Page 27 - NIS Hindi, 16-30 November,2022
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आवीरणो कथा    आजीमवीका ममशन-राष्टट्र का ममशन





















































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        आधारिि उद्ोग जैसे क्त्र में मनहला स्वर्ं सहार्िा समूह के   दोहिली भनमका है। नसंगल र्ूज प्लाक्स्टक को लेकि जागरूकिा
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        नलए अनि संभावनाएं हैं। गावों में भिािण औि कोल्िचेन कली   भली बढ़ानली है औि इसके नवकल्प के नलए भली काम किना है।
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        सनवधा शुरू किनली हो, खिली कली मशलीनें लगानली हों, दूध-फल-  प्लाक्स्टक के थैले कली जगह, जूट र्ा दूसिे आकषयाक बैग ज्र्ादा
        सब्जली को बबायाद होने से िोकने के नलए कोई प्लाट लगाना हो,   से ज्र्ादा बना िहली हैं।
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        ऐसे अनेक काम के नलए नवशेष फंि बनार्ा गर्ा है। इस फंि   ननक््चचि िौि से स्वर्ं सहार्िा समूह गिलीबों औि मनहलाओं
        से मदद लेकि स्वर्ं सहार्िा समूह भली र्े सनवधाएं िर्ाि कि   कली उन्ननि के साथ-साथ िाष्ट् कली प्रगनि का भली आधाि बन
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        सकिे हैं।                                            चुके हैं। मनहला शक्क्ि को अवसि नमला िो आत्मनव्चवास जगा
          केंद्र  सिकाि,  मनहला  नकसानों  के  नवशेष  प्रनशक्ण  औि   औि समूह कली शक्क्ि का अहसास हुआ। इससे स्वावलंबन कली
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        जागरूकिा को भली ननििि बढ़ावा दे िहली है। इससे अभली िक   िाह पि आगे बढ़ीं मनहलाओं को कहीं बैंक सखली िो कहीं पश  ु
        लगभग सवा किोड़ नकसान औि पशुपालक मनहलाएं लाभाक्न्वि    सखली, कहीं कृनष सखली नाम नमला। स्टाट्ड अप ग्राम उद्नमिा में
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        हो चुकली हैं। भािि में बने नखलौनों को भली सिकाि बहि प्रोत्सानहि   भली मनहलाएं आज आगे बढ़ िहली हैं औि उनके सपने अब नसफ्क
        कि िहली है, इसके नलए हि संभव मदद भली दे िहली है। नवशेष   सपने नहीं िहे, बक्ल्क साकाि हो िहे हैं। सहली मार्ने में नए भािि
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        रूप से आनदवासली क्त्रों कली मनहलाएं िो पािंपरिक रूप से इसस  े  के केंद्र में शानमल नािली शक्क्ि नवकास के खुले गगन में उन्मक्ि
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                                                                                            ं
        जड़ली हैं। इसमें भली स्वर्ं सहार्िा समूह के नलए बहि संभावनाए  ं  उड़ान भि िहली हैं। इसनलए कहिे हैं- “मनजलें उन्हीं को नमलिली
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        हैं। इसली प्रकाि, आज देश को नसंगल र्ूज प्लाक्स्टक से मुक्ि   हैं नजनके सपनों में जान होिली है, पखों से कुछ नहली होिा हौसलों
        किने का अनभर्ान चल िहा है। इसमें स्वर्ं सहार्िा समूह कली   से उड़ान होिली है।” n

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