Page 2 - NIS Hindi 16-30 June,2023
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मन की बात 101वीं कड़ी (28 मई 2023)
“भारत की ताकत
इसकी नवनवधता में नननित”
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‘मन की बात’ कायविक्रम न सबको एक साथ लिान का काम रकया है। लिोगों न जो आतमीयता और स्ह ‘मन की बात’
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के रलिए रदखाया है ्ो अभूतपू्वि और भा्ुक कर दन ्ालिा है। मन की बात कायविक्रम के 100्ें एरपसोड के प्रसारण
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के समय, एक प्रकार स पूरा दश एक सूत्र में बंध गया था। दुरनया के अलिग-अलिग दशों में, अलिग-अलिग टाइम जोन
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में बड़ी संखया में लिोगों न 100्ें एरपसोड को सुनन के रलिए समय रनकालिा। ‘मन की बात’ में दश और दश्ारसयो
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की उपलिल्धयों की ही चचावि होती है। जन भागीदारी ही इस कायविक्रम की सबस बड़ी ताकत है। प्रसतुत है प्रधानमंत्री नरेंद्र
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मोदी के मारसक ररेरडयो कायविक्रम मन की बात के 101्ीं कड़ी के प्रमुख अंश...
‘युवा संगम’ की पहल : भारत की शक्त इसकी विविधता में है। इसी को देखते हुए वशक्ा मंत्ालय ने ‘युिा संगम’ नाम से एक
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बेहतरीन पहल की है। इस पहल का उद्ेशय पीपल टू पीपल कने्ट बढाने के साथ ही देश के युिाओं को आपस में घुलने-वमलने का
मौका देना है।
जाते हैं दूसरे गांव और शहर : ‘युिा संगम’ में युिा दूसरे राजयों के शहरों और गािों में जाते हैं, उनहें अलग-अलग तरह के लोगों
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के साथ वमलने का मौका वमलता है। युिा संगम के फरट्ट राउंड में लगभग 1200 युिा, देश के 22 राजयों का दौरा कर चुके हैं।
जानकाररयां संग्रहहत : पहली बार देश में सभी मयूवजयम के बारे में जरूरी जानकाररयों को संग्रवहत वकया गया है। मयूवजयम वकस
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थीम पर आधाररत है, िहां वकस तरह की िरतुएं रखी हैं, िहां की कॉनट्ट वडटेलस ्या है - ये सब कुछ एक ऑनलाइन डायरे्टरी
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में समावहत है। आपको जब भी मौका वमले देश के मयूवजयम को जरूर देखने जाएं। आकर्षक तरिीरों को #MuseumMemories
के साथ शेयर करें।
अमृत सरोवर : वबना पानी जीिन पर संकट तो रहता ही है, वयक्त और देश का विकास भी ठपप पड़ जाता है। भविषय की इसी
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चुनौती को देखते हुए देश के हर वजले में 75 अमृत सरोिरों का वनमा्षण वकया जा रहा है। अब तक 50 हजार से जयादा अमृत सरोिरों
का वनमा्षण भी हो चुका है। ये जल संरक्ण की वदशा में बहुत बड़ा कदम है।
जल-संरक्षण के हलए अहियान : कई युिा अगर निाचार और तकनीक के जररए काम कर रहे हैं तो कई युिा ऐसे भी हैं जो
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समाज को जागरूक करने के वमशन में भी लगे हुए हैं जैसे वक छत्ीसगढ में बालोद वजले के युिा। यहां के युिाओं ने पानी बचाने के
वलए एक अवभयान शुरु वकया है। ये घर-घर जाकर लोगों को जल-संरक्ण के वलए जागरूक करते हैं।
कबीर ने हर कुप्रथा का हकया हवरोध : संत कबीरदास ने जो माग्ष हमें वदखाया है, िो आज भी उतना ही प्ासंवगक है। संत कबीर
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ने समाज को बांटने िाली हर कुप्था का विरोध वकया, समाज को जागृत करने का प्यास वकया। आज जब देश विकवसत होने के
संकलप के साथ आगे बढ रहा है तो हमें, संत कबीर से प्रणा लेते हुए समाज को सश्त करने के अपने प्यास और बढाने चावहए।
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अंतरराष्ट्ीय योग हदवस : 21 जून को हम ‘अंतरराषट्ीय योग वदिस’ भी मनाएंगे। उसकी भी देश-विदेश में तैयाररयां चल रही
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हैं। आप इन तैयाररयों के बारे में भी अपने ‘मन की बात’ मुझे वलखते रवहए। वकसी और विरय पर कोई और जानकारी अगर आपको
वमले तो िो भी मुझे बताइयेगा।
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