Page 46 - NIS Hindi 01-15 February, 2025
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रााष्ट्र  प्रवासुी भाारािीय पि�वसु










































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        �ैश्वि�क वि�का�                                             दिवा         श्वा कोे अलेग-अलेग दशुं मंं भाारती
                                                                                      ं
                                                                                 कोे टेलेटे कोी सराहीना हीो रहीी हीै और
                                                                                    ै
                                                                                  ु
                                                                                              े
        मं प्र�ा�ी भाारतीर्य                                                     ददिनया कोे बाड़े दशुं कोी इकोोनॉमंी कोे
                                                                                 साथी-साथी वाप्तिश्वाको आदिथीवको दिवाकोास मंं
                                                                                          ै
                                                                    भाी प्रवाासी भाारतीीयं कोा योगदान बाहीद मंहीत्वापणाव हीै। यहीी
                                                                                                     ू
                                                                                             े
                                                                                      ं
                                                                                            ु
                                                                                     ै
        �ब�े आग                       े                             वाजीही हीै दिको भाारती कोे टेलेटे कोो ददिनया सम्मंान दे रहीी हीै।
                                                                                         ु
                                                                    आजी भाारती कोे प्रोफशुनल्स ददिनया कोी बाड़ी कोंपदिनयं मंं
                                                                                  े
                                                                                                           े
        प्रवासाी भाारताीयां नेे हीर तारही केी केडिठीनेाईयां         बाड़े-बाड़े पदं पर कोामं कोर रहीे हीं। इससे न दिसफक उस दशु
                                                                                           ै
                                               े
        केो पार केरताे हुए ने केवल अपनेे देश केा                    कोा दिवाकोास हीो रहीा हीै बाप्तिल्को वाप्तिश्वाको स्तीर पर भाारती ने
                                 े
                                                     े
        नेाम रौशने तिकेयाा बल्कि� ब्रॉांर्ड एबसार्डर के             अपनी एको अलेग पहीचाान बानाई हीै। 3.5 कोरोड़ से ज्यादा
                                             े
                                           ं
                                                                                                  े
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                                     े
        ताौर पर तिवदेशं मं भाारता के ध्वज केो ऊं�ा                  प्रवाासी भाारतीीय दिवाश्वा कोे अलेग-अलेग दशुं मंं कोामं कोर
                                                   ं
                                                                                  े
                                                                                               े
        तिकेयाा। ऐसाे हीी लोगं के केायां केो साम्मीाने              रहीे हीं और अपने दशु कोे साथी उस दशु कोी भाी इकोोनॉमंी
                                  े
        देनेे और एके-देूसार साे जड़ानेे के मिलए प्रवासाी            बाढ़ााने मंं मंदद कोर रहीे हीं।
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                                        े
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                                                                      18वां प्रवाासी भाारतीीय दिदवास सम्मंेलेन कोा आयोजीन
                                                   ं
        भाारताीया दिदेवसा साम्मीेलने एके अहीम म�                    दिवादशु मंत्रीालेय और ओदिडीशुा सरकोार कोी साझदारी मंं 8 स  े
                                                                                                    े
                                                                          ं
                                                                      े
        बनेा सिजसाकेा देायारा सााल देर सााल बढ़ाताा                  10 जीनवारी तीको भावानेश्वार मंं दिकोया गया। इस बाार सम्मंेलेन
                                                                                ु
                  ै
        जा रहीा ही। इसाी केड़ाी केो आंगे बढ़ााताे हुए                कोा दिवाषय ‘दिवाकोदिसती भाारती मं प्रवाासी भाारतीीयं कोा योगदान’
                                                                                        ं
                        ं
        प्र�ानेमंत्रीी नेरद्र मोदेी नेे 9 जनेवरी केो                रहीा। तीीन दिदन तीको चालेे इस सम्मंलेन मंं 50 से अदिधाको
                                                                                             े
        ओडिर्डशा मं 18वं प्रवासाी भाारताीया दिदेवसा                 दशुं कोे प्रवाासी भाारतीीय शुादिमंले हीुए। प्रवाासी भाारतीीयं कोो
                                                                     े
        साम्मीेलने केा तिकेयाा उद्घोाटोंने….                        दशु कोे पयवटेन स्थीले और धाादिमंवको मंहीत्वा से जीड़े स्थीानं पर
                                                                                                    ु
                                                                     े
                                                                    दिवाशुेष पयवटेको ट्रीेन से घंमंाने कोा कोायवक्रमं शुुरू दिकोया गया
                                                                                    ु
         44  न्यूू इंंडि�यूा समााचाार   1-15 फरवरी 2025
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