Page 62 - NIS Hindi 01-15 February, 2025
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माने काी बाि   118वं काड़ाी (19 जनेवराी 2025)



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        “कभा, पॉुष्करम, गगा सागर मला
        सामानिजक मेल-जोल, सद्भााव



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        और एकतंा को बाढ़ाावा �तंे हों”



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        ‘मेंन कीी बीाती’ कीायतक्रमें हीरा बीारा रााष्ट्र कीे साामेंविहीकी प्रयासा औरा लीोगं कीी साामेंविहीकी इच्छााशष्टिक्ती साे जीोड़ने कीा मेंाध्यमें
                                                                           ू
         बीनतीी हीै। इसाविलीए वषत 2025 कीे प्रथमें ‘मेंन कीी बीाती’ कीा अवसारा विवशेष था। इसा कीायतक्रमें मेंं प्रधुानमेंत्री नरांद्र मेंोदी
                                                                                                 ं
          ने गणतींत्र विदवसा, सांविवधुान कीी मेंहीत्ताा, रााष्ट्रीय मेंतीदातीा विदवसा, तीकीनीकी, स्�ा�टअप साविहीती साद्भााव औरा एकीतीा कीो
                   बीढ़ाावा दने वालीे मेंहीाकीुम्भा जीसाे मेंलीं परा विवशेष बीाती कीी। प्रस्तीती हीै ‘मेंन कीी बीाती’ कीे अंश...
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           महाान व्याश्चि�तत्र्वं काो नमन : इस वाषव सदिवाधाान लेागू हीोने कोे 75   प्रक्षितष्ठाा द्वाादशी : ‘पौष शुुक्ले द्वाादशुी’ कोे दिदन रामंलेलेा कोे प्राणा
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           वाषव परे हीो रहीे हीं। मंं सदिवाधाान सभाा कोे उन सभाी मंहीान व्यप्तिक्तीत्वां   प्रदितीष्ठा पवाव कोी पहीलेी वाषवगांठ मंनाई हीै। इस साले ‘पौष शुुक्ले
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           कोो नमंन कोरतीा ही, दिजीन्हींन हीमंं हीमंारा पदिवात्री सदिवाधाान दिदया।   द्वाादशुी’ 11 जीनवारी कोो थीी। इस दिदन लेाखं रामं भाक्तीं ने अयोध्या
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           सदिवाधाान सभाा कोे दौरान अनको दिवाषयं पर लेबाी-लेबाी चाचाावएं हीुईं।   मंं रामंलेलेा कोे साक्षााती दशुवन कोर उनकोा आशुीवााद दिलेया। प्राणा
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           वाो चाचाावएं, सदिवाधाान सभाा कोे सदस्यं कोे दिवाचाार, उनकोी वाो वााणाी,   प्रदितीष्ठा कोी यही द्वाादशुी, भाारती कोी सास्कोृदितीको चातीना कोी पनः प्रदितीष्ठा
           हीमंारी बाहीती बाड़ी धारोहीर हीै।                     कोी द्वाादशुी हीै। इसदिलेए पौष शुुक्ले द्वाादशुी कोा यही दिदन एको तीरही से
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           राष्ट्रेीया मतदाता क्षिदर्वसा : 25 जीनवारी कोो राष्ट्रीीय मंतीदातीा दिदवास   प्रदितीष्ठा द्वाादशुी कोा दिदन भाी बान गया हीै।
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                                                                  े
           हीै। यही इसदिलेए अहीमं हीै, क्यंदिको इस दिदन ‘भाारतीीय दिनवाावचान   n  स्पूसा टेक्नोोलॉजी मं काीक्षितवमान : 2025 कोी शुुरुआती मंं हीी भाारती
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           आयोग’ कोी स्थीापना हीुई थीी। हीमंारे सदिवाधाान दिनमंावतीाओं ने सदिवाधाान   ने अतीरिरक्षा कोे क्षात्री मंं कोई ऐदितीहीादिसको उपलेप्तिब्धायां हीादिसले कोी हीं।
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           मंं हीमंारे चानावा आयोग कोो, लेोकोतीत्री मंं लेोगं कोी भाागीदारी कोो,   सभाी उपलेप्तिब्धायां इस बााती कोा प्रमंाणा हीै दिको भाारती कोे वाैज्ञाादिनको और
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           बाहीती बाड़ा स्थीान दिदया हीै।                        इनोवाटेर भादिवाष्य कोी चानौदितीयं कोा समंाधाान दने कोे दिलेए दिकोतीने
                                                                              े
           िनार्व आयाोगा काो धान्यार्वाद : मंं चानावा आयोग कोो धान्यवााद दंगा,   दूरदशुी हीं। हीमंारा दशु, आजी स्पेस टेेक्नोोलेॉजीी मंं नए कोीदितीवमंान
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           दिजीसने समंय-समंय पर, हीमंारी मंतीदान प्रदिक्रया कोो आधाुदिनको बानाया   स्थीादिपती कोर रहीा हीै। मंं भाारती कोे वाैज्ञाादिनको, इनोवाटेर और युवाा
                                                                          ू
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           हीै, मंजीबाूती दिकोया हीै। आयोग ने जीन-शुप्तिक्ती कोो और शुप्तिक्ती दने कोे   उद्यादिमंयं कोो परे दशु कोी ओर से शुुभाकोामंनाएं दतीा हीूं।
           दिलेए तीकोनीको कोी शुप्तिक्ती कोा उपयोग दिकोया।   n  स्टाटटअपू काे 9 सााल : हीमंारे दशु मंं दिजीतीने स्टेाटेटअप 9 साले मंं
                                                                                      े
           एकाता काा महााकाुम्भी : दिचारस्मंरणाीय जीन-सलेाबा, अकोल्पनीय   बाने हीं, उनमंं से आधाे से ज्यादा दिटेअर 2 और दिटेयर 3 शुहीरं से हीं।
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           दृश्य और समंतीा-समंरसतीा कोा असाधाारणा संगमं। कोुम्भा कोा उत्सवा   जीबा यही सुनतीे हीं तीो हीर दिहीदुस्तीानी कोा दिदले खशु हीो जीातीा हीै यानी
           दिवादिवाधातीा मंं एकोतीा कोा उत्सवा मंनातीा हीै। हीजीारं वाषं से चालेी आ   हीमंारा स्टेाटेटअप कोल्चार बाड़े शुहीरं तीको हीी सीदिमंती नहीं हीै। जीबा यही
                                                                                                 ं
           रहीी इस परंपरा मंं कोहीं भाी कोोई भाेदभाावा नहीं, जीादितीवााद नहीं। कोुम्भा   सुनने कोो दिमंलेतीा हीै दिको अंबाालेा, दिहीसार, कोागड़ा, चांगलेपट्टु,
                                                                                                        ं
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           मंं गरीबा-अमंीर सबा एको हीो जीातीे हीं।              दिबालेासपुर, ग्वाादिलेयर और वाादिशुमं जीसे शुहीर स्टेाटेटअप कोे सटेर बान
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           भीारत काी पूरपूरा : ‘कोुम्भा’, ‘पुष्कोरमं’ और ‘गगा सागर मंलेा’,   रहीे हीं तीो मंन आनंद से भार जीातीा हीै।
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           हीमंारे ये पवाव, हीमंारे सामंादिजीको मंलेजीोले, सद्भाावा और एकोतीा कोो   n  नताजी काो नमन : नतीाजीी सुभााष चाद्री बाोस दूरदशुी थीे। साहीस तीो
                                                                                                       ु
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           बाढ़ााने वाालेे पवाव हीं। ये पवाव भाारती कोे लेोगं कोो भाारती कोी परंपराओं   उनकोे स्वाभाावा मंं रचाा-बासा थीा। इतीना हीी नहीं वाही बाहीती कोशुले
                                                                                            ं
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           से जीोड़तीे हीं। जीसे हीमंारे शुास्त्रीं ने ससार मंं धामंव, अथीव, कोामं, मंोक्षा,   प्रशुासको भाी थी। मंहीजी 27 साले कोी उम्रा मं वाही कोोलेकोातीा कोॉपोरशुन
                                                                                                          े
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           चाारं पर बाले दिदया हीै वासे हीी हीमंारी परंपराएं और पवाव आध्याप्तित्मंको,   को चाीफ एग्जीीक्यदिटेवा ऑदिफसर बान। उसको बााद मंयर कोी दिजीम्मंदारी
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                                                                                      ं
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           सामंादिजीको, सांस्कोदितीको और आदिथीवको पक्षा कोो भाी सशुक्ती कोरतीे हीं।  भाी संभाालेी। मंं नतीाजीी सुभााष चाद्री बाोस कोो नमंन कोरतीा हीूं। n
         60  न्यूू इंंनिडयूा समाचाार   1-15 फरवरी 2025
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