Page 36 - NIS - Hindi 16-30 June, 2022
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देि       तकनीक से नवकास

                              ड्ोन सक्र में भटारत
                                                   ले



                              के भनवषय की बुननयटाद

































          अब ड्ोि नसफ्फ िक्ा क्त्र में उपरोग होने वाले उपकिण भि नहीं िहे
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          हैं, बस्लक बहद्शरलीर उपकिण के तौि पि उभि िहे हैं। इनका उपरोग
          शासन, खेतली, िसद जैसे कई क्ेत्रों के नलए नकरा जा सकता है औि
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          दननरा के कई नहट्सों में ऐसा नकरा भली जा िहा है। इसनलए कुछ समर
          पहले तक ड्रोन के नलए पूिली तिह आरात पि ननभयाि भाित अब इसके
                                                                          रे
          ननमायाण सेकटि में आतमननभयािता कली ओि कदम बढा िहा है। उद्शर   ड्ोन टक्ोलॉिी बन िही
                                                     े
          है 2030 तक भाित को 'ड्रोन हब' बनाना। ड्रोन ननमायाण सेकटि के
          नलए पलीएलआई जैसली रोजना ने इसमें भाित कली संभावनाओं का नरा   एक बड़ी क्रांवत का आधाि
          विाि खोला है। इसली कड़ली में 27 मई को नई नदललली के प्रगनत मैदान में
                                                              n  पलीएम सिादमति ्योजना में ड्रोन टेक्ो्ॉजली का इसतेमा् कर
          भाित के सबसे बड़े ड्रोन महोतसव कली शरुआत हई। महोतसव में खद   पह्ली बार िेश के गांिों कली हर प्रॉपटटी कली दरदजट् मैदपंग कली
                                                      यु
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          ड्रोन उड़ाकि प्रधानमंत्रली मोदली ने पूिली दननरा को एक संदेश नदरा।   जा रहली है। केिारनाथ में जब पुनदन्यमा्यण का काम शुरू हुआ था,
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          कारयाक्म में प्रधानमंत्रली मोदली ने कहा, “मेिा तो रहली सपना है नक
          भाित में हि हाथ में ट्माट्टफोन हो, हि खेत में ड्रोन हो औि हि घि में   तो प्रधानमंत्ली ड्रोन के जररए काम का दनरलीक्ण करते थे।
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          समृनधि हो।” अब शहिों में हली नहीं गांव-देहात, सदूि के आनदवासली,   भारत में कोदिर के िौरान ड्रोन से िैकसलीन पहुंचाई गई, िहीं ्यह
          पहाड़ली, दयुगयाम क्ेत्रों में भली ड्रोन के तिह-तिह के उपरोग ननकल िहे हैं   n
          औि बहत मददगाि नसधि हो िहे हैं।                        दकसानों के द्ए ्यूरर्या के दछडकाि का साधन बना। पेड उगाने
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                                                                के द्ए ड्रोन से बलीज ऊपर से दगरा्या जाता है।
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          ड्ोन टक्ोलॉिी को लेकि भाित में िो उतसाह देखने
         को वमल िहा है, िो अद्भुत है। ये िो ऊिाथा निि आ िही   n  इस सा् बलीदटिंग ररट्लीट के मौके पर 10 दमनट तक 1000 ड्रोन
         है, िो भाित में ड्ोन सविथास औि ड्ोन आधारित इंडसट्री    कली मिि से आसमान जगमग दक्या ग्या और इस तरह का

                                                                                        ु
          की लंबी छलांग का प्वतवबंब है। ये भाित में िोिगाि      शो आ्योदजत करने िा्ा भारत िदन्या का चौथा िेश बना।
                                                                                       े
           सृिन के एक उभिते हुए बड़रे सेकटि की संभािनाएं         भारत में अब केि् ररसच्य एंर रि्पमेंट, दररेंस और
                 वदखाती है। – निेंद्र मोदी, प्धानमंत्ी          दसक्योररटली के द्ए हली ड्रोन आ्यात कली अनुमदत है।  n
                                                          प्रिािमंत्ी का पूरा
                                                          संबोिि सुििे के नलए
          34  न्यू इंडि्ा समाचार | 16-30 जन 2022          QR कोड सकैि करें
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