Page 32 - Hindi NIS 1-15 January 2022
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आवरण कथा नए भारत का ्संकलप
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भाित दननरा का सबसे रयुवा देश है जहां 65 फलीसदली प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी के संवेदनशील
आबादली 35 से कम उम्र कली तो 50 फलीसदली आबादली 25 कवव हृदय से नए भारत की तसवीर…
से कम उम्र कली है। नजनकली आकांक्ाएं औि हौसलों में
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िाषरि के प्रनत एक संकलप है। प्रधानमंत्रली मोदली खद कहते वो जो सामने मुश्कलों का अंबार है,
हैं, “मैं भनवषरदृषटा नहीं हूं, मैं कमया के फल पि नवशवास वो जो सामने मुश्कलों का अंबार है,
किता हूं। मेिा नवशवास है मेिे देश के रयुवाओं पि, मेिा उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है,
नवशवास है देश कली बहनों पि, देश कली बेनटरों पि, देश उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है।
के नकसानों पि, देश के प्रोफेशनल पि। रे ‘can do’
जेनिेशन (कुछ कि नदखाने वालली पलीढ़ली) है, रे हि लक्र चुनौवतयों को देखकर घबराना कैसा,
हानसल कि सकतली है।” इनहीं में तो विपी संभावना अपार है।
21वीं सदली का आज का भाित बड़े लक्र रढ़ने औि चुनौवतयों को देखकर, घबराना कैसा
या
उनहें प्रारत किने कली सामथिर िखता है। आज भाित उन इनहीं में तो विपी संभावना अपार है।
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नवषरों को भली हल कि िहा है, नजनके सलझने का दशकों ववकास के यज्ञ में पररश्रम की महक है,
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से, सनदरों से इंतजाि थिा। अनचछेद 370 को बदलने का
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ऐनतहानसक फसला हो, देश को टैकस के जाल से मयुस्कत यही तो मां भारती का अनुपम श्रगार है।
नदलाने वालली वरवट्थिा- जलीएसटली हो, सेना के नलए ‘वन ववकास के यज्ञ में, पररश्रम की महक है,
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िैंक-वन पेंशन’ का ननरयार हो, िाम जनमभूनम, देश का यही तो मां भारती का अनुपम श्रगार है।
शांनतपूर समाधान रह सब बलीते कुछ वषयों में देश ने सच गरीब-अमीर बनें नए वहंद की भुजाएं
या
होते देखा है। गरीब-अमीर बनें नए वहंद की भुजाएं
ननस्शचत तौि से अमृत काल कली रात्रा नए भाित औि बदलते भारत की यही तो पुकार है।
आजादली के ट्वनरयाम वषया कली नई राथिा नलख िहा है। इन
सपनों औि आकांक्ाओं को पूिा किने कली जलीवटता उसकली देश पहले भी चला और आगे भी बढा।
यु अब नययू इंविया दौड़ने को बेताब है,
एकजटता है- नजसका मतलब है- “सबका प्ररास।” n
दौड़ना ही तो नययू इंविया का सरोकार है।