Page 23 - NIS Hindi November 16-30
P. 23

सपनों को

  इनोिेशन


















                                    के पंख












                               कहञानी  1                                         कहञानी  2



                  अहमदाबाद ि ्ििमी छात् आरदत् राज्पत ि  े         हाट्ट अटैि ि िारण मरमीजों िमी मौत िमी संख्ा
                                                 यू
                                कू
                             े
                                                                            े
                                        यू
                                             कू
                  िैब ियोच िमी ्िटमी में एि दसरे ्िटमी सवार       िगातार बढ़ रहमी है। इनमें से अरधितर िमी मौत
                               कू
                  ने ट्िर मार दमी। ियोच 15 रदन ्िि नहीं आ         सम् ्पर इिाज न रमि ्पाने िमी वजह से हयोतमी है।
                                            कू
                  ्पाए।  आरदत् ने घटना िमी ्पड़ताि िमी तयो         मरणनगर ि ब्ट हाई्िि ि रयोरनत ्ह रवचार
                                                                             े
                                                                                        े
                                                                                    कू
                                                                           े
                                कू
                                             े
                  ्पा्ा रि रजस ्िटमी सवार ने उसि ररक्षि ियो       अ्पने सह्पािमी रवमि से साझा रि्ा। रवमि ि
                                                                                                     े
                                  े
                                                                           े
                  ट्िर मारमी थिमी उसि ्पास िाइसेंस नहीं थिा।      र्पता रदि ि िॉ्टर हैं।  उनसे बारमीरि्ां समझने ि  े
                  इस घटना ने आरदत् ियो इस तरह िचयोटा रि           बाद दयोनों ने ्पा्ा रि ईसमीजमी ि वैररएरन िमी ्पहचान
                                                                                         े
                  उसने इसिा उ्पा् ढढ़ने िमी िान िमी। रिर ््ा       सम् से हयो जाए तयो मरमीज ियो बचा्ा जा सिता
                                  टू
                                  िं
                  थिा, आरदत् और उसिमी टमीम में रारमि रवमि,        है और इसमी आधार ्पर उनहोंने ऐसा जादुई घड़मीनुमा
                  िेख ्पटेि, रनमि राह ने िाइसेंस ियो हमी वाहन     ििाई बैंि बना रद्ा जयो हाट्ट अटैि से आधे घंटे
                                                                                                      े
                                                                                              ै
                  िमी चाबमी में तबदमीि िरने िा रवचार बना रि्ा।    ्पहिे सचना दे सिता है। इसमें ऑटयोमरटि तरमीि
                                                                        यू
                                              े
                  ्ानमी गाड़मी वहमी व्स्त ्टाट्ट िर सिगा रजसि  े   से दयो िाइि सेवर दवाई  भमी रनििेगमी, साथि हमी
                                                                                        े
                                                                                                     े
                  ्पास वैध िाइसेंस हयोगा। उसने ्िटमी ि रिए        नजदमीिमी अ््पताि और ररशतदारों ियो भमी ियोिरन
                                           कू
                                               े
                                                                                     ु
                  प्योटयोटाइ्प चाबमी भमी ईजाद िर िमी।             ि साथि अिट्ट िरने िमी सरवधा है।
                                                                    े
         सा            ि 2016 से पहले इस तरह ट्कूलली बचिों के मन   सकली है तो रह “अटल इनोवेशन नमशन” जैसली सोच का हली कमाल है। रह
                                                                                                  ें
                                                             नमशन अब बचिों को ट्कूल से हली इनोवेटर बनाकर उनह उद्यमशलीलता के
                       में उठने वाले सवालों को आनवषकारों में बदलने कली
                       कहाननरां आप शारद हली सयुनते होंगे। अगर इकका-
        दकका होता भली ्ा तो ट्कूलों के नवज्ान मेले तक सलीनमत रह जाते ्े।   हौंसले से भरली नई राह नदखाने का काम कर रहा है। हाल हली में जब भारत
                                                             पहलली बार गलोबल इनोवेशन इंडेकस में टॉप 50 देशों में शानमल हयुआ तो
         यु
                                                                                   यु
                                                                                                   ं
          े
        लनकन आनदतर, रोननत और नवमल कली तरह हली हजारों बचिों कली वैज्ाननक   इस सफलता कली कहानली का मखर नकरदार ट्टाट्टअप इनडरा, नडनजटल
                                                              ं
        सोच को सहली राट्ता और अंतरराषरिलीर ट्तर तक अगर आज पहचान नमल   इनडरा जैसली रोजनाओं के सा् “अटल इनोवेशन नमशन” भली ्ा।
                                                                                              न्यू इंडिया समाचार  21
   18   19   20   21   22   23   24   25   26   27   28