Page 13 - NIS Hindi January 16-31,2023
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देश भर में आयोमजत मकए                              26 मदसंबर को 'र्ीर बाल


           रए मर्मभन् काय्यक्रम                               मदर्स' ्ोमित


             पूरे देश में ऐसे कार्यक्रम आरोजित जकए गए, िहां गणमानर
           n                                                  प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने 9 िनवरी 2022 को गुरु श्ी गोजबंद जसंह िी
             वरक्तरों ने साजहबिादों की िीवन गाथा और बजिदान पर   के प्रकाश पव्य पर साजहबिादा िोरावर जसंह िी और साजहबिादा
             संदेश जदरा।                                      ितेह जसंह िी की शहादत की राद में 26 जदसंबर को 'वीर बाि
                                                              जदवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इसी जदन साजहबिादा
           n  साजहबिादों के साहस की कहानी के बारे में नागररकों, जवशेष
             रूप से छोटे बच्ों को बताने के जिए पूरे देश में आपसी संवाद   िोरावर जसंह िी और साजहबिादा ितेह जसंह िी एक दीवार
             व सहभाजगता आधाररत कार्यक्रमों का आरोिन।          में जिंदा रुनवारे िाने के कारण शहीद हुए थे। इन दोनों महान
                                                              बािकों ने धम्य के जसदांतों से जवरजित होने की बिार मृतरु का
             देश भर के सकिों और कॉििों में क्वि, जनबंध प्रजतरोजगता,   वरण जकरा था। माता गुिरी, श्ी गुरु गोजबंद जसंह िी और 4
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             िघु जिलम का प्रदश्यन व सपेशि असेंबिी का आरोिन।   साजहबिादों की वीरता और आदश्य िाखों िोगों को शक्त प्रदान
             रेिवे सटेशन, पेट्ोि पंप, एररपोट्ट िैसे साव्यिजनक सथिों पर
           n                                                  करते हैं। वह अनरार के आगे कभी नहीं झुके। उनहोंने एक ऐसे
             साजहबिादों के बजिदान पर आधाररत जिजिटि प्रदश्यनी।  जवशव की कलपना की, िो समावेशी और सामंिसरपूण्य हो।
                                                              रुरु रोमर्ंद मसंह जी का अिल


                                                              संकलप था ‘राषट्र प्रथम’ का मंत्र

                                                              ‘वरक्त से बड़ा जवरार, जवरार से बड़ा राष्ट्’, ‘राष्ट् प्रथम’ का रह
                                                              मंत् गुरु गोजवंद जसंह िी का अटि संकलप था। िब वो बािक
                                                              थे, तो रह प्रश्न आरा जक राष्ट् धम्य की रक्ा के जिए बड़े बजिदान
           प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलया                  की िरूरत है। उनहोंने अपने जपता से कहा जक आपसे महान
           ऐमतहामसक काय्यक्रम में भार                         आि कौन है? रे बजिदान आप दीजिरे। िब वो जपता बने, तो उसी
                                                              ततपरता से उनहोंने अपने बेटों को भी राष्ट् धम्य के जिए बजिदान
                                                ्य
           n  प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने िगभग 3,000 बच्ों के मार पासट को   करने में संकोर नहीं जकरा। िब उनके बेटों का बजिदान हुआ,
             झंिी जदखाकर रवाना जकरा।                          तो उनहोंने अपनी संगत को देखकर कहा- ‘रार मूरे तो ्रा हुआ,
                                                              िीवत कई हिार।’ अथा्यत्, मेरे रार बेटे मर गए तो ्रा हुआ?
             प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी, 300 बाि कीत्यजनरां द्ारा प्रसतुत जकए
           n                                                  संगत के कई हिार साथी, हिारों देशवासी मेरे बेटे ही हैं। राष्ट्
             गए ‘शबद कीत्यन’ में भी शाजमि हुए।                प्रथम को सववोपरर रखने की रह परंपरा, बहुत बड़ी प्रेरणा है।






        के नशखि तक लेकि जाना है, तो हमें अतलीत के संकुनचत नजरिरों   नदवस’ देश के उन ‘पंच-प्राणों’ के नलए प्राण वारयु कली तिह है

        से भली आजाद होना होगा। इसनलए, आजादली के अमृतकाल में देश   नजसका संकलप प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली ने लाल नकले कली प्राचलीि से
           यु
        ने गलामली कली माननसकता से मयुलकत' का प्राण फूंका है। ‘वलीि बाल   देश के सामने िखा ्ा। n



                                                                                 नयू इंनडया समाचार   16-31 जनवरी 2023  11
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