Page 50 - NIS Hindi 16-31 January, 2025
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अंतरराष्ट्रीया कीवींैत मं पूीएम मो�ी
कुुवैैती मेंं डिदखीी डिमेंनी भाारती कुी झलाकु
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केवैत याात्रा केे देौरान जोब पोीएमें मेंोदेी भाारतीया पोीएमें मेंोदेी ने केहुा तिके जोब भाी वे केवैत केी
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सामेंदेाया केे बीच पोहुुंचे तो वहुां तिमेंनी भाारत केी लीडॉरतिशपो साे बात केरते हुं तो वो भाारतीया सामेंदेाया
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झेलके तिदेखोी। भाारत केे अलर्ग-अलर्ग राज्या और केी प्रशंसाा केरते हुं। केवैत केे नार्गरिरके भाारतीयां
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भाारत केी अलर्ग-अलर्ग बोली बोलने वाले लोर्ग केी मेंहुनत, ईमेंानदेारी केौशल क्षमेंताओं केी वजोहु
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मेंौजोदे िे लतिकेन साबकेे तिदेल मेंं भाारत मेंाता केी जोया साे उनकेा बहुुत साम्मेंान केरते हुं। भाारत केी वतषमेंान
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केी र्गूंजो सानाई देे रहुी िी। सारकेार ने केवैत केो तिसाफफ तिडॉप्लोमेंसाी साे हुी नहुं
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पोीएमें मेंोदेी ने केहुा तिके याहु तिदेन तिनजोी तौर बस्थि�के तिदेलं केो आपोसा मेंं जोोड़ीा हुै। एके सामेंया िा
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पोर मेंरे तिलए बहुदे खोासा हुै। 43 वर्षष बादे भाारत केा जोब केवैत साे मेंोती, खोजोूर और शानदेार न�ल केे
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केोई प्र�ानमेंत्री केवैत आयाा हुै। भाारतीया सामेंदेाया ने घोड़ीे भाारत आते िे और भाारत साे बहुुत साारा साामेंान
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केवैत केे सामेंाजो मेंं भाारतीयाता केा तड़ीकेा लर्गायाा हुै। केवैत आता िा। भाारत केे चावल, चाया, मेंसााले,
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केवैत केे केैनवासा पोर भाारतीया हुुनर केा रर्ग भारा केपोड़ीे, लकेड़ीी केवैत जोाते िे। भाारत केी र्टीके वडॉ
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हुै। पोीएमें मेंोदेी ने साबो�न मेंं केहुा तिके आपो लोर्गं ने साे बनी नौकेाओं मेंं सावार हुोकेर केवैत केे नातिवके
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केवैत मेंं भाारत केे र्टलर्ट, र्टक्ोलॉजोी और ट्रतिडॉशन लबी याात्राएं केरते िे। केवैत केे मेंोती भाारत केे तिलए
केा मेंसााला तिमेंक्सा तिकेयाा हुै और इसातिलए याहुां तिसाफफ तिकेसाी हुीरे साे केमें नहुं रहुे हुं। आजो भाारत केी
आपोसाे तिमेंलने हुी नहुं आयाा हुूं, आपो साभाी केी ज्वेलरी केी पोरी देतिनयाा मेंं �में हुै तो उसामेंं केवैत केे
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उपोलस्थिब्�यां केो सातिलब्रुर्ट केरने केे तिलए आयाा हुूं। मेंोतितयां केा भाी याोर्गदेान हुै।
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अहोर्माद अला-जबारी अला-र्माुबाारीको अला-संबााहो कोे संार्थ विद्वापूक्षीय (ज�ब्ल्यजी) कोे अलाावा व्यापूारी, विनवर्श, विर्शक्षा, कोौर्शला विवकोासं,
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वाता होुई। दोनं पूक्षं ने रीाजनीवितको, व्यापूारी, विनवर्श, रीक्षा, संरीक्षा, विवज्ञान-प्रौद्योोविगूकोी, संरीक्षा कोे संार्थ आतकोवाद-रीोधाी, कोविर्ष व
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ऊंजा, संंस्कोवित, विर्शक्षा, प्रौद्योोविगूकोी औरी लाोगूं कोे आपूसंी संंबाधा संंस्कोवित कोे क्षत्रं र्मां नए संंय�त कोायष संर्माहो भीी स्र्थाविपूत विकोए गूए हों।
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संविहोत प्रर्माुख क्षत्रं र्मां व्यापूको व व्यवक्टिस्र्थत संहोयोगू कोे र्मााध्यर्मा दोनं दर्श कोी ओरी संे संंय�त व�तव्य र्मां कोवैत कोी ओरी संे प्रत्यक्ष
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संे विद्वापूक्षीय संंबाधां कोो औरी र्माजबाूत कोरीने कोी अपूनी प्रवितबाद्धता विवदर्शी विनवर्श औरी विवदर्शी संंस्र्थागूत विनवर्श कोे विलाए अनकोला
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दोहोरीाई। विवविभीन्न क्षत्रं र्मां विद्वापूक्षीय संहोयोगू कोो औरी बाढ़ाने कोे विलाए वातावरीण बानाने र्मां भीारीत द्वाारीा उठाए गूए कोदर्मां कोा स्वागूत कोरीने
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स्वास्र्थ्य, जनर्शक्टि�त औरी होाइड्रोोकोाबाषन पूरी र्माौजदा संंय�त कोायष संर्माहो कोे संार्थ होी प्रौद्योोविगूकोी, पूयषटीन, स्वास्र्थ्य संवा, खाद्यो-संरीक्षा,
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48 न्यूू इंंडि�यूा समााचाार 16-31 जनवरी, 2025