Page 38 - NIS Hindi 16-31 May 2023
P. 38
आ्वरेण कथा वर्ष्त
भ्रष्टाचार पर अंकुश तकनीक-इनोवेशन बना हर
्योजना का आ्धार
वडवि्टल का मेहत्व प्रधानमेंत्ी नरेंद्र मेोदी से बेहतर
भला कौन समेझ सकता है। तकनीक और वडवि्टल
आि की िरूरत ही नहीं भववष््य की बड़ी आवश््यकता
भी है। ्यही विह है वक िनभागीदारी के साथ-साथ
हर बड़ी ्योिना को सीधे तकनीक से िोड़ा ग्या है।
29 मई 2014 को काले िन पर र्वशेष जांच दल का गठन
n 1,84,554 39,000
र्क्या ग्या। जब्स््टस एम.बी. शाह की अध््यक्ता वाला ्यह ग्ामे पंचा्यत फाइबर ने्टवक्क से अवधक अनुपालननों को
र्वशेष जांच दल उच्चतम न््या्याल्य को आवर्िक तौर पर से िुड़ चुके हैं 2023 मेें, व््यापाररक सुगमेता और
ररपो्ट्ट प्स्तुत करता ह। रै 2014 से पहले केवल 70 भ्रष््टाचार की आशंका दूर
ग्ामे पंचा्यतें िुड़ी थीं। करने के वलए खत्मे वक्या।
n काला िन (अघोर्षत र्वदेशी आ्य और पररसंपर्त्त) त्था
रै
कर अर्िरोपण अर्िर्न्यम, 2015 लागू र्क्या ह। इसमें
रै
ें
सख्त दंि का प्ाविान ह। रै n करिी्य स्तर पर हर बड़ी ्योजना के र्लए िरैशबोि्ट बना ह,
जहां ्यह र्दखता ह र्क र्जस मंत्राल्य, राज््य ्या र्वभाग को जो
रै
े
n र्वदेशी पररसंपर्त्त्यों से संबंर्ित र्वर्भन्न श्णी के मामलों र्जम्मेदारी ्या लक्ष्य र्दए गए हैं, वह सम्यबद्ध तरीके से उसे
रै
रै
जसे पनामा पेपर लीक्स, परािाइज पेपर लीक्स और पूरा कर रहा ह ्या नहीं।
रै
ैं
पिोरा पेपर लीक्स की तेज जांच के र्लए सरकार ने
रै
एक बहु एजेंसी दल (एमएजी) बना्या ह र्जसमें प्वतथिन n स्वच्छ भारत र्मशन, जल जीवन र्मशन, वन नेशन-वन राशन
ें
एजर्स्यों के प्र्तर्नर्ि शार्मल हैं। काि्ट, एक परीक्ा एजेंसी, जीएस्टी, र्शका्यतों का र्नप्टारा
सब कुछ तकनीक से जोड़कर देश आगे बढ़ रहा ह। रै
n काला िन (अघोर्षत र्वदेशी आ्य और संपर्त्त) और कर
े
अर्िरोपण अर्िर्न्यम में 408 असेसम्ट ऑि्टर करके n आर््ट्टर्फर्श्यल इं्टर्लजेंस (AI) का इस्तेमाल गरीबी कम
ें
15,664 करोड़ रुप्ये की मांग उठाई ह। रै करने, र्कसानों के जीवन में सुिार लाने और र्दव््यांगों का
जीवन आसान बनाने के र्लए र्क्या जा रहा ह। रै
काला िन (अघोर्षत र्वदेशी आ्य और संपर्त्त) और कर
n
ें
अर्िरोपण अर्िर्न्यम के तहत 127 प्ोर्सक््यशन शुरू n 5.23 लाख नागररक सेवा करि देशभर में 400 तरह की
ू
र्कए हैं। सरकारी सेवाएं र्जसमें र्वत्ती्य, आिार से संबंर्ित, सामार्जक
क्क्याण ्योजनाएं, र्शक्ा, ्टेलीमेर्िर्सन सर्हत दे रहे हैं।
n भ्रष््टाचार र्नवारक अर्िर्न्यम, 1988 में 30 साल बाद
संशोिन कर कई नए प्ाविान जोड़े गए। इसमें रर्चवत n देश में ड्ोन के 200 से ज््यादा स््टा्ट्टअप काम कर रहे हैं।
लेने के सा्थ-सा्थ रर्चवत देने को भी अपराि बना्या ग्या। केदारना्थ में जब पुनर्नथिमाथिण का काम शुरु हुआ ्था तब
ें
करॉरपोरे्ट संस््थानों में भ्रष््टाचार रोकने के प्ाविान र्कए प्िानमंत्री नररि मोदी खुद ड्ोन के जररए काम का र्नरीक्ण
गए। लोकपाल संस््था की शुरुआत हुई। करते ्थे।
n 2014 के बाद तकनीक आिाररत र्सस््टम के माध््यम से
पारदर्शथिता सुर्नब््चचत की गई ह। रै
n नो्टबंदी का फैसला र्क्या तो देशभर में र्िर्ज्टल लेनदेन
को बढ़ावा र्मला।
36 न््ययू इंडि्या समाचार 16-31 मई 2023