Page 4 - NIS Hindi 01-15 July,2025
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संपोादक की कला� से...
दुनिनयाा कीी तीसेरी सेबीसेे बीड़ीी
अर्थथव्यवस्थाा बीनने की े मागथ पेर भाारत
सूा�र नामंस्केंार। ही, भाारत अब तजी सूे �ुनिनाया केंी तीसूरी सूबसूे बड़ेी
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अथीव्यवंस्थीा बनानाे केंी ओर अग्रेसूर है। अथीव्यवंस्थीा
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आजा�ी केंे छह �शाकें बा� �ुनिनाया केंी 11वंं सूबसूे केंी लबी छलां� और एकें �शा-एकें केंर व्यवंस्थीा-
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बड़ेी अथीव्यवंस्थीा वंाला भाारत बीते 11 वंष कें े जीएसूिी केंी 8वंं वंषण�ांठा ही इसू बार केंी हमंारी
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क्राांनितकेंारी सूुधाारं केंे केंारण �ुनिनाया केंी चौथीी सूबसूे आवंरण केंथीा बनाी है।
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बड़ेी अथीव्यवंस्थीा बना �या ह। अतरराष्ट्रॉीय मंद्रीा इसूकेंे अलावंा व्यश्विक्तत्वं केंी केंड़ेी मंं पूवं ण
केंोष (आईएमंएफू) केंी रिरपूोिट यह बताती है निकें बीत े प्रधाानामंंत्रीी चद्रीशाे�र केंी पूुण्यनितनिथी पूर नामंना, केंंद्रीीय
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एकें �शाकें मंं भाारत �ुनिनाया केंी एकेंमंात्री बड़ेी मंनित्रीमंंडल केंे निनाणणय, जम्मंू-केंश्मंीर केंी रेल
अथीणव्यवंस्थीा है निजसूनाे अपूनाी जीडीपूी केंो �ो�ुनाा केंनाश्विक्िनिवंिी, पूहल�ामं आतकेंी हमंला और
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निकेंया है। जीडीपूी केंो �ो�ुनाा केंरनाा केंवंल आकेंड़ेे ऑपूरशाना निसू�ूर केंो लकेंर भाारत केंा रु� स्पूष्ि
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नाहं हं, बश्वि�कें इसूकेंा सूबसूे बड़ेा प्रभाावं यह है निकें केंरनाे निवं�शा �ौरे पूर �ए भाारतीय प्रनितनिनाधामंंडल केंे
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25 केंरोड़े लो� �रीबी सूे बाहर निनाकेंले हं, निजसूसूे स्वं�शा आ�मंना पूर प्रधाानामंंत्रीी नारद्री मंो�ी सू े
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नाया मंध्यमं वं� बनाा है। यही नावं-मंध्यमं वं� ण मंलाकेंात केंो इसू अकें मंं शाानिमंल निकेंया �या है।
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अथीणव्यवंस्थीा मंं यो��ाना �केंर उसूे जीवंंत बनाा रहे सूाथी ही, केंौशाल निवंकेंासू योजनाा पूर सूामंग्रेी और
हं। �ूर�निशाणता केंे सूाथी जीवंना और अथीणव्यवंस्थीा मंं पू�वंाड़ेे भार केंे प्रधाानामंंत्रीी नारद्री मंो�ी केंे केंायणक्रामं
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सूमंन्वंय निबठााकेंर निवंकेंनिसूत भाारत@2047 केंा भाी इसूमंं शाानिमंल हं।
सूकें�पू लकेंर अमंंत केंाल केंी यात्रीा केंी ओर राष्ट्रॉ इसूकेंे अलावंा, इनासूाइड पूेज पूर 11 जलाई केंो
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आ�े बढ़ा रहा है। मंनााए जानाे वंाले निवंश्वं जनासूंख्या नि�वंसू और बकें
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�ुनिनाया केंी नाजर भाारत पूर है और �ुनिनाया केंी केंवंर पूर भाारत रत्न डॉक्िर निबधााना चद्री राय केंी
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उम्मंी�ं भाी भाारत सूे हं। आज पूूरी �ुनिनाया केंह रही है जयती पूर मंनााए जानाे वंाले डॉक्िसूण डे पूर निवंशाेष
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निकें यह भाारत केंी सू�ी है। �ुनिनाया अब एकें तेज और सूामंग्रेी इसू अकें केंी निवंशाेषता है।
निनाडर भाारत �� रही है। भाारत केंी उपूलश्वि�धा और आपू अपूनाा सूुझाावं हमंं भाेजते रहं।
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सूफूलताओं नाे पूूरे निवंश्वं मंं एकें नाई उम्मंी� ज�ाई है।
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निपूछल एकें �शाकें मं भाारत 11वंं सूे 5वंं सूबसूे बड़ेी
अथीव्यवंस्थीा बनाा तो हाल ही मंं आईएमंएफू ना े
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बताया है निकें जापूाना केंो पूीछे छोड़े भाारत अब �ुनिनाया (धाीरेन्द्री ओझाा)
केंी चौथीी सूबसूे बड़ेी अथीव्यवंस्थीा बना �या है। सूाथी
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हिं�दीी, अंग्रेजीी व अंन्य 11 भााषााओंं में उपलब्ध पहिं�काा पढ़ें/डााउनलोडा कारें।
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https://newindiasamachar.pib.gov.in/news.aspx
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