Page 38 - NIS Hindi January1-15
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नया सवेरा पू्ववोतिर नई पिचान की शुरुआत
नई उम्मीद
्पववोत्तर Ðकमी ्पिचान बनेगा
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कश्मीर का केसर
रत में केसर कली महक अब नसफ्फ जममू-कशमलीर के n पंपोर क्त्र का केसर उतपादन में मखर रोगदान है। इसके बाद
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चननंदा नजलों तक हली सलीनमत नहीं रहेगली। पूवपोत्र में बडगाम, श्रलीनगर और नकशतवाड़ नजलों का ट्थान है।
भा केसर महकेगा। ‘नेशनल नमशन ऑन केसर’ के
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n केसर पारंपररक रूप से प्रनसद्ध कशमलीरली वरंजनों से जड़ा है,
तहत केसर कली खेतली को उन्नत और बेहतर बनाने के नलए उपार
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नकए लेनकन जममू-कशमलीर के नवशेष क्ेत्रों तक हली सलीनमत रहे। औषधलीर गणों को कशमलीर कली समृद्ध सांट्कनतक नवरासत का
लेनकन अब पूवडोंत्र के नसस्ककम में केसर उगाने कली वरवहारता नहट्सा माना जाता है।
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का पता लगाने वाले पारलट प्रोजेकट में केसर के फलों ने एजेंनसरों n केसर के बलीजों से ननकले पौधे कशमलीर से नसस्ककम में ले
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को नई उममलीद दली है। करोंनक कशमलीर के पंपोर और नसस्ककम के जाकर रोपे गए थे, वहां रे पौधे फल-फल रहे हैं।
रांगरांग में जलवारयु और भौगोनलक पररस्ट्थनतरों कली समानता से n भारत सरकार के नवज्ान और प्रोद्ोनगकली नवभाग के नॉथया ईट्ट
रांगरांग में केसर कली नमूना खेतली कली सफलता को बढ़ावा नमला सेंटर फॉर टेक्ोलॉजली एस्पलकेशन एंड रलीच (एनईसलीटलीएआर)
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है, रहां केसर के पौधे फल-फल रहे हैं। ने पारलट परररोजना में मदद कली है।
प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली ने जममू-कशमलीर से अनचछेद 370
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n नसस्ककम सेंरिल रूननवनसयाटली के बॉटनली और हॉनट्टकलचर
हटाकर केंद्र शानसत प्रदेश बनाए जाने के बाद राषरि के नाम
संबोधन में कहा था, जममू-कशमलीर के केसर का रंग हो रा कहवा नडपाट्टमेंट ने नसस्ककम के रांगरांग कली नमट्ली व वाट्तनवक
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और खमानली, इनका प्रसार दननभर में होना चानहए। प्रधानमंत्रली ने स्ट्थनतरों के परलीक्ण में रहां कली स्ट्थनत को कशमलीर के केसर
इससे पूवया जममू-कशमलीर कली धरतली पर हली देश में केसर कांनत का उगाने के ट्थानों के समान पारा है।
आह्ान नकरा था और ट्पाइसेज बोड्ट ऑफ इंनडरा ने जममू-कशमलीर n मानकों के नवट्तृत नवशलेषण के पररणाम पररणामों का सूक्म
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कली राजधानली श्रलीनगर में केसर उतपादन व ननमायाण एजेंसली गनठत कली खाद् उद्मों के साथ-साथ पूवपोत्र क्त्र के अनर भागों में भली
गई। प्रधानमंत्रली मोदली कली सोच व आह्ान पर केसर का उतपादन उपरोग करने कली रोजना है।
बढ़ाने में नमशन मोड पर जटली सरकारली एजेंनसरों का लक्र है नक n भारत में 17 टन केसर उतपादन होता है। जममू-कशमलीर
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जो अभली तक देश में करलीब 17 टन केसर का उतपादन होता है, इकलौता राजर है। कशमलीरली केसर कली कलीमत 1.60 लाख से
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उसे कुछ वषडों में 34 टन तक पहंचारा जाए। केसर का उतपादन करलीब 3 लाख रुपए प्रनत नकलो है। नवशवभर में पैदा होने वालली
लंबे समर से केंद्र शानसत प्रदेश जममू-कशमलीर के चार-पांच नजलों के करलीब 300 टन केसर में 90% ईरान में होता है।
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नवनशषट क्त्र तक हली सलीनमत है। रहां के पंपोर क्त्र को केसर के कटोरे
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के रूप में जाना जाता है।
36 न्यू इंडिया समाचार