Page 4 - NIS Hindi 16-31 July 2022
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संपादक की कलम से...








                सादर िमसकार।


                आजादी का अमृि महोतसव वर्ष अपिे समापि की ओर है और 75वां वर्ष भारि के अभूिपूव्ष सव्षसमावेशी
                नवकास और आकांक्ाओं का साक्ी बि रहा है। भारि िए सपिे भी देख रहा है, िए संकलप भी ले रहा है
                और संकलपों को नसनधि में पररवनि्षि करिे के नलए जी-जाि से जुटा हुआ है। िीनियां भी सपषट हैं और सुधारों

                के नलए प्रनिबधििा भी। पांच साल बाद कहां पहुंचिा है और आिे वाले 25 साल की अमृि यात्ा में कहां
                पहुंचिा है, उस आतमनिभ्षर भारि का भी रोडमैप िैयार है। यहां िक पहुंचिे में भारि िे बीिे कुछ वरषों में
                                                                                   ्ष
                सशकि छनव बिाई है और समसयाओं के िातकानलक समाधाि के सा्-सा् दीरकानलक उपायों पर काम
                कर स्ायी समाधाि की नदशा में कदम बढ़ाया है।
                           यह धारणा और सोच बि गई ्ी नक नससटम से भ्रषटाचार खतम िहीं हो सकिा, लेनकि िकिीक
                                                                                             ्ष
                                                                                                  े
                का प्रयोग करिे हुए लाभा्थी िक शि-प्रनिशि लाभ पहुंचाया जा रहा है। सामानजक-आन्क मुद् हों या
                     कृ
                सांसकनिक-वैश्वक, सभी के समाधाि के नलए स्ाई समाधाि की सोच अपिाई गई है। जि-जि की
                आकांक्ाओं को पूरा करिे में केंद्र सरकार जुटी हुई है। साि दशकों िक नजि समसयाओं को स्ाई माि नलया
                गया, उसके स्ाई समाधाि की सोच अब िए भारि की पहचाि बि चुकी है। नवज्ाि और िकिीक भारि के
                नवकास का ऐसा उपकरण बि गया है नक प्रशासनिक सुधार, नबजली, रेल सुधार, भ्रषटाचार पर अंकुश, कर
                पारदनश्षिा, जीएसटी से एक देश-एक कर, शसकल इंनडया, सटाट्टअप इंनडया, नडनजटल इंनडया, नकसािों-

                मनहलाओं के नहि में कदम, नशक्ा के क्ेत् में बदलाव से लेकर रक्ा आधुनिकीकरण और दशकों से लंनबि
                ऐसी पररयोजिाएं साकार हो रही हैं, जो पहले असंभव लगिी ्ीं।
                         नकस िरह से िए पलेटफॉम्ष नवकनसि नकए गए और स्ायी समाधाि की नदशा में कदम उठाए गए,
                अमृि महोतसव के 75 सपिाह पूण्ष होिे पूव्ष के अंक में यही हमारी आवरण क्ा बिी है। युवा सपिों को
                उड़ाि देकर आतमनिभ्षर भारि की पटक्ा नलखी जा रही है, सा् ही पीएम वय वंदिा जैसी योजिा बुजुगषों

                का भी जीवि सुरनक्ि बिा रही है। कारनगल नवजय नदवस के अवसर पर कारनगल के परमवीरों की कहािी,
                अमृि महोतसव की कड़ी में गुमिाम िायकों की प्रेरक गा्ा और प्रधािमंत्ी के नवदेश दौरे से लेकर देश में
                नवकास योजिाओं से जुड़े अनय काय्षक्रम इस अंक के नवनशषट आकर्षण हैं।



                आप अपिा बहुमूलय सुझाव हमें भेजिे रहें।











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                   https://newindiasamachar.pib.gov.in/news.aspx
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