Page 21 - NIS Hindi, 16-30 November,2022
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आवीरणो कथा   आजीमवीका ममशन-राष्टट्र का ममशन





          लिपधत मधहलरा धकसरान के रूप में धमसराल
        िन चुकी हैं मरालरा देवी...देवघर धर्ले के
        सरारवरां प्रिंड के िेरवरा गरांव की रहने वराली          मत्हला स्र््थ्ं सहा्थ्तिा समूहों
        मरालरा देवी ने समूह के मराध्र्म से िेती के
        र्ररए अपनी आर्ीधवकरा को सिल धकर्रा है।             की तिाकति आजादी के अमृतिकाल
        2017 में िेरवरा आर्ीधवकरा सिी मंडल से                में त्र्कत्सति भारति, आत्मत्नभ्यर

        र्ुड़ने के पहले मरालरा देवी को अपने पररवरार           भारति के त्नमा्यण में बहुति अहम
        करा भरण-पोषण करने में िहुत मुल्श्कलों
        करा सरामनरा करनरा पड़तरा थरा। पररवरार में            एर्ं महत्र्पूण्य भूत्मका त्नभाने के
        धसफ्फ उनके पधत की कमराई से धकसी तरह                त्लए आज प्रत्तिबद्ध है, कत््टबद्ध है।
        से दो व्तत की रोटी करा गुर्राररा हो परातरा थरा।
        समूह से र्ुड़कर उन्होंने छोटे-छोटे ऋण                       -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंरिी
        लेकर सल््धर्र्ों की िेती करनरा शुरू धकर्रा।

        वत्यमरान में मरालरा देवी सल््धर्र्ों की िेती से
        सराल में एक लराि से लेकर 1.5 लराि तक
        की आमदनी कर लेती है| वे अपने िेत में
        गोभी, टमराटर,धमच्य,कद्दू, िीररा आधद की
        फसल लगराती है| मरालरा देवी से प्रेरणरा लेकर
        उनके गरांव की अन्र् दीधदर्रां भी िेती की ओर
        अग्सर हो रहीं हैं|
          चंपरा, रेिरा, भोर्लतरा, समरीन, मरालरा र्ैसी
        प्रेरणरा देने वरालीं ऐसी स्वर्ं सहरार्तरा समूहों

        से र्ुड़ी मधहलराओं की कहराधनर्रां लरािों में है,
        र्ो र्ह सराधित करती है धक भरारत की नरारी
        शल््तत अगर कुछ करने की ठरान ले तो पररवरार,
        समरार् और रराष्ट्र में िदलराव लरार्रा र्रा सकतरा
        है ्तर्ोंधक र्ि नरारी सश्तत होती है तो एक
        व्र्ल््तत र्रा पररवरार नहीं, िल््कक पूररा समरार्
        और देश सश्तत होतरा है।

                 कसि र्ह देखा गर्ा है नक नजस भली
                 सेक्टि  में  मनहलाओं  का  प्रनिनननधत्व
        अ बढ़ा  है,  उस  क्त्र  में,  उस  कार्  में
                              े
                                           या
        सफलिा  ननक््चचि  हो  जािली  है।  स्वच्छ  भािि
        अनभर्ान कली सफलिा इसका बेहििलीन उदाहिण
        है, नजसको मनहलाओं ने नेिृत्व नदर्ा है। आज गांवों
        में खेिली हो, पशुपालन का काम हो, निनजटल सेवाएं
        हों, नशक्ा हो, बनकंग सेवाएं हों, बलीमा से जुड़ली सेवाएं
                    ैं
        हों, माकनटिंग हो, भंिािण हो, पोषण हो, अनधक
               के
        से अनधक क्त्रों में मनहलाओं-लड़नकर्ों को प्रबंधन
                  े


                                                                                 न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 नवंबर 2022  19
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