Page 30 - NIS Hindi 16-31 May 2023
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आ्वरेण कथा वर्ष्त
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िीवन की सुगमेता
आनरिर् िहीं, अनिकारो देिे के
लक्ष्य से सुनिश््चचर् हो रोहा भनवष्ट्य
वकसी भी आमे नागररक के िीवन मेें तीन चीिें मेहत्वपूण्त होती है- स्वावलंबन, स्वश्रे्य और स्वावभमेान।
मेहात्मेा गांधी ने भी सत््य, अवहंसा, सत््याग्ह के साथ स्वावलंबन के ववचारनों से देश को न्या मेाग्त वदखा्या था,
उसी मेाग्त पर चलकर स्वच्छ, समेृद्ध और सश्तत नए भारत का वनमेा्तण हो रहा है। िहां िनवहत की ्योिनाओं
को अंवतमे व््यक््तत तक पहुंचाकर िनभागीदारी के िररए सुरवक्त-स्वावभमेानी और स्वावलंबी भारत की ऐसी
व््यवस्था तै्यार हो रही है िो लोगनों की विंदगी को आसान और िीवन स्तर को बढ़ा रही है। प्रधानमेंत्ी नरेंद्र मेोदी
के नेतृत्व मेें केंद्र सरकार ने िन-िन की सुरक्ा के वलए ्योिनाओं और नीवत्यनों का सुरक्ा चक्र बना वद्या है
िहां सबके वलए सुरवक्त वातावरण, सुरक्ा के साधन और उद्यवमेता के अवसर भी उपलब्ध हैं।
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त कोनवि जैसली भर्ावह आपदा कली हो र्ा निि अन्र् वाला एक पर्ार् बन कि उभिली है। आज लगभग हि घि म िसोई गैस के
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नदनों कली, कद् सिकाि ने सुननस््चचत नकर्ा है नक ईज रूप म खाना पकाने के नलए ्कवच््छ ईंधन उपलब्ध है। लोगों कली जलीवन
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बा ऑि नलनवंग का लाभ कु्छ खास लोगों तक सलीनमत कली सिक्षा औि परिवाि कली सिक्षा के नलए जलीवन बलीमा-पशन से जुड़ली
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न िहकि सभली नागरिकों तक पहंचे। र्हली कािण है नक कोनवि जैसली र्ोजनाएं उपलब्ध ह। हि घि नल से जल र्ोजना एक भागलीिथली प्रर्ास
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भर्ावह आपदा म कोई भूखा न सोए, इसनलए 80 किोड़ लोगों को बनकि उभिा है। आवास र्ोजना ने पक्के मकान नदए ह तो उजाला,
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मुफ्त िाशन उपलब्ध किाना सामानजक न्र्ार् का प्रनतनबंब बना, नजसकली सौभाग्र् जैसली र्ोजनाओं से जलीवन म नई िोशनली आई है। नदव्र्ागजनों
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प्रशंसा दुननर्ा भि म हुई। आज भाित म 60 किोड़ गिलीबों को नबना के नलए भली नवशेष सनवधाएं नवकनसत हुई ह। अब लोगों के जलीवन म ें
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भेदभाव 5 लाख रुपर्े तक मुफ्त इलाज कली सनवधा नमलना सामानजक सुगमता लाने वालली र्ोजनाएं लगाताि नव्कतारित होकि अपने सैचिेशन
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न्र्ार् कली सशक्त अनभव्र्स्क्त है। 48 किोड़ गिलीबों के नबना भेदभाव र्ानली पणयाता कली ओि बढ़ िहली ह। ैं
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जनधन खाते खोलना सामानजक न्र्ार् के समावेशली एजि का जलीता अब भाित अपनली नई र्ोजनाओं औि िाष्ट् को नई नदशा देने कली
जागता उदाहिण है। 11 किोड़ से अनधक लोगों को शौचालर् नमलना प्रनतबद्धताओं के साथ न केवल बापू के आत्मननभयाि औि आत्मनव्चवास
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सामानजक न्र्ार् है। कद् सिकाि कली नलीनतर्ां नबना तस्ष्टकिण औि से भिे भाित के सपने को साकाि कि िहा है, बस्ल्क नवकास कली तलीव्र
भेदभाव नकए सामानजक न्र्ार् के इिादों को सच्च अथषों म साकाि किन े दौड़ म जन-जन के जलीवन कली सिक्षा भली सुननस््चचत हो िहली है।
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28 न््ययू इंडि्या समाचार 16-31 मई 2023