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आ्वरेण कथा  वर्ष्त





                                   वैक््चवक पटल पर हर क्ेरि मेें मेजबत होता भारत
                                                                     यू


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          n  वै्लसीन मेरिी: सववे भवन्तु सुर्खनः सववे सन्तु र्नराम्याः।। इस   रूस के सा्थ भी 2+2 वाताथि प्ारंभ।
            मूल मंत्र के सा्थ कोरोना के र्खलाफ ्टीकाकरण की शुरुआत   n  आठवीं बार सुरक्ा पररषद की अस््थाई सदस््यता: भारत
                               रै
            हुई और भारत ने स्वदेशी वक्सीन का ईजाद र्क्या तो देश ने   को आठवीं बार सं्युक्त राष्ट् सुरक्ा पररषद का अस््थाई सदस््य
            दुर्न्या को भी सहारा र्द्या।                       चुना ग्या।

          n  ्लवाि: अमेररका, जापान और ऑस्ट्ेर्ल्या के सा्थ भारत क्वरॉि   n  पासपोट्ट: नौ वषतों में 9.98 करोड़ पासपो्ट्ट जारी र्कए गए।
            समूह का महत्वपूणथि रणनीर्तक साझेदार ह। एर्श्या और प्शांत   पासपो्ट्ट सेवाओं की सुगमता के र्लए पासपो्ट्ट सेवा करिों की
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                                                                                                     ें
            क्त्र के रणनीर्तक र्लहाज से ्यह साझेदारी बेहद महत्वपूणथि ह। रै  संख््या 2014 में 153 से बढ़ाकर 523 तक पहुंचाई गई। 2014 में
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            2+2 वाता्ष: अमेररका, जापान, ऑस्ट्ेर्ल्या के सा्थ-सा्थ अब   पासपो्ट्ट जारी करने में औसतन 16 र्दन लगते ्थे, अब 6 र्दन।
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                    अंतरराष्ट्ी्य ्योग डदवस                     आपदा रो्धी इंफ्ास्ट््लचर के डलए गठबं्धन


                             भारत की ्योग की प्राचीन, समेृद्ध            40                $5 करोड़
                             परंपरा को वैक्श्वक पहचान               से अवधक देश 4 वर्ष्त   के कोर्ष की हुई
                             वदलाई और दुवन्या ने 21 िून को           से भी कमे समे्य मेें   है घोर्षणा, इससे
                             अंतरराष्ट्री्य ्योग वदवस के तौर         सीडीआरआई का          ववकासशील देशनों
                             पर स्वीकारा।                               वहस्सा बने।        मेें बढ़ी है रूवच।

                                                                           ें
                                                                                            ं
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                   अंतरराष्ट्ी्य सौर गठबं्धन                     प्रधानमेंत्ी नरद्र मेोदी ने न््यू्यॉक्क मेें स्य्तत राष्ट्र िलवा्य  ु
                                                                  का्य्त वशखर सम्मेलन के दौरान सीडीआरआई को 23
                                                                               े
                                                                 वसतंबर, 2019 को लॉन्च वक्या था। ्यह भारत सरकार
                                                                की तरफ से शुरू की गई दूसरी प्रमेुख वक्श्वक पहल है, िो
                                                                                              ै
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                                                                 वक्श्वक स्तर पर िलवा्यु पररवत्तन और आपदा सहनी्य
                                                                                       ू
                                                                 मेामेलनों मेें भारत की नेतृत्व भवमेका का प्रदश्तन करता है।

        अंतरराष्ट्ी्य सौर गठबंिन (आईएसए) की शुरुआत सौर संसािन
        संपन्न देशों की र्वशेष ऊजाथि जरुरतों को पूरा करने के र्लए की
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        गई पहल ह। र्जसका नेतृत्व भारत और फ्ांस के हा्थ में ह। इस
                                                 रै
        अंतरराष्ट्ी्य संस््था का मुख््याल्य भारत में ह। ्यह 114 देशों का
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        संगठन बन ग्या ह। आईएसए का र्मशन साल 2030 तक सौर ऊजाथि
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                                         रै
        क्त्र में 1 लाख करोड़ िरॉलर का र्नवेश करना ह।

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