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      फलगिशप िोजना  प्रधानमंत्ी भारतीि जन औषिध पररिोजना




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        ऑफ फामाया पलीएसरू ऑफ इनडरा(बलीपलीपलीआई) कली ट्थापना कर, उस  े
        इस रोजना का काम सौंपा गरा। मौजूदा सरकार के प्ररासों का हली नतलीजा
        है नक वषया 2014 तक जहां देश में केवल 99 जन औषनध केंद्र खल पाए
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        थे, 12 अकटबर 2020 तक इनकली संखरा 6,634 पहयुंच चकली है। रह
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        अब देश के 732 नजलों में मौजूद है। केंद्र सरकार का लक्र वषया 2024
        तक देश के हर नजले में जन औषनध केंद्र कली शयुरुआत करना है, तानक
        आम लोगों को उनचत मूलर पर सहली दवा नमल सके। इन जन औषनध

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        केंद्रों पर 2000 तरह कली दवाएं और सनजयाकल उपकरण सट्त दामों पर
        खरलीदे जा सकेंगे। केंद्रलीर रसारन और उवयारक मत्रली डलीवली सदानंद गौड़ा न  े
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        नवंबर 2020 के पहले सपताह में पलीएमबलीजेपली कली समलीक्ा करने के साथ
        बररो ऑफ फामाया पलीएसरू ऑफ इनडरा(बलीपलीपलीआई) को जन औषनध
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        दवाओं के प्रभाव, गयुणवत्ता, ग्ामलीण क्ेत्रों तक पहंच बढ़ाने के नलए एक
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                                                                                       रे
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        कार रोजना तरार करने के ननदश नदए हैं।                              हर लदन ढाई स ्छीन िाख िोग इन
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                                                                          केंद्रों पर पहुंच्रे हैं। प्तयरेक केंद्र पर
        नई शुरुआत... 1 रुपिे में सेनेररी नैपिकन-                          4 िोग काम कर्रे हैं, लजस जोड़ें ्ो
                                                                                                  रे
        अब तक 7 करोड से जिादा िबके                                        सछी्धरे ्ौर पर 25-30 हजार िोगों
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        परायावरण के अनकूल “जनऔषनध सयुनवधा ऑकसली-बारोनडग्डेबल              को प्तयक् रोजगार लमि चुका ह।
                                                                                                      लै
        सेनेटरली नैपनकन” भली जन औषनध केंद्रों पर उपलबध हैं, वो भली मात्र 1   इनके पररवार को भछी जोड़ दें ्ो करछीब सवा
                                                                                             रे
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        रुपरे में। जली हां, 4 जून, 2018 को फामायाट्रनटकलस नवभाग कली तरफ   िाख िोग इस केंद्र के रोजगार स जुड़े हैं।
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        से इसकली शरुआत कली गई थली। 30 नसतंबर 2020 तक जन औषनध    - मनसुख िाि मांिलवया, केंद्रछीय रसायन और
                                       यु
        केंद्रों से 7 करोड़ सेनेटरली नैनपनकन बेचे जा चके हैं। 15 अगट्त 2020   उव्थरक राजय मंत्रछी
        को ट्वतंत्रता नदवस के अवसर पर लाल नकले कली प्राचलीर से प्रधानमंत्रली
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        नरेंद्र मोदली ने भली इसका नजक्र करते हए कहा था- “गरलीब बहन-बेनटरों
        के ट्वाट््थर कली नचंता कली नदशा में रह एक महतवपूणया कदम है।”
        जन औषिध सुगम एप से खोजें नजदीकी केंद्र और दवा        खचया में 2200 करोड़ रुपए कली बचत हई है।
                                                                                         यु
        कोई भली आम नागररक अपने नजदलीक में जन औषनध केंद्र से सट्ते   रोजगार का सहारा भी बने जन औषिध केंद्र...
        दामों पर दवाएं ले सकता है। रनद आपको जन औषनध केंद्र का पता   कौन खोल सकता हैं पीएम-बीजेपी केंद्र
        नहीं मालूम तो आपकली सयुनवधा के नलए एक नडनजटल पलेटफॉमया रा   पलीएमबलीजेपली केंद्र कोई भली वरस्कत, बेरोजगार फामायानसट्ट, डॉकटर,
        मोबाइल एपललीकेशन ''जन औषनध सगम'' शरू नकरा गरा है। रह   रनजट्टड्ट मेनडकल प्रैस्कटशनर, रिट्ट, एनजलीओ, प्राइवेट हॉस्ट्पटल,
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                                   यु
        एप आप गूगल पले ट्टोर रा एपपल ट्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।   सोसारटली और सेलफ हेलप ग्प रा राजर सरकारों कली तरफ से नानमत
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        एप पर आप अपना नजदलीकली केंद्र खोज सकते हैं। जनऔषनध केंद्र पर   एजेंसली दकान खोल सकतली है। केंद्र खोलने के नलए ररटेल ड्ग सेलस
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        कौन सली दवाएं उपलबध हैं, जेनररक दवा और ब्ांडेड दवा कली तलना,   का लाइसेंस जन औषनध केंद्र के नाम पर लेना होगा। 120 वगयाफुट क्त्र
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        कलीमत और बचत के आधार पर भली इसली एप के जररए कर सकते हैं।  कली दकान होनली चानहए। रनद आप पलीएम-बलीजेपली सेंटर खोलना चाहते
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        एक साल में जन औषिध केंद्रों ने                       हैं तो ऑनलाइन आवेदन करने के नलए http://janaushadhi.
        लोगों के 2200 करोड रुपए बचाए                         gov.in/online_registration.aspx पर स्कलक करें।
        माचया, 2020 तक 700 नजलों में 6200 से अनधक जन औषनध केंद्र   ट्वाट््थर  हमारे  जलीवन  कली  सबसे  बड़ली  पूंजली  है।  ऐसे  में  बेहतर
        से नवत्त वषया 2019-20 में 433 करोड़ रुपए कली सट्तली दवा बेचली गई।   ट्वाट््थर के नलए केंद्र सरकार विारा पलीएमजर-आरयु्मान भारत रोजना
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        रे दवा ब्ांडेड कंपननरों के मयुकाबले 50-90% तक सट्तली है। रानली   के साथ प्रधानमंत्रली भारतलीर जन औषनध परररोजना खशहाल भारत
        अनमान के मतानबक इससे बलीमार लोगों रा उनके पररवार कली दवा   कली नदशा में वरदान सानबत हो रहली है।
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