Page 22 - NIS Hindi 16-30,April 2023
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आवीरण कथा राष्टट्रीय लोक सेवीा धदवीस धवीशेष







            आकांषिी नजला काय्षक्रम की ििलतिा, अब आंकाषिी ब्लॉक की राह


           जब कोई सरकारी कामे एक जी्वंत लक्षय बन जाता है, जब सरकारी   भी पजले को जब एक इकाई के तौर िर देखा जाता है, जब पजले के
           मेशीनरी एक जी्वंत इकाई बन जाती है, टीमे भा्वना से भर जाती है,   भप्व्टय को सामेने रखकर कामे पकया जाता है, तो अपधकाररयों को
           टीमे एक काय्त संस्कृपत को लेकर आगे बढ़ती है, तो िररणामे ्वैसे   अिने काययों की प्वशालता की अनुभूपत होती है। अपधकाररयों को भी
           ही आते हैं जो आज आकांक्षी पजलों मेें पदख रहे हैं। नौकरशाही को   अिनी भूपमेका के मेहत््व का अहसास होता है।
           समे्थ्त बनाने की कद् सरकार की िहल का िररणामे बीते 9 ्वषयों   आकांक्षी पजला काय्तरिमे 5 जन्वरी, 2018 को शुरू पकया गया ्था
                         ें
           मेें धरातल िर पदख रहा है। आकांक्षी पजले मेें प्वकास की गपत हो   पजसमेें 112 पजले शापमेल हैं। इसी काय्तरिमे को आधार बनाकर अब
           या पिर अन्य योजनाओं को अंपतमे छोर तक पबना पकसी बाधा के   देशभर के 500 अल्िप्वकपसत ब्लॉकों के सामेापजक प्वकास मेें तेजी
           सीधे लाभा्थथी तक िहुंचाना यह सब 2014 से शासन मेें आए बदला्व   लाने के पलए आकांक्षी ब्लॉक काय्तरिमे शुरू पकया गया है। ब्लॉकों
           का जी्वंत उदाहरण है। अनेक पजलों मेें होनहार और तेज तरा्तर   को राज्यों के िरामेश्त से शापमेल पकया गया है। इस काय्तरिमे मेें
           नौज्वान अिसरों को लगाया गया है। उसी प्रकार से जहां ररष्क्तयां   स््वास््थ्य और िोषण, पशक्षा, कृपष ए्वं जल संसाधन, प्वत्तीय समेा्वेशन
           ्थी उसे भरने मेें भी प्रा्थपमेकता दी है। उनके काय्तकाल को भी ष्स््थर   और कौशल प्वकास, बुपनयादी इंफ्ास्ट्क्चर और प्रमेुख सामेापजक-
           रखा जा रहा है। आजादी के 75 साल की लंबी यात्ा के बाद भी देश   आप्थक संकेतकों की पनगरानी से प्वकास को गपत दी जाएगी।
                                                                ्त
           मेें कई पजले िीछे ही रह गए ्थे। इन पजलों िर पिछड़े पजले का टैग   आंकाक्षी पजला मेें अब अपधकाररयों की िोष्स्टंग को सजा के
           लगा पदया गया। एक तरि देश के सैकड़ों पजले प्रगपत करते रहे,   रूि मेें नहीं देखा जा रहा है, यहां चुपनंदा यु्वा अपधकाररयों को तैनात
           दूसरी तरि ये पिछड़े पजले और िीछे होते चले गए। लेपकन शासन   पकया जा रहा है। इसी का िररणामे है पक आकांक्षी पजलों की औसत
           की सोच मेें बदला्व के कारण आज आकांक्षी पजले देश को आगे   से अच्छी ष्स््थपत मेें िहुंच रही है। संयुक्त रा्टट् प्वकास काय्तरिमे
           बढ़ने के अ्वरोध को समेाप्त कर रहे हैं।             (यूएनडीिी) की ररिोट्ट मेें भारत के आकांक्षी पजला काय्तरिमे (एडीिी)
             इसपलए प्रधानमेंत्ी मेोदी स््वयं कहते हैं पक आकांक्षी पजलों मेें देश   को स््थानीय क्षेत् प्वकास का एक अत्यंत सिल मेॉडल के रूि मेें
           को जो सिलता पमेल रही है, उसकी एक बड़ी ्वजह बेहतर समेन््वय   सराहा गया है। ररिोट्ट मेें यह भी कहा गया पक ऐसे कई अन्य देशों
           है, पजससे बाधाएं दूर हुई है। सारे संसाधन ्वही हैं, सरकारी मेशीनरी   मेें भी इसे स्ववोत्तमे प्र्था के रूि मेें अिनाया जाना चापहए जो प्वकास
           ्वही है, अपधकारी ्वही हैं लेपकन िररणामे अलग-अलग हैं। पकसी   की राह मेें िीछे रह गए हैं।




        में इतिी बड़ी सहभानगता ही प्धािमंत्ी मोदी की का्य्य-संस्कृनत   ि हो वो भी मि में कु्छ अच््छा करके जािे के नल ए सोचता है।
                                       ें
        और का्य्यशैली है। इसनलए प्धािमंत्ी िरद् मोदी कहते हैं, इतिे   हमारा काम ्यही है नक इस अच््छाई को पकड़िे का प््यास करें।
        बड़ लंबे तजुबमे के बाद मैं नव श्वास से कहता हूं नक मैं कभी अफसरों   पहले द्दन से ‘ए्तशन मोि’ में सरकार
           े
        से नि राश िहीं हुआ। मेरे जीवि में कभी मुझे नक सी अफसर को   प्धािमंत्ी के रूप में जब 22 मई 2014 को िरद् मोदी िे शपथ
                                                                                                 ें
        िांटिे ्या ऊंची आवाज में बोलिे की िौबत िहीं आई है। मैं जीरो   ली, तब उन्हें ‘नदल्ली की राजिीनत’ का ि्या नखलाड़ी मािा जा
        अिुभव के साथ शासि व््यवस्था में आ्या था। मुझे पंचा्यत का   रहा था लेनकि हर काम को नसस्टेमैनटक तरीके से करिे की उिकी
        भी अिुभव िहीं था। पहले नद ि से आज तक मुझे कभी कोई कटु   सोच िे िौकरशाही से लेकर आलोचकों को भी हैराि नक्या था।
                         ैं
        अिुभव िहीं आ्या। मिे ्यह साम्थ््य्य देखा है। ्त्यों? मिे अपिी   भारत के 15वें प्धािमंत्ी के रूप में शपथ नलए हुए उन्हें केवल
                                                  ैं
        सोच बिाई हुई है नक हर व््यक््तत के अंदर परमात्मा िे उत्तम से   एक महीिा ही हुआ था और प्धािमंत्ी टीम इंनि्या की तरह
        उत्तम ताकत दी है। हर व््यक््तत में परमात्मा िे जहां है, वहां से   काम की शुरुआत कर चुके थे। ्योजिा आ्योग की जगह िीनत
        ऊपर उ्ठिे का साम्थ््य्य नद ्या है। नक तिा ही कोई बुरा व््यक््तत ्त्यों   आ्योग का ग्ठि हो ्या नफर िौकरशाही को साथ लेकर चलिे



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                                                            ैं
            पीएम मोदी     हमेारी सफलता इस बात मेें नहीं है डक तमेसे से मे ज््यादा जानता हयूं, हमेारी सफलता इस बात मेें है डक मेेरा अनुभि
                                                                           ें
              के मंत्र    और तुम्हारा ज्ान, मेेरा अनुभि और तुम्हारी ऊजा्ग, आओ ्यार डमे ला ल, देश का कुछ कल््यार् हो जाएगा। ्यह
                          रास्ता हमे चुन सकते ह। आप दडख ए ऊजा्ग बदल जाएगी, दा्यरा बदल जाएगा। हमेें एक नई ताकत डमे लेगी।
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