Page 38 - NIS Hindi 16-30,April 2023
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अंतरराष्टट्रीय भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन
भारति-बांग्लादेश मरैत्री पाइपलाइि का उद््घाटि
भारति-बांग्लादेश
िंबंधों में िए अध्याय की शुरूआति
भारत की “पड़ोस प्रथम” की नीद्त में बांग्लादेश प्रमुखता से शाद्मल है। द्पछले नौ ्वर्षों में भारत-बांग्लादेश के
ररश्ते मजबूत हुए हैं। दोनयों देशयों के शीर््ष नेतृत््व की हर स्तर पर सहष्योग बढ़ाने की मजबूत राजनीद्त इच्छाशब््तत और
द्मलकर काम करने की इच्छा स्पष्ट्ट देखी जा रही है। इसी कड़ी में भारत-बांग्लादेश मैत्ी पाइपलाइन का शुभारंभ
ें
पीएम नररि मोदी ने द्कष्या जो दोनयों देशयों के संबंधयों में एक नए अध्ष्याष्य की शुरूआत है। इस पाइपलान की नीं्व
द्सतंबर 2018 में रखी गई थी। इस नई पाइपलाइन से हाई- स्पीि िीजल की आपूद्त्ष से न द्सफ्क ककृद्र् और उद्ोगयों
को लाभ द्मलेगा बब््कक आपूद्त्ष खच्ष और काब्षन फु्टद्प्रं्ट में भी आएगी कमी…...
भारत और बांग्लादेश के बीच
सीमेा पार पहली ऊजा्ग पाइपलाइन
यह भारत और बांग्लादेश के बीच सीमेा िार िहली ऊजा्त िाइिलाइन
है। करीब 377 करोड़ रुिये की लागत ्वाली इस िाइिलाइन के
बांग्लादेश मेें पनपमे्तत पहस्से िर लगभग 285 करोड़ रुिये खच्त हुआ,
उसका ्वहन अनुदान सहायता के तहत भारत सरकार ने पकया है।
रत, बां्वलादेश के नवकास साझेदारों में सबसे अग्णी िाइिलाइन मेें प्रपत ्वष्त 1 पमेपलयन मेीपट्क टन हाई-स्िीड डीजल
भा है। नप्छले कु्छ वषषों में बुनि्यादी ढांचों में नवकास (एचएसडी) िहुंचाने की क्षमेता है। यह शुरुआत मेें उत्तरी बांग्लादेश
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के नलए भारत िे नकसी भी एक देश को दी जािे वाली सबसे के सात पजलों मेें हाई स्िीड डीजल की आिपत्त करेगी। भारत-
बांग्लादेश मेैत्ी िाइिलाइन के संचालन से भारत से बांग्लादेश तक
बड़ी रानश बां्वलादेश को दी है। भारत और बां्वलादेश के बीच एचएसडी लाने-ले जाने का एक स््थायी, प्वश््वसनीय, पकिायती और
विीपक्ी्य व््यापार वष्य 2020-2021 में 10.8 अरब िॉलर था िया्त्वरण अनुकल साधन स््थापित होगा।
रू
जो 2021-22 में बढ़कर 18.2 अरब िॉलर तक पहुंच ग्या है।
दोिो देश कंप्हनसव इकिॉनमक पाट्डिरनशप एग्ीमेंट को लेकर क्ेत् में, नबजली के नग्ि की बात हो ्या निनजटल क्ेत् की बात
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सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हैं नजससे नि्या्यत बढ़ेगा। हो। नजतिी हमारी किेक््तटनवटी बढ़ेगी उतिा ही हमारे पीपुल टू
भारत और बां्वलादेश िे सड़क, रेलवे, अंतदमेशी्य जलमाग्य पीपुल संबंधों को बल नमलेगा।”
और बंदरगाहों का एक िेटवक्क बिा्या है नजससे किेक््तटनवटी भारत, बां्वलादेश को आज 1100 मेगावाट से अनधक
में काफी वृनद्ध हुई है। नबजली और ऊजा्य क्ेत् में बढ़ता सह्योग नबजली सप्लाई कर रहा है। मैत्ी सुपर थम्यल पावर प्लांट की
भारत-बां्वलादेश संबंधों की पहचाि बि ग्या है। इसे मजबूती पहली ्यूनिट चालू हो गई है और अब दूसरी ्यूनिट को भी जल्दी
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देिे वाले भारत-बां्वलादेश मैत्ी पाइपलाइि का 18 माच्य को चालू करिे की नदशा में काम नक्या जा रहा है। का्यरिम में
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पीएम िरद् मोदी िे उद्घाटि करते हुए कहा,“मुझे नवश्वास है प्धािमंत्ी िरद् मोदी िे कहा, “जहां तक ऊजा्य-सह्योग की
नक ्यह पाइपलाइि बां्वलादेश के नवकास को और गनत देगी और बात है, हमारा पेट्ोनल्यम ट्ेि 1 नबनल्यि िॉलर पार कर चुका
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दोिों देशों के बीच बढ़ती किेक््तटनवटी का भी उत्कृष्ट उदाहरण है। हमारा सह्योग हाइरिोकाब्यि की संपूण्य वैल््य चेि में है।
रहेगी। ्यह आवश््यक है नक हम अपिी किेक््तटनवटी के हर स्तंभ चाहे वो अप-स्ट्ीम हो ्या नमि-स्ट्ीम ्या िाउि-स्ट्ीम। इस
को सुदृढ़ करते जाएं। चाहे ्यह पररवहि के क्ेत् में हो,ऊजा्य के पाइपलाइि से ्यह सह्योग और व््यापक होगा।” n
36 न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 अप्रैल 2023