Page 42 - NIS Hindi October 1-15
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सकारातमक रारत की कहािी
हमारा बढ़ता आत्मसम्ान
आपदा से उपजे अवसर िे दुनिया को रारत की बढ़ती ताकत का साक्ातकार करा नदया
है तो गरीबों से जुड़ी योजिाएं कोरोिा काल में वरदाि सानबत हुईं
पकका घर विला - पीएि िोदी के िुरीद हुए पुं्छ के शफी
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मम-कशमलीर के सलीमावतजी इलाके प्छ नर्ले के के सोलात्रली में केंद्र सरकार कली इस रोर्िा के तहत
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र्मोहममद शफली पहले दूसरचों के घर में रहिे को आधा दर्याि मकाि लाभानथयारचों को सौंपे र्ा चुके हैं। इस
मर्बूर थे, बाद में अपिा कच्ा मकाि बिारा। लनकि रोर्िा से लाभास्नवत रुकसािा कोसर कहतली हैं, “हम
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बफ्फबारली वाले इस क्षत्र में कच्े मकाि में बहुत परेशािली पहले बहुत नदककत से गर्र बसर करिे को मर्बूर थे।
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होतली थली। ऐसे में प्छ नर्ले में प्रशासि कली सर्लीदगली लनकि अब हम अच्छे से रहते हैं।” गरलीबचों कली पकके
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से प्रधािमत्रली आवास रोर्िा परवाि चढ़ली तो शफली को मकाि कली आस में प्रधािमत्रली आवास रोर्िा के तहत
पकका मकाि नमल गरा। अपिा घर होिे से खुश शफली अब तक सवा दो करोड़ से जरादा मकाि लाभानथयारचों के
कहते हैं, “आर् मैं मोदली साहब का बहुत शनक्ररा अदा नलए तरार नकए र्ा चुके हैं। अब गरलीबचों का अपिा घर
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करता हं।” दरअसल प्छ नर्ले के मिकोट तहसलील का सपिा पूरा होिे लगा है।
कोरोना काल िें भी पहले जैसा दीकांत संकट िें ऐसे िददगार बना जनिन
सिारोह, निाचार का अद्भूत निूना लॉ कडाउि से पहले चले अनभराि में रांचली कली पुषपा चौधरली ि े
र्िधि खाता खुलवारा था। तब उनह िहीं मालूम था नक
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षया 2018 में प्रधािमत्रली िरेंद्र मोदली आईआईटली बॉमब के दलीक्षात कोरोिा र्ैसली आपदा आएगली और संकट में रहली खाता उिके नलए
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वसमारोह में गए तब उनहचोंिे ्छात्रचों से मािवता कली सेवा के नलए मददगार सानबत होगा। वे कहतली
िवाचार (इिोवेशि) का हैं, “कोरोिा काल में सरकार स े
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आह्ाि नकरा था। प्रधािमत्रली कली 3 महलीिे में 1500 रु. मेरे खात े
इिोवेशि कली अपलील का हली असर में नमले तो मुझे फसल सूखि े
है नक इस बार आईआईटली बॉमब े के बाद आिे वालली हरररालली
िे ि नसफ्फ दुनिरा कली प्रनतस्षठत र्ैसा अहसास हुआ।” कोरोिा
सट्थाि के नलहार् से खुद को के समर आरंभ कली गई पलीएम-
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पेश नकरा, बस्लक कोरोिा काल ट्वनिनध रोर्िा िे र्रपुर के
में भली बलीते वषया कली तरह हली दलीक्षात समारोह का आरोर्ि नकरा। सबकु्छ महेंद्र नसंह प्रर्ापत को ऋ ण नदलारा तो नकसािचों को सममाि निनध
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वचअलली और नडनर्टलली इस तरह तरार नकरा गरा नक असलली र्ैसा िे राहत दली। अकोला महाराषरि के नकसाि हररदास पेगम कहते हैं नक
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नदख रहा था। आरोर्ि में शानमल दुनिरा कली बड़ली कपिली बलक ट्टोि के कोरोिा के समर पलीएम-नकसाि सममाि निनध से र्ो पैसे नमले उसस े
सलीईओ ट्टलीफि ट्वाचमि और िोबल पुरट्कार नवर्ेता डंकि हालडेि ि े खेतली के नलए दवाई और खाद में बहुत मदद नमलली। लाभाथजी इसके
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कहा नक इस कारक्रम से पूरली दुनिरा को सलीख लिे कली र्रुरत है। नलए प्रधािमत्रली का आभार र्ता रहे हैं। n
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40 न्यू इंडिया समाचार