Page 62 - NIS Hindi August 01-15, 2024
P. 62

अंंिरराष्ट्रोी�  यि�श्� धारोहर सयिमायिि



                    रामृचरिरत मृा��, पींचतत्रा 'यां�ेस्को की मृमृोरी ऑफा द वल्�ड
                                                                         े
                                                  ं
                          एनिशुयाा-पीनि�निफाक रीज�ल रनिजस्टर' मृं शुानिमृल
                                       ै

                                                  ू
                           ं
            राामेंिरिरात मेंानसं, पांित� औरा संहृदयालोका-लोकान काो 'यानेस्काो   प्राकााशो डालता है। याह तीनं ऐसंी कााल�याी रािनाएं हं वि�न्हंन  े
               े
            काे मेंमेंोराी ऑफै द �ल्डट एविशोयाा-पाविसंविफैका राी�नल रावि�स्र्टरा' मेंं   भीारातीया संाविहत्या औरा संंस्कावित काो गहरााई संे प्राभीावि�त विकायाा है,
                                  ै
                                                                                ृ
                                                              े
                                  े
            शोाविमेंल विकायाा गयाा है। याह संमेंा�शोन भीारात काे विलए एका गौरा� काा   दशो काे नैवितका ताने-बाने औरा कालात्मेंका अविभीव्याक्तिक्तयां काो आकाारा
                       े
            क्षार्ण है, वि�संसंे दशो काी संमेंृद्धा संाविहक्तित्याका वि�राासंत औरा संास्कावितका   विदयाा है। इन संाविहक्तित्याका कावितयां ने संमेंया औरा स्थाान संे पाराे �ाकारा
                                                                               ृ
                                                      ृ
                                                   ं
                                        ं
            वि�राासंत काी पाक्तिष्र्ट होती है। याह �क्ति��का संास्कावितका संराक्षार्ण काी विदशोा   भीारात काे भीीतरा औरा बाहरा दोनं �गह पााठीकां औरा कालाकाारां पारा
                                                ं
                                           ृ
                                  ै
                     ु
                                                                                                  ं
            मेंं हो राहे प्रायाासंं मेंं एका कादमें आगे बढ़ाने काा प्रातीका है, �ो हमेंाराी   एका अविमेंर्ट छेापा छेोड़ी है। 'संहृदयाालोका-लोकान', 'पाित�' औरा
                                                                                               ं
            संाझाा मेंान�ता काो आकाारा दने �ाली वि�वि�धा काथााओं,  कालात्मेंका   'राामेंिरिरातमेंानसं' काी रािना क्रमेंशोः पां. आिायाण आनंद�धाणन, वि�ष्र्ण  ु
                               े
                                                                ण
                                    ु
            अविभीव्याक्तिक्तयां काो पाहिानने औरा संराविक्षात रा�ने काे मेंहत्� पारा   शोमेंा औरा गोस्�ामेंी तुलसंीदासं ने काी थाी।
                                                     े
                 ै
          भाारत वल्किश्वक निवरासीत के सींरक्षेण को भाी अर्पोनी नि�म्मंदेारी
        मंानता हाै। यहाी व�हा हाै निक भाारत अर्पोनी निवरासीत के सीाथ-सीाथ
                                   े
        ग्�ोबी� सीाउथ के देेशं मंं भाी हाेरिरटी� सींरक्षेण के नि�ए सीहायोग
                            ं
                                                     ं
        देे रहाे हां। कबीोनिडया के अकोर-वाटी, निवयतनामं के चाामं टीर्पो�,
                  ं
                          ू
        म्यांमंार के बीागान मंं स्तर्पो सीनिहात कई धारोहारं के सींरक्षेण मंं भाारत
        सीहायोग देे रहाा हाै। इसीी निदेशा मंं प्रधाानमंंत्रीी नरद्री मंोदेी ने सीनिमंनित
                                           ं
                                     ू
                                                  े
                                                      ं
        की 46वं बीैठक मंं भाारत की तर� सीे यनेस्को वल्डड हाेरिरटी� सीटीर
        के नि�ए 10 �ाखु डॉ�र के सीहायोग की घाोषाणा की हाै। ये ग्रैांटी,
        क्षेमंता निनमंाण, तकनीकी सीहाायता और वल्डड हाेरिरटी� सीाइट्सी के
                                              े
                 ि
                                          ै
                              े
        सींरक्षेण मंं प्रयोग हाोगी। निवशषा रूर्पो सीे, ये र्पोसीा ग्�ोबी� सीाउथ   किवदशं मेंं �स्कीरी येा अन्य �रह सुे भंजाे गए
                                                                                                  े
                                                                 े
                                        े
        के देेशं के कामं आएगा। भाारत मंं यंवा र्पोशेवरं के नि�ए निवश्व   सुास्कीकि�क मेंहत्व की बहुमेंूल्य परावशेष
                                                                �
                                                                   ृ
                                                                                               ु
                            े
        धारोहार प्रबीधान मंं सीनिटीडनि�कटी प्रोग्रैामं भाी शंरू हाो गया हाै। प्रधाानमंंत्रीी   की दश मेंं वापसुी पर पहला ध्याने नेहं दिदयेा
                ं
                                                                                        े
                                                                  े
        मंोदेी ने निवश्वासी व्य�त निकया हाै निक भाारत का सीांस्कनितक और   गयेा। 2014 सुे पव क 38 वष मेंं जाहा� श्चिसुफो 13
                                                 ृ
                                                                             ू
                                                                                                      ग
                                                                                          ग
                                                                                 े
                                                                               ग
        रचानात्मंक उद्योोग वल्किश्वक निवकासी मंं एक बीड़ा कारक बीनगा।
                       ै
                                                   े
                                                             परावशेष दश मेंं वापसु लााए गए �ो वहं किपछला
                                                               ु
                                                                        े
                                                                                                            े
        डिवाश्वा धरो�र सडिमाडित कोी प��ी बार माेजबानी        10 वष मेंं 344 पुरावशेष पनेप्राग� किकए गए ह। ं
                                                                                       ु
                                                                    ग
        भाारत ने र्पोहा�ी बीार निवश्व धारोहार सीनिमंनित की बीैठक की मं�बीानी
                                                   े
        की। यहा बीैठक 21 सीे 31 �ं�ाई तक हांई। निवश्व धारोहार सीनिमंनित की
                                                                                                  ृ
                                                ं
                                                 ं
        बीैठक सीा� मंं एक बीार हाोती हाै। यहा निवश्व धारोहार सीे सीबीनिधात सीभाी   गया। इसी देौरान भाारत मंंडर्पोमं मंं भाारतीय सींस्कनित को प्रदेनिशित
                                                                                                          े
        मंामं�ं के प्रबीधान और निवश्व धारोहार सीचाी मंं शानिमं� निकए �ाने   करने के नि�ए निवनिभान्ने प्रदेशिनिनयां भाी �गाई गईं। रिरटीनि ऑ� ट्र�सीि
                   ं
                                      ू
                                                                                                ृ
                                                      ू
        वा�े स्थ�ं र्पोर निनणिय करती हाै। बीैठक के देौरान निवश्व धारोहार सीचाी   प्रदेशिनी मंं देेश मंं वार्पोसी �ाई गई कुछ क�ाकनितयं को प्रदेनिशित
                                                                                                    ृ
        मंं नए स्थ�ं को नामंांनिकत करने के प्रस्ताव, मंौ�देा 124 निवश्व   निकया गया। देेश मंं अबी तक 350 सीे अनिधाक क�ाकनितयां वार्पोसी
                                              ू
                                                                                             ृ
                                                                                      ृ
        धारोहार सीर्पोनित्तीयं की सींरक्षेण  रिरर्पोोटीड, अंतरराष्ट्रीय सीहाायता  और   �ाई �ा चांकी हां। भाारत की सीमं� सीांस्कनितक निवरासीत, सीनिदेयं
               ं
                                           ि
        निवश्व धारोहार निननिधायं के उर्पोयोग आनिदे र्पोर चाचाा हाोती हाै। इसी वषाि   र्पोंरानी सीभ्यता, भाौगोनि�क निवनिवधाता, र्पोयिटीन स्थ�ं के सीाथ-
                                                                   ू
        की बीैठक मंं 150 सीे अनिधाक देेशं के 2000 सीे अनिधाक अंतरराष्ट्रीय   सीाथ सीचाना प्रौद्योोनिगकी और बींनिनयादेी ढेांचाे के क्षेेत्री मंं आधांनिनक
                                                                       े
                                                 े
        और राष्ट्रीय प्रनितनिननिधा शानिमं� हांए हां। निवश्व धारोहार यंवा र्पोशेवरं का   निवकासी को रखुांनिकत करने के नि�ए एक ‘अतंल्य भाारत’ प्रदेशिनी
                                ं
        मंंचा और निवश्व धारोहार स्थ� प्रबीधाकं का मंंचा भाी आयोनि�त निकया   भाी �गाई गई।  n
         60  न्यूू इंंडि�यूा समााचाार   1-15 अगस्त, 2024
   57   58   59   60   61   62   63   64