Page 52 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा



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                                                          उड़ञाि: हवञाई ्चप्पल िे


                                                          हवञाई जोहञाजो तक कञा िफर




                                                                  आतथ्य्क तव्कास ्की संभावनाएं न िो तसि्फ बड़ शहरों
                                                                                                           ़े
                                                                  में सीतमि हैं और न हवाई जहाज तसि्फ संपन्न वग्य
                                                                  ्के आवागमन ्के तलए बना है। इसी तवचार ्के साथ
                                                                            ़े
                                                                  शुरू हुई उड़ देश ्का आम नागरर्क (उड़ान) ्त्ोजना।
                                                                  इस्के जररए मध््त्म वग्य ्का 500 त्कमी ि्क मात्र
                                                                  2500 रुप्त्े में हवाई ्त्ात्रा ्का सपना सच त्क्त्ा िो
                                                                  छो्ट़े शहरों में हवाई सेवा ्के तवस्िार ने तव्कास ्की नई
                                                                  संभावनाओं ्के विारा खोले...

                                                                   2014 में चालू हवाई अड्डों की संख्या 74 ्थी। उड़ान योजना के
                                                                 n
                                                                   कारण यह संख्या अब ्तक बढ़कर 141 हो गई है।   उड़ान
                                                                   योजना के अं्तग्ष्त 58 हवाई अड्ड़े, 8 हेलीपोट्ट और 2 वाटर
                                                                   एरोड्ोम सर्ह्त 68 अपया्षप््त सुर्वधाओं वाले गं्तव्यों को
                       मुझे खुशी है नक आजादी के बाद                जोड़ा गया है।
                    पहली बार देश में एन्वएशि िीनत बिािे
                     का सौभाग्य हमारी सरकार को नमला।             n  योजना के ्तह्त शुरू र्कए गए 425 नए मागषों के सा्थ उड़ान
                      हमारे देश में गरीब व्यश््तत की एक            ने देश भर में 29 से अर्धक राज्यों और केंद्र शार्स्त प्देशों
                     पहचाि है नक ्वो ह्वाई चप्पल पहिता             को हवाई संपक्क प्दान र्कया है। उड़ान के ्तह्त 220 गं्तव्यों
                     है और मैं चाहता हूं नक ह्वाई जहाज में         को 2026 ्तक 1000 मागषों के सा्थ पूरा करने का लक्षय रखा
                    ह्वाई चप्पल ्वाले लोग नदखाई दें। और            गया है।
                          आज ये संभ्व हो रहा है।
                           - िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री          n  1 करोड़ से अर्धक यात्ी अगस््त 2022 ्तक इस योजना के
                                                                   ्तह्त र्कफाय्ती हवाई यात्ा का लाभ ले चुके हैं।



                रेरञा :  िकञाि खरीददञारों को िहजोतञा व िुरक्ञा




             रर्त्ल एस््ट़े्ट सेक््टर ्की क््त्ा ल्स्थति थी इससे   n  31 राज्यों और केंद्र शार्स्त प्देशों में
              हम भलीभांति पररतचि हैं। घर बनाने वालों         भू संपदा र्वर्नयामक प्ार्धकरण की
               और घर खरीददारों ्के बीच भरोसे ्की ए्क         स््थापना की गई है।  देशभर में 91,544
               खाई आ चु्की थी। ्कुछ गलि नी्त्ि वाले          भू संपदा पररयोजनाओं और 67,649 भू
                लोगों ने पूरे रर्त्ल एस््ट़े्ट ्को बदनाम ्कर  53  संपदा एजटों ने रेरा के ्तह्त पंजीकरण
                                                                     ें
               रखा था। इस परेशानी ्को दूर ्करने ्के तलए      कराया है। देशभर में भू संपदा र्वर्नयामक
                 RERA ्कानून ला्त्ा ग्त्ा। हाल में आईं       प्ार्धकरण द्ारा 97,753 र्शकाय्तों का
            ्कुछ ररपोर्स्य बिािी हैं त्क इस ्कानून ्के बाद   र्नपटारा र्कया गया है। (आंकड़़े 20
                         घर िेजी से पूरे होने शुरु हुए हैं।  अगस््त 2022 ्तक के हैं।)




              50  न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 डसतंबर 2022
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