाशन नितानिथ- 16 जाुलाई 2025, कुल पृष्ठ-44)
प्रधााने सपादकु: प्रकुाशकु औरी मुद्रकु:
ं
धाीरीेन्द्र ओझाा, प्रधााने महीातिनेदेशकु, कुंचने प्रसाद,
ं
ू
पत्र सूचनेा कुायाषलेय, नेई तिदल्लेी महीातिनेदेशकु, कुद्रीय सचारी ब्यरीो
42
ं