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स�सद धान्यवाद प्रेस्िाव पर जवाब


                 नितीहाानिसीक चा�ाव र्पोरिरणाम आ�े के बीादे �बी 18वं �ोकसीभा   प्रधाा�मात्राी के जुबााव के माहत्वपाणाष निबा� ु
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             ऐ की शुरुआती हाुई तीबी राष्ट्रीर्पोनिती द्रीौर्पोदेी ममुि �े सीसीदे के सीयुक्ती
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                 सीत्र को सीबीोनिधाती निकया नि�सीके बीादे देो�ं सीदे�ं मं सीांसीदें   n  नागांरिरकं के जाीवन र्मं सांरकार का हस्�क्षाेप कर्म हो और
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                                                           ं
            �े धान्यवादे प्रास्तीाव र्पोर चाचाा की और अर्पो�ी बीाती रखाी। प्राधाा�मत्री   जारूर�र्म�दें को सांरकार की ओर सांे र्मदेदे जाारी रहे।
                                                                          ू
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            �रद्री मोदेी �े देो ��ाई को �ोकसीभा और तीी� �ु�ाई को राज्यसीभा   n  र्मूल�� लक्ष्यां को राजानीति�क इच्छा सांे प्रााप्� तिकयाा जाा
            मं राष्ट्रीर्पोनिती के अनिभभाषाण र्पोर धान्यवादे प्रास्तीाव का �वाबी निदेया।   सांक�ा है। राज्यां को �ी इसांर्मं सांहयाोगां करना र्चुातिहए।
                                                                    n  व��र्मान सांदेी �ार� की सांदेी होने जाा रही है। इसां अवसांर
            इसी देौरा� र्पोीएम मोदेी �े सीरकार की �ीनितीयं और �ीयती को स्र्पोष्टी   को गां�वाने का जाोतिखर्म नहं उठाा सांक�े।
            कर निदेया। �ोकसीभा चा�ाव र्पोरिरणाम सीे �ेकर �ई सीरकार बी��  े
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                                                                    n  140 करोड़ नागांरिरकं का तिवश्वासां, अपेक्षााए� और �रोसांा
            और निवकनिसीती भारती के सींकल्र्पो सीे �ेकर देेश को निवश्व की तीीसीरी   तिवकासां के तिलए प्राेरक शक्ति�� बन गांए हं।
            अथिव्यवस्था बी�ा�े की निदेशा मं सीरकार की �ीनितीयं को स्र्पोष्टी तीौर र्पोर   n  जाब कोई देेश तिवकतिसां� हो�ा है �ो आने वाली पीतिढ़ायां के
            �ोकसीभा और राज्यसीभा के माध्यम सीे देेश की ��तीा के सीाम�े रखाा।   सांपनं को परा करने के तिलए र्मजाब� नंव जारूरी।
                                                                                               ू
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               भारती की ��तीा 60 वषां के बीादे �गातीार तीीसीरी बीार निकसीी सीरकार   n  �ीसांरे काया�काल र्मं, हर्म �ीन गांना गांति� सांे कार्म करगांे,
                                                                                                         ं
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            को वार्पोसी �ेकर आई हाै। मतीदेातीाओं के नि�णिय को कम आंक�ा ठीक   �ीन गांना ऊजाा� लगांाए�गांे और �ीन गांना परिरणार्म देगांे।
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            �हां हाै। भारती के �ोगं �े निर्पोछ�े 10 वषां मं देेश की सीवा कर�े क  े  n  �ार� की जान�ा ने तिपछले 10 वषं के सांरकार के ट्रीैक
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            नि�ए कद्री सीरकार के प्रायासीं का निदे� सीे सीमथि� निकया हाै।   रिरकॉ�ड पर �रोसांा जा�ायाा है और �ीसांरी बार सांशासांन
                                                                                                       ु
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               र्पोीएम मोदेी �े �ागरिरकं के �सी�े र्पोर गवि व्यक्ती निकया, नि�न्हां�  े  जाारी रखने का अवसांर तिदेयाा है।
            देुष्प्राचाार को हाराया, कामका� को प्रााथनिमकतीा देी, भ्रम की रा��ीनिती   n  स्व��त्र�ा के बादे पहली बार इ�ने कर्म सांर्मया र्मं 25 करोड़
            को �कारा और निवश्वासी की रा��ीनिती र्पोर �ीती की महार �गाई। बीाबीा   सांे अतिधक गांरीबं को गांरीबी सांे बाहर तिनकाला।
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            सीाहाबी भीमराव अबीेडकर के निदेए सीनिवधाा� का हाी र्पोरिरणाम हाै निक नि��क  े  n  भ्रष्टार्चुार के प्राति� जाीरो टॉलरसां की नीति� को सांरकार
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                                                                                              े
            र्पोरिरवार का कोई सीदेस्य भारती मं कभी रा��ीनितीक र्पोरिरवार सीे �ड़ा �हां   पहले की �रह सांख्�ी सांे जाारी रखगांी।
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            था, उन्हां सीनिवधाा� मं नि�निहाती अनिधाकारं के कारण देेश की सीवा कर�  े  n  वक्तिश्वक र्म�र्चु पर �ार� की उपक्तिस्थाति� र्मजाब� हुई है।
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                                                                        ु
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            का अवसीर निम� रहाा हाै। यहा बीाबीा सीाहाबी अबीेडकर का निदेया सीनिवधाा�   देतिनयाा ने �ार� को देेखने का नजारिरयाा �ी बदेला।
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                                                                    n  राष्ट्री प्राथार्म एकर्मात्र उद्दोेश्या और इसांकी झंलक सांरकारी
            हाी हाै, नि�सी�े मरे �सीे �ोगं को, नि��का कोई रा��ीनितीक वंश �हां   नीति�यां और तिनण�यां र्मं नजार आ�ी है।
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            हाै, रा��ीनिती मं प्रावेश कर�े और इसी मकाम तीक र्पोहांचा�ा सींभव निकया
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                                                                               ु
                                                                    n  �ार� को खदे सांे प्राति�स्पधा� करने की जारूर� है, हर्मं
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            हाै। भारती का सीनिवधाा� केव� �खां का सींक�� �हां हाै बीब्धिल्क इसीकी   अपने पराने रिरकॉ�ड �ोड़ने हंगांे और देेश को अगांले स्�र
                                   े
                                                                            ु
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            भाव�ा और छार्पो अत्यती मूल्यवा� हाै।                      पर ले जााना होगांा।
               निर्पोछ�े देसी वषां मं वब्धिश्वक अब्धिस्थरतीा और महाामारी �ैसीी चा�ौनितीयं   n  तिपछले एक देशक र्मं �ार� ने तिवकासां का जाो रास्�ा
                                                       ु
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            के बीाव�दे भारतीीय अथिव्यवस्था देसीवं सीे र्पोांचावं स्था� र्पोर र्पोहांचाी   अपनायाा है, वह अब एक बर्चुर्माकक बन गांयाा है।
                                                                                          ं
            हाै। अबी भारती के मतीदेातीाओं का ��ादेेश भारती की अथिव्यवस्था को
            र्पोांचावं सीे तीीसीरे स्था� र्पोर �े �ा�े मं मदेदे करेगा। अग�े र्पोांचा वषां   भाारत ने दुलिनयोंा मेंं टि�लिजोटेले
            मं सीरकार �ोगं की बीुनि�यादेी आवश्यकतीाओं को र्पोरा कर�े की निदेशा
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                                                                            ु
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                                                                          भा�तान प्रौणाालेी कोो एको बहैतरीन
            मं काम करगी। सीशासी� की मदेदे सीे सीरकार इसी युग को ऐसीे युग म  ं  उदाहैरणा से पशों विकोयोंा है। ै
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            बीदे��ा चााहातीी हाै �हाा बीुनि�यादेी �रूरतीं की कहां कोई कमी � रहा
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                                                        ू
            र्पोाए। देेश सीे गरीबीी हाटीा�े के नि�ए अग�े र्पोांचा सीा� महात्वर्पोणि हां।
            निर्पोछ�े 10 वषां के अ�ुभवं के आधाार र्पोर गरीबीी के निखा�ा� खाड़े हाो�  े
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            और इसीे देूर कर�े के नि�ए गरीबीं की सीामनिहाक क्षेमतीाओं मं निवश्वासी
            व्यक्ती निकया गया, नि�सीका र्पोरिरणाम निदेखाा हाै।
               निकसीा�, गरीबी, �ारी शब्धिक्ती और यवा के चाार स्तींभं को म�बीती
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            कर�ा बीहादे महात्वर्पोूणि हाै। निर्पोछ�े 10 वषां मं निकसीा�ं के नि�ए कनिषा को
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                                                                                        न्यूू इंंडि�यूा समााचाार   16-31 जुुलााई, 2024 23
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