Page 38 - NIS Hindi Jul 16-31 2024
P. 38

अ�िरराष्ट्रीय  एससीओ



















                            सीमाा पाार आतंकवा� को




                            नि�णाायक जुवाबा ��े की जुरूरत
                                                                    े
                                         ष


             श�घुाई सहयाोगां स�गांठन (एससीओ) केी 24वं बाैठके 4 जाुलााई केो केजााकिकेस्ताान केी राजाधानी अस्तााना मीं हुई। इस बाैठके
               मीं प्रधानमी�त्री नरंद्र मीोदेी शाकिमीला नहं हुए, उनकेी जागांह किवदेेश मी�त्री डीॉ. एस जायाश�केर ने भारता केा प्रकिताकिनकिधत्व किकेयाा।

                                                                              ु
                                                                                          ु
             बाैठके मीं मीौजाूदे, किवदेेश मी�त्री डीॉ. जायाश�केर ने प्रधानमी�त्री मीोदेी केा भाषाण प्रस्ताता किकेयाा। प्रस्ताता भाषाण मीं केई जारूरी मीुद्दों
                        केे साथ-साथ सीमीा पार आता�केवादे केो किनणागयाके जावाबा देने केी जारूरता पर किदेयाा गांयाा बाला�...
                                                                          े
             श     ं  घााई सीहायोग सींगठ� (एसीसीीओ) के सीदेस्य के तीौर र्पोर   एंससीओ मां सहयोगां जु�-कनिद्रौत

                                                                                                       ं
                    2017 मं क�ानिकस्तीा� प्राेसीीडंसीी के देौरा� भारती का प्रावेश
                    हाुआ था। भारती �े 2020 मं शासी�ाध्यक्षें के र्पोरिरषादे की   भाारत केे लि�ए एससीओ मेंं सहयोोग जन-केलि�त रहा है।
                                                                                                  ं
             बीैठक और 2023 मं राष्ट्रीाध्यक्षें के र्पोरिरषादे के बीैठक की म�बीा�ी भी   भाारत ने अपनी अध्योक्षता केे दौौरान एससीओ बााजरा खााद्य
                                                     े
                                                     ं
                                                 ं
             की। एसीसीीओ राष्ट्रीाध्यक्षे र्पोरिरषादे की बीैठक मं प्राधाा�मत्री �रद्री मोदेी का   मेंहोत्सव, एससीओ लि�ल्में मेंहोत्सव, एससीओ सूरजकें�ड
                                                                          े
                                                                                               े
                                ं
             भाषाण वहाा मौ�ूदे, निवदेेश मत्री डॉ. �यशंकर �े प्रास्तीुती निकया।   लि�ल्प में�ा, एससीओ लि�ंके-टैंंके सम्में�न और साझाा बाौद्ध
                    ं
                                                                                          े
                        ं
               प्राधाा�मत्री �रद्री मोदेी के सींदेेश मं सीीमा र्पोार आतींकवादे र्पोर करारा   लिवरासत पर अंतरराष्ट्रीीयो सम्में�न आयोोलिजत लिकेए हं।
                    ं
             प्राहाार निकया। आतींकवादे नि�ब्धिश्चाती रूर्पो सीे हाममं सीे कई के नि�ए सीबीसी  े
                  ू
             महात्वर्पोणि हाै। सीच्चााई यहा हाै निक राष्ट्रीं �ारा इसीे अब्धिस्थरतीा के सीाधा� क  े  निदेया हाै। भारती मं 1 �ाखा 30 हा�ार स्टीाटीडअर्पो हाै, नि�सीमं 100 यूनि�कॉ�ि
                                                       ु
             रूर्पो मं इस्तीमा� निकया �ा रहाा हाै। सीीमा र्पोार आतींकवादे सीे �ड़े हामारे   भी शानिम� हाै। यहाी कारण हाै निक भारती का अ�ुभव देसीरं के नि�ए
                                                                                                        ू
                     े
             अर्पो�े अ�ुभव हां। हामारे सीाम�े यहा स्र्पोष्टी हाो�ा चाानिहाए निक निकसीी भी   उर्पोयोगी हाो सीकतीा हाै। प्राधाा�मत्री मोदेी �े अर्पो�े सींदेेश मं कहाा निक �बी
                                                                                      ं
                                                                   े
             रूर्पो या अनिभव्यब्धिक्ती मं आतींकवादे को मा� �हां निकया �ा सीकतीा हाै।   मनिडक� और आरोग्य र्पोयिटी� की बीाती आतीी हाै तीो आर्पो �ा�तीे हांगे निक
                                                                             ु
                                                                                                                ं
                                                                                                          ै
             आतींकवानिदेयं को शरण दे�े की कड़ी नि�देा की �ा�ी चाानिहाए। सीीमा र्पोार   डब्ल्यूएचाओ �े ग�राती मं र्पोारंर्पोरिरक निचानिकत्सीा के नि�ए एक वब्धिश्वक कद्री
                                        ं
                              े
             आतींकवादे को नि�णायक �वाबी दे�े की आवश्यकतीा हाै तीथा आतींकवादे   स्थानिर्पोती निकया हाै। एसीसीीओ मं, भारती �े र्पोारंर्पोरिरक निचानिकत्सीा र्पोर एक �ए
                          ि
                                   े
                                          ु
                                                                              ू
             के निवत्तर्पोोषाण और भतीी का प्राभावी ढोंग सीे मकाबी�ा निकया �ा�ा चाानिहाए।   एसीसीीओ कायि सीमहा के नि�ए र्पोहा� की हाै। अर्पो�े वक्तीव्य मं र्पोीएम मोदेी
                                                                                                 ु
             एसीसीीओ को अर्पो�ी प्रानितीबी�तीा मं कभी भी कमी �हां �ा�ी चाानिहाए। हाम   �े कहाा निक वतीिमा� मं प्राौद्योोनिगकी � केव� बीहाती आशा��क हाै, बीब्धिल्क
                                                                                              े
             इसी सींबीधा मं देोहारे मार्पोदेंड �हां अर्पो�ा सीकतीे।  निवकासी और सीुरक्षेा देो�ं हाी माम�ं मं ती�ी सीे गेम चा�र बी� रहाी हाै।
                  ं
                                                                                                       ं
               भारती �े एसीसीीओ के आनिथिक ए�डे को बीढ़ा�े मं भी महात्वर्पोूणि   निडनि�टी� युग को अनिधाक निवश्वासी और र्पोारदेनिशतीा की आवश्यकतीा हाै।
                                                                                                  ि
                                       ं
             योगदेा� निदेया हाै। भारती �े एसीसीीओ स्टीाटीडअर्पो �ोरम और स्टीाटीडअर्पो एव  ं  अस्तीा�ा की यात्रा के देौरा� निवदेेश मत्री �यशंकर �े कायिक्रीम सीे इतीर
                                                                                           ं
                                  ू
             इ�ोवेश� र्पोर निवशषा कायि सीमहा �ैसीी व्यवस्थाओं को सींस्थागती रूर्पो   कई गणमान्य �ोगं सीे भी म�ाकाती की।  n
                                                                                    ु
                         े
             36  न्यूू इंंडि�यूा समााचाार   16-31 जुुलााई, 2024
   33   34   35   36   37   38   39   40