Page 39 - NIS Hindi, 16-30 November,2022
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फ्लैर्मशप  प्रधानमंत्ी आवीास योजना




                                                                        हली आजलीनवका गनिनवनधर्ों के नलए अलग से जगह थली।
                                                                                                         ैं
                                                                        र्ोजना के लाभाथयी ज्र्ादािि 30-41 वषया के ह। इस
                                                                        उम्र म ब्घि र्ा कच्च ्घि वालों को पक्का ्घि नमलिा ह  ै
                                                                                      े
                                                                              े
                                                                            ें
                                                                                          ं
                                                                        िो वह आजलीनवका से संबनधि खोज पि अनधक ध्र्ान
                                                                          ें
                                                                        कनद्रि कि पािे ह।
                                                                                    ैं
                                                                                ं
                                                                           प्रधानमत्रली आवास र्ोजना के 2 किोड़ लाभानथयार्ों
                                                                        म 74% से अनधक मकान मनहला के नाम र्ा सर्ुक्ि
                                                                          ें
                                                                                                          ं
                                                                        रूप से पंजलीकृि किाए गए ह। मनहलाओं को नमले ्घि
                                                                                            ैं
                                                                        के मानलकाना हक ने, ्घि के दूसिे आनथयाक फैसलों म  ें
                                                                                                  ू
                                                                        भली मनहलाओं कली भागलीदािली को मजबि नकर्ा है। वहीं
                                                                                                ु
                  मध््य प्रदेश में धनतेरस पर गृह प्रर्ेशम्              किोड़ों ्घि बनने से इस काम से जड़े श्नमक, नमस्त्रली,
                                                                        बढ़ई, प्लबि, फनयीचि बनाने वाले उनको भली ढेि सािा
                                                                               ं
              गृह प्रवेश से नमली स्पनों को                              काम नमलिा है। िोजगाि औि उससे जुड़े कािोबाि म  ें
                                                                          ृ
                  सच करने की नई ताकत                                    वनद्ध हुई है। ं  ें
                                                                           प्रधानमत्रली निद्र मोदली सबके नलए आवास के संकल्प
            घर के धिनरा सभी संभरावनराएं ििली होती हैं। धकसी के गृह प्रवेश र्रा घर   को कुछ इस ििह से दोहिािे ह- ''गिलीबों को अपना
                                   ुं
                                                                                               ैं
            धमलने करा धदन नई िुशी, नए संक्कप, नए सपने और नई ऊर्रा्य करा प्रतीक   पक्का ्घि देने का र्ह अनभर्ान नसफ्क एक सिकािली
            है। र्ही वर्ह है धक र्ि घर धमलतरा है तो उन्हें नई संभरावनराएं धदिती हैं।   र्ोजना मात्र नहीं है। र्े गांव को, गिलीब को नव्चवास
            मध्र् प्रदेश के सतनरा में 22 अ्तटूिर को प्रिरानमंत्री आवरास र्ोर्नरा-
            ग्रामीण के 4.5 लराि से अधिक लराभराधथ्यर्ों के धलए आर्ोधर्त ‘गृह   देने कली प्रनिबद्धिा है। गिलीबली से लड़ने कली नहम्मि देन  े
            प्रवेशम्’ करार््यक्म में प्रिरानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भराग धलर्रा, र्हरां िनतेरस   कली पहलली सलीढ़ली है। इसली सोच के साथ हमािली सिकाि
            पर सौंपी गई सपनों को सच करने वराले घर की चरािी…...          पलीएम आवास र्ोजना को सववोच्च प्राथनमकिा दे िहली
            प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली कहिे हैं, “देश में पहले गलि नलीनिर्ों के कािण लोगों   है।''
            को मजबूिली में आवासहलीनिा भली अगलली पलीढ़ली को सौंपनली पड़िली थली। हमें देश ने   पवी्य की 21 योजनाओं की र्लमतयों
                                                                          ू
            मौका नदर्ा है, उस कुचरि को िोड़ िहे हैं। हमािली सिकाि हि गिलीब को पक्कली   से मनकली सफेल योजना
            छि देने के नलए नदन-िाि काम कि िहली है, इसनलए इिनली बड़ली संख्र्ा में ्घि बन
                                                                                                    ें
                                                                             ें
            िहे हैं।” मध्र् प्रदेश में प्रधानमंत्रली आवास र्ोजना के िहि 38 लाख ्घि स्वलीकृि   देश म सिकािली आवासलीर् र्ोजनाओं म ्घि िो पहल  े
                                                                                  े
            नकए गए हैं नजनमें किलीब 30 लाख ्घि बनाए जा चुके हैं। सिकाि गिलीबों कली   भली बनिे थे, लनकन उन र्ोजनाओं को लेकि लोगों का
            इच्छा, जरूिि को समझिली है, इसनलए नए ्घि शौचालर्, नबजलली, पानली का   अनुभव खिाब िहा है। आजादली के बाद पहलली आवासलीर्
            कनेक्शन, गैस कनेक्शन से लैस हैं। देश का नेिृत्व अब अिलीि से सबक लेकि   र्ोजना, इंटलीग्रटेि सक्ब्सिाइज्ि हाउनसंग स्कलीम फॉि
                                                                                  े
            नागरिकों के बुननर्ादली सुनवधाओं कली संपूणयािा पि काम कि िहा है। अिलीि में   इिस्ट्लीर्ल वकसया एि इकोनॉनमकलली वलीकि सेक्शन
                                                                                   ्क
                                                                                      ं
                                                                         ं
            बुननर्ादली सुनवधाओं से इिने सािे लोग वंनचि थे नक उनके पास औि कुछ सोचने   (1952) के नाम से आई थली। नफि हि 10-15 साल
            का समर् हली नहीं था। प्रधानमंत्रली मोदली कहिे हैं, “हमने िास्िे बदल नदए, औि   म र्ोजनाओं म कुछ जुड़िा गर्ा, नाम बदलिे गए।
                                                                          ें
                                                                                   ें
            ्घि के मानलकों को पूिा ननर्ंत्रण उनके हाथ में नदर्ा। पलीएम आवास र्ोजना अब
            सामानजक औि आनथयाक सशक्िलीकिण का माध्र्म बन गई है। अब गिलीब बुननर्ादली   इस ििह पलीएमएवाई के पहले 21 र्ोजनाएं आ चुकली
                                                                                             ू
                                                                             े
                                                                                  ं
            सुनवधाओं से लैस होकि अपनली गिलीबली कम किने के प्रर्ास कि िहे हैं।”  थीं, लनकन वनचिों के गरिमापणया जलीवन का लक्षर् कभली
                                                                                              ें
                                                                                          ं
                                                                         ू
                                                                        पिा नहीं हो पार्ा। प्रधानमत्रली निद्र मोदली ने जब 2014
                                                                        म देश कली बागिोि संभालली, िब पवया कली 21 सिकािली
                                                                                                ू
                                                                          ें
                ्थ्ह हमारी सरकार का बड़ा सौभाग््थ् है त्क हम 3.5 करोड़
             पररर्ारों के सबसे बड़े सपने को पूरा कर सके। ्थ्ह आज का न्थ्ा   आवासलीर् र्ोजनाओं कली गलि नलीनिर्ों, गलनिर्ों स  े
                                                                                           ं
             भारति है जहां गरीब धनतिेरस पर अपने नए िरों में गृह प्रर्ेश कर   मुक्क्ि के साथ नई प्रधानमत्रली आवास र्ोजना-शहिली
             रहे हैं। हम िरों की सुत्र्धा से र्त्चति रहने के दुष्चक् को तिोड़ रहे हैं   औि ग्रामलीण के नाम से ‘सबके नलए आवास’ उपलब्ध
                                      ं
             जो कई पीत्ढ़्थ्ों को प्रभात्र्ति करतिा ्था। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंरिी
                                                                        किाने कली शुरुआि कली गई। n
                                                                                 न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 नवंबर 2022  37
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