Page 56 - NIS Hindi 01-15 August,2023
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राष्टट्र  जमी-20                                                                                                                                                                                                   राष्टट्र जमी-20




        भटवष्य मेें बढेेंगे साइबर                                                                                          ्जी-20 अनुसंधान


        अपराध,्जी-20 मेें साइबर                                                                                            मेंटत्रयों का अनुसंधान


        सुरक्षा पर पह्ला सम्मेे्लन                                                                                         और नवाचार टसस्िमे मेें


                                                                                                                           बद्लाव का संकल्प
        विरासत और तकनमीक सते लैस विकास को एक साथ
        लतेकर चलनते िालते भारत कमी जमी-20 अध्यक्ता                                                                          21िीं सदमी कमी बदलतमी दुवनया और भविष्य कमी
        ्में पहलमी बार साइबर सुरक्ा पर सम््मतेलन 13-14                                                                      चुनौवतयों सते वनपटनते ्में अनुसंधान और निाचार के
        जुलाई को गुरुग्रा्म ्में हुआ। 'नॉन वफवजबल टोकन                                                                      नए वसस्ट्म साथ्षक हैं। यहमी िजह है वक अनुसंधान
        (एनएफटमी), आवट्टवफवशयल इंटेवलजेंस (एआई)

        और ्मतेटािस्ष के युग ्में अपराध और सुरक्ा'                                                                          और निाचार वसस्ट्म बदलनते के वलए हरसंभि प्रयास
        विर्य पर आयोवजत सम््मतेलन को केंद्रमीय गृह एिं                                                                      के स्मथ्षन का संकल्प लतेनते के साथ हमी 5 जुलाई को
                                                                                                                                            ें
        सहकाररता ्मंत्मी अव्मत शाह नते वकया संबोवधत,                                                                        संपन्न हुई बै्ठक ्म जमी-20 अनुसंधान ्मंवत्यों नते ररसच्ष
        सात शैक्वणक संस्थाओं के साइबर िॉवलंवटयर                                                                             एंड इनोितेशन इवनवशएवटि गैदररंग (आरआईआईजमी)
        स्कॉड को वदखाई हरमी झंडमी…...                                                                                       को जमी-20 ्में एक औपचाररक स्ममूह का दजा्ष दतेनते कमी
                                                                                                                            वसफाररश पर जताई सह्मवत…...
         त्ड   त््ज्टल दुत्नया में त्िश्ि िे्जी से ्जुड़ रहा है। िकनीक                                                       कें  द्रीय अनुसंधान एिं प्रौद्ोत्गकी राज्यमंरिी डॉ. त््जिेंद्र त्संह   क््ववाांटम प्रौद्योगिगियोों िवा ग्विवास िरनवा,

               परंपरागि भौगोत्लक, रा्जनीत्िक और आत्थि्णक सीमा
                                                                                                                                 की अध्यक्षिा में हुई ्जी-20 अनुसंधान मंत्रियों की बै्ठक
        िोड़कर  पार  पहुंच  चुकी  है।  िकनीक  मनुष्य,  समा्ज  और                                                            में ररसच्ण एंड इनोिेशन इत्नत्शएत््टि गैदररंग (आरआईआई्जी)   क््ववाांटम सांचवार, गरिप्टयोग्वाफी और क््ववाांटम
        देशों  को  करीब  लाने  िाला  सकारात्मक  त्िकास  है  लेत्कन                                                         की बै्ठकों में िय प्राथित्मकिा िाले चार क्षेरिों - सिि ऊ्जा्ण के   एल्ियोररदम िी खयोज िरनवा हमवारे जी-20
        असामात््जक  ित्ि  और  स्िाथिवी िैस्श्िक  िाकिें  नागररक  और   त्थिंग्स” को “इमोशन्स ऑफ त्थिंग्स” के साथि ्जोड़ा है। इसी का   त्लए सामग्री; सकु्फलर बायोइकोनॉमी; ऊ्जा्ण स्ोिों में बदलाि  अनुसांधवान एजेंडे िवा अिलवा लक्षयो है।

        सरकार दोनों को आत्थि्णक और सामात््जक नुकसान पहुंचाने के   पररणाम है त्क िे्जी से हुए त्डत््ज्टल त्डलीिरी इत्नत्शएत््टव्स ने   के त्लए पया्णिरणीय-निाचार; और त््टकाऊ नीली अथि्णव्यिस्थिा
        त्लए इसका इस्िेमाल कर रहे हैं। इं्टरपोल की िष्ण 2022 की   एक दशक में भारि को ‘त्डत््ज्टल राष्ट्’ में बदल त्दया है।  पर चचा्ण के बाद एक पररणाम दस्िािे्ज और अध्यक्षिा सारांश              डॉ. गजतेेंद्र गसांह
        ‘ग्लोबल ट्ेंड समरी ररपो्ट्ट’ के अनुसार रैनसमिेयर, त्फत्शंग,   केंद्रीय गृहमंरिी एिं सहकाररिा मंरिी अत्मि शाह ने सम्मेलन में   स्िीकार त्कया त््जसके मुख्य अंश पत्ढ़ए… :-  िेंद्रीयो ग्वज्वान ए्वां प्रौद्योगििी रवाज्यो मांत्ी (स््वतेांत् प्भवार)।
        ऑनलाइन र्ो्टाले, ऑनलाइन बाल यौन-शोषण और हैत्कंग      कहा है त्क ्टरेरररज्म, ्टरेरर फाइनेंत्संग, नाकवो, नाकवो-्टरेरर त्लंक्स,
        ्जैसे साइबर अपराध की कुछ प्रिृत्ियां त्िश्िभर में गंभीर खिरे   और त्मस-इनफॉममेशन सत्हि नई और उभरिी, पारंपररक और      अनुसंधान मेंटत्रयों की सहमेटत के टबंद     ु
        की स्स्थित्ि पैदा कर रही हैं। ऐसी संभािना है त्क भत्िष्य में ये   गैर-पारंपररक चुनौत्ियों से बेहिर ढंग से त्नप्टने के त्लए राष्ट्ों                                     n  समेुद्री जैदवक दवदवधता के संरक्षण और सतत उपयोग को लेकर
        साइबर अपराध कई गुना और बढ़ेंगे। ऐसे में त्डत््ज्टल दुत्नया को   और  अंिरराष्ट्ीय  संग्ठनों  की  क्षमिाओं  को  म्जबूि  बनाना                                                 समेुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट् कन्वेंशन के तहत नए समेझौते
                                                                                                                                                                                   को अपनाने का स्वागत करने के सा्थ ज्लद लागू दकए जाने के
        सुरत्क्षि बनाने के त्लए िैस्श्िक स्िर पर एक्जु्ट होकर कदम   आिश्यक है। ्टरेरररस््ट, अपनी पहचान त्छपाने के त्लए और   n  मेंदत्यों ने सतत नीली अ्थ्पव्यवस््था की लक्षय पूदत्प के दलए उन्नत   प्ोत्साहन को समे्थ्पन।
        उ्ठाने और सहयोग के त्लए आयोत््जि सम्मेलन में प्रत्ित्नत्धयों   रेत्डकल मै्टरेररयल को फैलाने के त्लए डाक्फ-ने्ट का उपयोग कर   अंतरराष्ट्ीय समेन्वय और सहयोग से अदधक बेहतर दनरंतर   n  प्ाकृदतक खतरों, आपदाओं और चरमे मेौसमे की ्घ्टनाओं सदहत
        ने माना त्क भारि की ्जी-20 अध्यक्षिा ने एनएफ्टी, एआई और   रहे हैं। ‘डायनामाइ्ट से मे्टािस्ण’ और ‘हिाला से त्रिप््टो करेंसी’   समेुद्री अवलोकन, दनगरानी और पूवा्पनुमेान प्णादलयों की क्षमेता   सामेने आने वाली सामेादजक और पया्पवरणीय चुनौदतयों का
        मे्टािस्ण के युग में अपराध और सुरक्षा की चुनौत्ियों पर चचा्ण के   का पररिि्णन दुत्नया के देशों के त्लए त्नस्श्चि ही त्चंिा का त्िषय   दवकदसत करने की आवश्यकता पर भी जोर ददया।  प्भावी ढंग से जवाब देने के दलए अपने अनुसंधान और नवाचार
        त्लए एक मूल्यिान मंच स्थिात्पि त्कया है।             है। हम सभी को त्मलकर साझा रणनीत्ि िैयार करनी होगी।            n  जी-20 के अनुसंधान मेंदत्यों ने ररसच्प एंड इनोवेशन इदनदशएद्टव   पाररस्स््थदतकी तंत् को बदलने की ददशा मेें कामे करना जारी रखेंगे।
           प्रधानमंरिी नरेंद्र  मोदी  मानिे  हैं  त्क  “साइबर  सुरक्षा  अब   “म्जबूि और कारगर ऑपरेशनल त्सस््टम” की त्दशा में, हमें   गैदररंग (आरआईआईजी) को जी-20 मेें एक औपचाररक समेूह   जहां आवश्यक हो संयुक्त प्यासों का समे्थ्पन करेंगे।
                                                                                                                              का दजा्प देने की दसिाररश पर सहमेदत व्यक्त की।
        केिल त्डत््ज्टल दुत्नया िक ही सीत्मि नहीं है। यह एक राष्ट्ीय   एकरूपिा से सोचना होगा। हमारा लक्षय ‘साइबर सक्सेस िल्ड्ट’                                                 n  अनुसंधान और उच्च दशक्षा संस््थानों मेें छात्ों, दवद्ानों, शोधकता्पओं
                                                                                                                           n  वर््प 2024 के अंत तक समेुद्री पया्पवरण सदहत प्लास्स््टक प्दूर्ण को
        सुरक्षा - िैस्श्िक सुरक्षा का मामला बन गया है।” पीएम मोदी   का त्नमा्णण करना है, न त्क ‘साइबर फेल्योर िल्ड्ट’ का। कोई   समेाप्त के दलए एक अंतरराष्ट्ीय बाध्यकारी कानून बनाए जाने के   और वैज्ादनकों की मेोदबदल्टी को प्ोत्सादहत करेंगे। समेावेशी और
        ने िकनीक के मानिीय पक्ष पर ्जोर त्दया है त््जसमें ‘कम्पैशन’   भी देश या संग्ठन, अकेले साइबर खिरों का मुकाबला नहीं कर   संक्लप का स्वागत दकया।                              सतत दवकास का लक्षय हादसल करने, जीवंत समेाज दनमेा्पण के दलए

        और  ‘सेंत्सत््टत्ि्टी’  सुत्नस्श्चि  करने  के  त्लए  “इं्टरने्ट  ऑफ   सकिा है। इसके त्लए एक संयुक्ि मोचमे की आिश्यकिा है।”                                                 अंतर-संस््थागत सहयोग की बाधाएं कमे करने का प्यास करेंगे।



         54  न्ययू इंटडया समेाचार   1-15 अगस्त 2023                                                                                                                                                    न्ययू इंटडया समेाचार   1-15 अगस्त 2023  55
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