Page 2 - NIS Hindi 16-31 January, 2025
P. 2

मन कीी बाात   117वींं कीड़ीी (29 दि�संंबार 2024)


          संंनिवधाान हमाारीा माार्गदशुषक, संमाय
                                                     ष


          की हरी कसंौटीी परी उतरीा खरीा




           सााल 2014 साे शुुरू हुए ‘मन कीी बाात’ कीा कीायुयक्रम देेशु कीी साामूहिहकी शुक्ति�त कीा एकी जीीवांत देस्तावाजी बान गयुा है।
                                                                                              े
          लोगं ने इसा कीायुयक्रम कीो अपना बानायुा है। श्रोोताओं ने हर महीने अपने हिवाचाार और प्रयुासा सााझाा हिकीए हं। इसा देौरान

            कीभीी युंग इनोवाेटर कीे आइहि�युा तो कीभीी हिकीसाी बाटी कीी उपलक्ति�� ने देेशु कीो गौरवााक्ति�वात हिकीयुा। एकी तरह साे युह
                                                      े
                                              ं
          कीायुयक्रम पॉहिजीहिटवा एनजीी कीे हिवास्तार कीा मचा बान गयुा है। प्र�ानमंत्रीी नरंद्र मोदेी ने ‘मन कीी बाात’ कीे 117वां एहिपसाो�
                          ं
               मं भीारतीयु साहिवा�ान, प्रयुागराजी महाकीुम्भी साहिहत कीई मुद्दों पर बाात कीी। प्रस्तुत है ‘मन कीी बाात’ कीे अशु...
                                                                                                   ं

                                                                                                       ष
                                                                   े
           कसौौटीी  पर  खरा  सौंवि�धाान :  26  जनवरीी  2025  कोो   दर्श कोी प्रगूवित र्मां बाड़ा योगूदान दे रीहोी होै बाक्टिल्को अर्थव्यवस्र्था
        n
           संंविवधाान लाागूू होोने कोे 75 वर्षष पूूरीे होो रीहोे हों। संभीी कोे विलाए   कोो  भीी  नई  ऊंंचाइयं  पूरी  लाे  जा  रीहोी  होै।  र्मां  वि�ल्र्मा  औरी
           यहो गूौरीव कोी बाात होै। संंविवधाान विनर्मााषताओं ने जो संंविवधाान   र्मानोरींजन जगूत कोो इसंविलाए भीी बाधााई दता होूं �यंविको उसंने
                                                                                               े
           संंपूा होै वहो संर्माय कोी होरी कोसंौटीी पूरी खरीा उतरीा होै। संंविवधाान   ‘एको भीारीत-श्रेेष्ठ भीारीत’ कोे भीाव कोो संर्श�त विकोया होै।
           होर्माारीे विलाए guiding light होै, र्माागूषदर्शषको होै। यहो भीारीत
                                                               n  वि�ल्में जगत की मेंहाान हास्ति�तयाां :  वर्षष  2024  र्मां  होर्मा
           कोा संंविवधाान होी होै विजसंकोी वजहो संे र्मां आज यहोां होूं, आपूसंे   वि�ल्र्मा जगूत कोी कोई र्माहोान होक्टिस्तयं कोी 100वं जयती र्माना
                                                                                                        ं
           बाात कोरी पूा रीहोा होूं।                              रीहोे हों। इन विवभीवितयं ने भीारीतीय विसंनर्माा कोो विवश्व-स्तरी
                                                                              ू
                                                                                               े
                                                    ं
           constitution75.com : वर्षष 2024 र्मां 26 नवबारी        पूरी पूहोचान विदलााई। रीाज कोपूूरी जी ने वि�ल्र्मां कोे र्मााध्यर्मा
        n
           कोो संंविवधाान विदवसं संे एको संाला तको चलाने वालाी कोई   संे दविनया कोो भीारीत कोी संॉफ्टी पूावरी संे पूरिरीविचत कोरीाया।
                                                                     ु
           एक्टि�टीविवटीी र्शुरू होुई हों। दर्श कोे नागूरिरीकों कोो संंविवधाान कोी   री�ी संाहोबा कोी आवाज र्मां वो जादू र्था जो होरी विदला कोो छू
                              े
                                                                                                    ु
                                                                   े
                                                                                                         े
           विवरीासंत  संे  जोड़ने  कोे  विलाए  constitution75.com   लाता र्था। अक्टि�कोननी नागूेश्वरी रीाव गूारू ने तलागूु विसंनर्माा कोो
                                                                                                  े
                                                                               े
                           े
           नार्मा संे एको खासं वबासंाइटी बानाई गूई होै। इसंर्मां संंविवधाान   नई ऊंंचाइयं तको पूहोुंचाया। तपून विसंन्होा जी कोी वि�ल्र्मां ने
                                                                                 ृ
           कोी  प्रस्तावना  पूढ़कोरी  वीवि�यो  अपूलाो�  कोरी  संकोते  हों।     संर्मााज कोो एको नई दक्टिष्टी दी।
           अलागू-अलागू भीार्षाओं र्मां संंविवधाान पूढ़ संकोते हों, संंविवधाान
                                                                                                            े
                                                                                           ू
                                                                                ु
                                                                                              े
                                                                   ं
                                                               n  कसौर सौे लड़ााई : दविनया कोे र्मार्शहोरी र्मावि�कोला जनषला लाांसंटी
           कोे बाारीे र्मां प्रश्न भीी पूूछ संकोते हों।           कोी स्टी�ी वाकोई बाहोुत उम्र्माीद बाढ़ाने वालाी होै। इसं जनषला कोे
           प्रयाागराज मेंं मेंहााकुम्भ : प्रयागूरीाज र्मां र्माहोाकोुम्भी होो रीहोा   र्माताविबाको अबा भीारीत र्मां 30 विदनं कोे भीीतरी कोसंरी कोा इलााज
                                                                   ु
                                                                                                   ं
        n
                 े
           होै। अनकोता र्मां एकोता कोा ऐसंा दृश्य विवश्व र्मां कोहों औरी   र्शुरू होो जा रीहोा होै। ‘आयुष्र्माान भीारीत योजना’ ने इसंर्मां बाड़ी
           देखने कोो नहों विर्मालागूा। इसंविलाए र्माहोाकोुम्भी एकोता कोा भीी   भीविर्माकोा विनभीाई होै। योजना कोी वजहो संे कोसंरी कोे 90 प्रवितर्शत
                          े
                                                                                               ं
                                                                   ू
           र्माहोाकोुम्भी होोता होै। अगूरी कोर्मा र्शब्दं र्मां र्माुझेे कोहोना होै तो र्मां   र्मारीीज संर्माय पूरी अपूना इलााज र्शुरू कोरीा पूाए हों।
                                            े
                               े
           कोहोूंगूा... र्माहोाकोुम्भी कोा संंदर्श, एको होो पूूरीा दर्श औरी अगूरी
                                                               n  सौब्जी  क्राांवित  :  कोालााहोां�ी  कोा  गूोलाार्माुं�ा  ब्लाॉको  एको
                                           ं
            ू
           दसंरीे तरीीकोे संे कोहोना होै तो र्मां कोहोूंगूा... गूगूा कोी अविवरीला   वविजटीबाला होबा बान गूया होै। इसंकोी र्शुरुआत विसं�फ 10 विकोसंानं
                                                                      े
                                                                   े
                   ं
           धाारीा, न बाटीे संर्मााज होर्माारीा।                   कोे एको छोटीे संे संर्माहो संे होुई। इसं संर्माहो ने विर्मालाकोरी एको
                                                                                               ू
                                                                                 ू
           एक  भारत-श्रेेष्ठ  भारत  :  एविनर्मार्शन,  वि�ल्र्मां,  टीीवी   FPO - ‘विकोसंान उत्पूाद संंघ’ कोी स्र्थापूना कोी। कोालााहोां�ी
                                       े
        n
           धाारीावाविहोको  कोी  लाोकोविप्रयता  विदखाती  होै  विको  भीारीत  कोी   कोी यहो सं�लाता होर्मां विसंखाती होै विको संंकोल्पू र्शक्टि�त औरी
                                                                     ू
                     ं
           वि�एविटीविवटीी इ�स्ट्रीी र्मां विकोतनी क्षर्माता होै। यहो इ�स्ट्रीी न विसं�फ   संार्माविहोको प्रयासं संे �या नहों विकोया जा संकोता।
                                             ं

                                                                                   ‘ मन कीी बाात’ पूूरीी सुुनने कीे
                                                                                    लि�ए QR कीोड स्कीैन कीरीं।
         2
   1   2   3   4   5   6   7