Page 48 - NIS Hindi 01-15 August,2023
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राष्टट्रमी्यो  एससमीओ वशखर सम्मपेलन                                                                                                                                                             राष्टट्रमी्यो  एससमीओ वशखर सम्मपेलन




                                                                                                                           दशक में भारि ने अफगात्नस्िान के आत्थि्णक और सामात््जक       आतेांि्ववाद क्षेत्ीयो ए्वां ्वैश््व्वि
                                                                                                                           त्िकास के त्लए योगदान त्दया है। अफगात्नस्िान की भूत्म
                                                                                                                           पड़ोसी देशों में अस्स्थिरिा फैलाने या चरमपंथिी त्िचारधाराओं   शवाांगते िे गलए प्मुख खतेरवा,  इस
                                                                                                                           को प्रोत्साहन देने के त्लए न की ्जाए। अफगात्नस्िान की    चुनरौतेी से गनपटने िे गलए गनिवार्योि

                                                                                                                           स्स्थित्ि का एससीओ के सभी देशों की सुरक्षा पर सीधा प्रभाि         िवारर््ववाई आ्व्वयोि।
                                                                                                                           पड़िा है।”

                                                                                                                           चाबहार ्पोट� का होगा बेहतर उ्प्योग
                                                                                                                           एससीओ के चा्ट्टर के मूल त्सद्धांिों, त्िशेष रूप से सदस्य   और त्डत््ज्टल पस्ब्लक इंफ्ास्ट्क्चर के क्षेरि में सहयोग। भारि
                                                                                                                           देशों  की  संप्रभुिा  और  क्षेरिीय  अखंडिा  का  सम्मान  करना   का प्रयास है त्क एससीओ में सहयोग केिल सरकारों िक नहीं

                                                                                                                           आिश्यक  है।  ईरान  की  एससीओ  सदस्यिा  के  बाद  भारि   बस्ल्क लोगों के बीच संपक्फ और गहरा बनाने का है।
                                                                                                                           चाबहार पो्ट्ट के बेहिर उपयोग के त्लए काम कर सकिा है।   भारत करी अध््यक्षता में करी गई नई ्पहल
                                                                                                                           मध्य एत्शया के ऐसे देश ्जो समुद्री सीमा से नहीं ्जुड़िे हैं
                                        शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ)                                                          उनके  त्लए  ‘इं्टरनेशनल  नॉथि्ण-साउथि  ट्ांसपो्ट्ट  कॉररडोर’   शंर्ाई त्शखर सम्मेलन में पहली बार एससीओ त्मले्ट फूड
                                                                                                                                                                                                                     ं
                                                                                                                           इंत्डयन ओशन िक पहुंचने का एक सुरत्क्षि और सुगम रास्िा   फेस्स््टिल, त्फल्म फेस्स््टिल, एससीओ सूर्जकुड रिाफ््ट मेला,
                                                                                                                                                                                त्थिंक ्ट�क सम्मेलन और साझा बौद्ध त्िरासि पर अंिरराष्ट्ीय
                 आतंकवाद पर नहीं च्लेगा                                                                                    बन सकिा है। एससीओ त्िश्ि की 40 फीसदी आबादी और        सम्मेलन का आयो्जन त्कया गया। इसके अलािा एससीओ
                                                                                                                           त्िश्ि की एक त्िहाई अथि्णव्यिस्थिा का प्रत्ित्नत्धत्ि करिा है।
                                                                                                                                                                                देशों के युिाओं की ऊ्जा्ण और प्रत्िभा को साथि्णक करने के
                                                                                                                           ऐसे में एससीओ की साझा त््जम्मेदारी है त्क एक-दूसरे की
                           दोहरा मेापदंड                                                                                   ्जरुरि और संिेदनशीलिा को समझे। एससीओ के अगल     े    त्लए युिा िैज्ात्नकों और युिा लेखकों का सम्मेलन, युिा
                                                                                                                                                                                रेत््जडें्ट स्कॉलर काय्णरिम, स््टा्ट्टअप फोरम और युिा पररषद
                                                                                                                           त्शखर सम्मेलन की अध्यक्षिा क्जाख्स्िान करेगा।
                                                                                                                                                                                ्जैसे फोरम का आयो्जन त्कया गया।
                                                                                                                              भारि ने एससीओ की अध्यक्षिा के दौरान 140 से अत्धक
                                                                                                                           काय्णरिम, सम्मेलन और बै्ठकों की म्जेबानी की है। यही नहीं    भसिष््य करी जरूरतों के सलए तै्यार हो रहा एससरीओ
                                                                                                                           एससीओ के सभी ऑब््जि्णर और डायलॉग साझेदारों को भी     प्रधानमंरिी नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में कहा त्क िि्णमान समय

                                                                                                  ते
                                          ते
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                                                                                                       ते
           आज भमी परा विश्ि आतंकिाद स परशान है। अंतरराष्ट्रमीय फोर्म पर बात होतमी है लतेवकन कई दश ऐस हैं                   काय्णरिमों में शात्मल त्कया गया। एससीओ की मंरिी स्िरीय   में िैस्श्िक स्स्थित्ि एक महत्िपूण्ण पड़ाि पर है। त्ििाद, िनाि
                                             ते
                                             ैं
            जो आतंक पर दोहरा चररत् वदखाततेह। ऐस हमी कुछ दतेशों कमीिजह स आतंक और आतंकिादमी आज भमी                           बै्ठकों में महत्िपूण्ण दस्िािे्ज िैयार त्कए गए हैं त््जसमें भारि   और महामारी से त्र्रे त्िश्ि में फूड, फ्यूल और उि्णरक की
                                                  ते
                                                                         ते
                                                                                                                           की ओर से कुछ नए और आधुत्नक आयाम को ्जोड़ा गया
                                                                                                                                                                                कमी सभी देशों के त्लए एक बड़ी चुनौिी है। सभी सदस्य
                        ैं
           फलफूल रहतेह। इसका खाव्मयाजा ्मानि स्माज को उ्ठाना पड़ रहा है। ऐस दतेशों के प्रवत भारत नते शंघाई                  है। इसमें प्रमुख रूप से शात्मल है ऊ्जा्ण क्षेरि में उभरिे ईंधन,   राष्ट्ों को त्मलकर त्िचार करना चात्हए त्क क्या एससीओ
                                                                                ते
                                                                       ें
                                     ें
                               ै
           सहयोग संग्ठन कमी ब्ठक ्म सख्त रुख वदखाया है। प्रधान्मंत्मी नरद्र ्मोदमी न अध्यक् के तौर एससमीओ के               ट्ांसपो्ट्ट के क्षेरि में डी-काब्णनाइ्जेशन, त्डत््ज्टल ट्ांसफॉममेशन   एक संग्ठन के रूप में लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं
                                                                                ते
                                      23िें वशखर सम््मलन को वकया संबोवधत...                                                                                                     को पूरा करने में समथि्ण है। भारि ने एससीओ में सुधार और
                                                       ते
                                                                                                                                                                                आधुत्नकीकरण  के  प्रस्िाि  का  समथि्णन  त्कया  है।  भारि
               िंकिाद से त्नप्टने के त्लए त्नणा्णयक कदम उ्ठाने   महत्िपूण्ण भत्मका रही है। युिाओं के बीच कट् ्टरिा बढ़ रही                                                       सरकार की ओर से एससीओ के अंिग्णि भाषा संबंधी बाधाओं
                                                                       ू
                                                                                                                                                  ्यू्थ
        आका समय आ गया है। प्रधानमंरिी नरेंद्र मोदी ने कहा    है, इसे रोकने के त्लए भी हमें और सत्रिय रूप से कदम उ्ठाने              ्पपारं्पररक   इम््पपावरमेेंटे  बर्बजटेल     को ह्टाने के त्लए एआई आधाररि भाषा मंच भात्षणी को सभी
        त्क आिंकिाद चाहे त्कसी भी रूप में हो इसके त्िरुद्ध त्मलकर   की ्जरुरि है। भारि सरकार की पहल पर कट् ्टरिा के त्िषय            और्बध                 समेपावेशन            सदस्य देशों के साथि साझा करने की बाि कही गई है। भारि
        लड़ाई लड़नी होगी। कुछ देश सीमा पार से आिंकिाद को       पर एससीओ की ब्ठक में एक संयुक्ि िक्िव्य ्जारी त्कया                                                                सरकार का मानना है त्क संयुक्ि राष्ट् सत्हि अन्य िैस्श्िक
                                                                             ै
        अपनी नीत्ि के रूप में इस्िेमाल कर रहे हैं, आिंकिात्दयों को   गया।                                                  स्टेपाटे्डअ्प और                        सपाझपा िौद्   संस्थिानों में सुधार के त्लए एससीओ एक महत्िपूण्ण आिा्ज
                                                                                                                            इनोवेशन
        पनाह दे रहे हैं। एससीओ के सदस्य राष्ट्ों को ऐसे गंभीर त्िषय   पीएम मोदी ने कहा, “अफगात्नस्िान को लेकर भारि की                                               बवरपासत     बन सकिा है। बै्ठक में एससीओ का दायरा बढ़ाने की बाि
                                                                                                   े
        पर दोहरे मापदंड नहीं अपनाना चात्हए। आिंक को त्ित्तीय   त्चंिाएं और अपेक्षाएं एससीओ के अत्धकांश दशों के समान                         भारत नते वदए                        कही  गई  लेत्कन  एससीओ  का  मूल  फोकस  मध्य-एत्शयाई
        मदद से पोत्षि करने िाले देशों और संस्थिाओं से आपसी   ही हैं। त्लहा्जा अफगात्नस्िान के लोगों के कल्याण के त्लए                   एससमीओ ्में सहयोग                       देशों के त्हि और आकांक्षाओं पर केंत्द्रि रहे इस बाि पर ्जोर
        सहयोग  बढ़ा  कर  त्नप्टना  चात्हए।  इसमें  संर्ाई  सहयोग   त्मलकर  प्रयास  करने  होंगे।  भारि  और  अफगात्नस्िान  के                के पांच नए स्तंभ
        संग्ठन के क्षेरिीय आिंकिाद त्िरोधी संरचना मैकेत्नज्म की   लोगों के बीच सत्दयों पुराने मैरिीपूण्ण संबंध रहे हैं। त्पछले दो                                               त्दया गया।   n
         46  न्ययू इंटडया समेाचार   1-15 अगस्त 2023                                                                                                                                                    न्ययू इंटडया समेाचार   1-15 अगस्त 2023  47
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