Page 2 - NIS Hindi 16-31 March, 2023
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अंदर के पन्नों पर
      मन की बात   2.0 (45वीं कड़ी, 26 फरवरी 2023)                                                                                                                      अमृत महोतसि से सिव्णिम भारत की ओर...

                                                                                                                           वर्षः 03, अंकषः 03 | 1-15 अगस्त, 2022
                                                                                                                                                                                         अंदर के पन्नों पर
                                                                                                                         संपादक
                                                                                                                            वर््षषः 03, अंकषः 06 | 16-30 सितंबर, 2022
                                                                                                                         जयदीप भटनागरो,                                       िताबदी िषणि का संकल्प साकार
            दुडि्ा के कई देश भारत के UPI                                                                                 प्रधान महाननदेशक,
                                                                                                                           प्रधान संपादक
                                                                                                                         पत्र सूचना कार्ायालर्, नई नदल्लली
                                                                                                                           सत्येन्द्र प्रकाश,
                                                                                                                           प्रधान महाननदेशक
            की ताकत की तरफ आकडर्चत                                                                                       वरिष््ठ सलाहकाि संपादक
                                                                                                                           पत्र सूचना कार्ायालर् , नई नदल्लली
                                                                                                                         संिोर् कुमारो
                                                                                                                           वरिष््ठ सलाहकाि संपादक
                                                                                                                         वरिष््ठ सहार्क सलाहकाि संपादक
                                                                                                                           संिोर् कुमारो
                                                                                                                         तवभाेरो शमा ्ष
        ‘मन की बात’ कायषिक्म को सभी लोगों ने जनभागीदारी की अखभवयस्त का एक अद्भुत मंच बना खदया है। हर                     सहार्क सलाहकाि संपादक
                                                                                                                           वरिष््ठ सहार्क सलाहकाि संपादक
                                                                                                                           तवभाेरो शमा्ष
                           रे
        महीने लािों संदेश क जररए खकतने ही लोगों क ‘मन की बात’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचती है। खजस तरह           अतखलेश कुमारो
                                                 रे
                                                                                                                           सहार्क सलाहकाि संपादक
        मन की शस्त बहुत अखधक होती है उसी तरह समाज की शस्त से कैसे देश की शस्त बढती है यह ‘मन की बात’                     ्चन्दन कुमारो ्चौधरोी
                   रे
        कायषिक्म क अलग-अलग एखपसोि में देिने और समझने को खमला है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’              अतखलेश कुमारो
                                                                                                                           ्चन्दन कुमारो ्चौधरोी
                                                                रे
        कायषिक्म में भी कहा है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत क यूपीआई की ताकत सखहत कई अनय मुद्ों पर                 भाषा संपादन
                                                                                                                                        े
                                   रे
        बात की। पेश है मन की बात क अंश...                                                                                सुतमि कुमारो (अंग्रजी)
                                        
                                                                                                                           भाषा संपादन
                                                                                                                                                                                              ्ष
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                                                                                                                                            े
                                                                                                                                                                                 को संकलप में बदलते हुए प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के कवकास को दी िकत। 16-36
                                                                                                                           सुतमि कुमारो (अंग्रेजी)
                                                                                                                         अतनल पटेल (गुजरोािी)
                                                                                                                           जय प्रकाश गुप्िा (अंग्रेजी)
                                                                                     रे
               भारतीय खिलौनों का क्रेज : ‘मन की बात’ में जब भारतीय खिलौनों की बात हुई तो देश क लोगों ने इसे हाथों-हाथ बढावा   नदीम अहमद (उद )                      अतीत और भविष्य
                                                                                                                                        ्ष
                                                                                                                                        ू
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                                                                                                                                                                                              मृ
                                                                                                                                                                                                  समाचार सार| 4-5
               खदया। अब तो भारतीय खिलौनों का इतना क्रेज हो गया है खक खवदेशों में भी इनकी खिमांि बहुत बढ रही है। जब ‘मन की   पॉलमी रोतक्षि (बंगाली)             आिर् कथा        आजादी के 75 वर्ष को अमत महोतसव के रूप में मनाते हुए प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी
                                                                                                                                                                      का संपक्क सूत्र
                                                                                                                           नदीम अहमद (उदू्ष )
                                                                                                                                                                                         ्ष
                                                                                                                                                                               के नेतमृतव में सवकरम भारत की ओर बिता राष्ट्र । 08-12
                                 े
               बात’ में हमने स्ोरी-्खलंग की भारतीय खवधाओं पर बात की तो इनकी प्रखसखधि भी दूर-दूर तक पहुंच गई। लोग जयादा से   हररोहरो पंिा (ओतड़या)
                                                                                                                           पॉलमी रोतक्षि (बंगाली)
                                  े
               जयादा भारतीय स्ोरी-्खलंग की खवधाओं की तरफ आकख्षित होने लगे।                                                 हररोहरो पंिा (ओतड़या)                                                   वजनहें राषट्रवपता ने कहा था,‘राषट्रकवि’
                                                                                                                                                                                                  व्यक्ततव में इस बार पकिए कहानी मैकिलीशरर िुपत की|  6-7
                                                                                                                                                                                                              ं
                                                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                                         अमृत यात्ा क आधार स्भ
               भारत क UPI की ताकत : भारत क UPI की ताकत भी आप जानते ही हैं। दुखनया क कई देश इसकी तरफ आकख्षित हैं।         सलीननर्ि निजाइनि
                                                                                  रे
                      रे
                                           रे
                                                                                                                                                                                                  विकास की एक नई सुबह
                                                                                                                                                                                                 ै
                                                                                                                                                                                                        े
                                               रे
                                                                                            रे
               कुछ खदन पहले ही भारत और खसंगापुर क बीच UPI-Pay Now खलंक लॉनच खकया गया। भारत क लोगों ने तकनीक को           श्याम शंकरो तिवारोी                             बने महत्वपूर््ण फसल...                 13-78
                                                                                                                           सलीननर्ि निजाइनि
                                                                                                                                                                                                  जममू-कशमीर, लद्ाख : पररवत्षन के 3 वर्ष|  8-11
                                                                                                                           श्याम शंकरो तिवारोी
               कैसे अपने जीवन का खहससा बनाया है, ई-संजीवनी ऐप इसका जीता-जागता उदाहरण है। हमने देिा है खक कोरोना काल      रोतवन्द्र कुमारो शमा ्ष
                                                                                                                           रोतवन्द्र कुमारो शमा्ष
                                               रे
                     रे
                                     े
               में इसक जररए ्ेली-कंसल्शन लोगों क खलए एक बडा वरदान साखबत हुआ है।                                          निजाइनि                                                                  नम: वििा्य
                                                                                                                                                                                                        समाचार सार
                                                                                                                           निजाइनिवारो, अभय गुप्िा
                                                                                                                         तदव्या िल                                 भारत की सात दिक से             देवघर हवाई अड् डे के साि झारखंड को कमली कई परर्योजनाएं| 12-13
                                                                                                                                                                     मातृभूजम के
               उसताद खबससमललाह िान युवा पुरसकार : कुछ खदन पहले ‘उसताद खबससमललाह िान युवा पुरसकार’ खदए गए। यह संगीत         तदव्या िलवारो, अभय गुप्िा            ज्यादा की ्यात्रा का प्रवतवबंब               04-05
                                                                                                                                                                   जलए कर्-कर्
                                   रे
                                     े
               और परफॉखमिंग आरसषि क क्त्र में प्रखतभाशाली कलाकारों को खदए जाते हैं। यह कला और संगीत जगत की लोकखप्रयता                                            प्रधानमंत्री संग्रहाल्य।  38-42  सेमी कंडक्टर वनमाणि् का केंद्र बनेगा गुजरात
                                                                                                                                                                                                           जिनकी आवाि
               बढाने क साथ ही इसकी समृखधि में अपना योगदान दे रहे हैं।                                                                                                  समवपपित                    िांधीनिर में कडकजटल इंकड्या सपताह का आ्योजन| 14-15
                      रे
                                                                                                                                                                                                           ही पहचान ह...
                                                                                                                                                                                                                      ै
                                                                                                                                                                                                             06-07
               सवचछ भारत में बडा योगदान : हम अगर ठान लें तो सवचछ भारत में अपना बहुत बडा योगदान दे सकते हैं। कम-से-कम                                                                              बुवन्यादी ढांचे, विक्ा के साथ सेहत का वप्रकलॉिन डोज
                                          े
               पलासस्क क बैग की जगह कपड क बैग का संकलप तो हम सबको ही लेना चाखहए। आप देिेंगे आपका यह संकलप                                                        मेरे वमत्र! विंजो आबे...         कैकबनेट की बैठक में अहम फैसले| 37 ं को
                                            रे
                                                                                                                                                                                                            अन्नदाताओ
                         रे
                                                                                                                                                                                                            आसान ऋर्...
               आपको खकतना संतो् देगा और दूसरे लोगों को जरूर प्रेररत करेगा।                                                                                                                        नई विक्ा, नई नीवत, नए भारत का वनमाणि्
                                                                                                                                                                                                              79
               सवचछता भी, आमदनी का जररया भी: ओखिशा क केंद्रपाडा खजले की एक बहन कमला मोहराना एक सवयं सहायता समूह                                                                                   कशक्ा समािम में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी का संबोधन| 43-44
                                                      रे
                                                                                                                                                                                                            गुिरात को जमली
               चलाती हैं। इस समूह की मखहलाएं दूध की थैली और दूसरी पलासस्क पैखकंग से ्ोकरी और मोबाइल स्ि जैसी कई चीज                                                                               समाििन… समाज के अंवतम छोर तक विकास का रासता
                                                                                                ैं
                                                                                                                                                                                                       े
                                                                                                                                                                                                            नई  सौगातें...
                                रे
               बनाती हैं। सवचछता क साथ ही यह आमदनी का भी जररया बन रहा है।                                                                                                                         अरुर जेटली समकत व्यख्यान में प्रधानमंत्ी मोदी का संबोधन| 45-46
                                                                                                                                                                                                             मृ80-82
                                                                                  रे
               कुंभ मेले का आयोजन : पस्चम बंगाल में खत्रबेनी को सखदयों से एक पखवत्र सथल क रूप में जाना जाता है। खत्रबेनी की                                        वे कभी रूके नहीं, िके नहीं और    विकास के एकसप्रेस-िे में जुड़ा एक और आ्याम
                                                                                                                                                                  आजादी हाकसल करने के कलए अनवरत
                                                                                                                                                                                                            स्वास्थ् क्षेत्र की
                                                                               रे
               खवरासत को पुनसथाषिखपत करने और कुंभ परंपरा क गौरव को पुनजजीखवत करने क खलए यहां खपछले साल कुंभ मेले का                                               जापान के पूिणि प्रधानमंत्री     बुंदेलखंड को कमला कवकास का न्या रासता| 47-48
                                                       रे
                                                                                                                                                                  चलते रहे। इस बार पकिए ऐसे ही कुछ
                                                                                                                                                                                                            नई जन-क्वाांति...
                                                                                                                                                                     ना्यकों की कहानी।  85-88
               आयोजन खकया गया था।                                                                                                                               पद्मविभूष् विंजो आबे के                      83-84
                                                                                                                                                               वनधन पर प्रधानमंत्री का बललॉग।     कौिल से रोजगार की ओर...
                                                                                                                                                                          51-52                   प्रधानमंत्ी दक् ्योजना की सफलता के 1 वर्ष | 49-50

                                                                                                                       प्रकाशक औरो मुद्रक- मनीर् देसाई , महाननदेशक, केंद्लीर् संचाि ब्र्ूिो  मुद्रण: इननिननटली एिवटायाइनजंग सनवयासेस प्राइवेट नलनमटेि, एिबलीिली वन कॉपपोिेट
                                                                ‘ मन की बात’ पूरी सुनने क िलए QR कोड स्न कर। ें        प्रकाशक औरो मुद्रक: सत्येन्द्र प्रकाश, प्रधान महाननदेशक, केंद्लीर् संचाि ब्र्ूिो  मुद्रण:  जेके ऑिसेट ग्ानिकस प्राइवेट नलनमटेि, बली-278, ओखला
                                                                                े
                                                                                           कै
                                                                                                                                                         ्ड
                                                                                                                       पाक्क, 10वीं मंनजल, नई नदल्लली-ििलीदाबाद बॉिि, एनएच-1, ििलीदाबाद-121003।  पत्रा्चारो औरो ईमेल के तलए पिा: कमिा संख्र्ा-278, केंद्लीर् संचाि
                                                                                                                    इंिस्ट्रिर्ल एरिर्ा, िेज-1, नई नदल्लली-110020।  पत्रा्चारो औरो ईमेल के तलए पिा: कमिा संख्र्ा-278, केंद्लीर् संचाि ब्र्ूिो, सूचना भवन, नवितलीर् तल, नई
                                                                                                                                      नदल्लली- 110003।  ईमेल- response-nis@pib.gov.in आि. एन. आई. नंबि DELHIN/2020/78812
         2  न्यू इंडि्ा समाचार   16-31 माच्च 2023                                                                         ब्र्ूिो, सूचना भवन, नवितलीर् तल, नई नदल्लली- 110003।  ईमेल- response-nis@pib.gov.in आि. एन. आई. नंबि DELHIN/2020/78812
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