Page 60 - NIS Hindi 16-31 August 2025
P. 60
AidtaIya
maraOa iklae e
maraOa ikla
ू
ू योूनेेस्केो साची मं भीारत केी 44�ं धारोहर
ू
योनेेस्केो साची मं भीारत केी 44�ं धारोहर
जिश�नेेरी
छत्रीपीलित लिशों�ाजुी
कॉी जुन्मंस्था�ी।
प्रतापगढ़ े
छत्रीपीलित लिशों�ाजुी मंहारेंाजु ने 1659 मंं
ु
प्रतापीगढ़ा कॉे याुद्ध मंं बीजुापीरें कॉी सेेना कॉो
हरेंाकॉरें अर्फजु� खाान कॉा अ�त लिकॉयाा।
रायोगढ़ े
मंरेंाठा द्वाारेंा जुीते गए प्रारें�लिभाकॉ लिकॉ�ं
मंं सेे एकॉ, 1674 मंं छत्रीपीलित लिशों�ाजुी कॉा
े
रेंाज्याालिभार्षकॉ, स्�रेंाज्या कॉी पीह�ी रेंाजुधानी।
ु
लाोहागढ़ े सा�णयदीुगय
छत्रीपीलित लिशों�ाजुी मंहारेंाजु 1669 मंं छत्रीपीलित लिशों�ाजुी
ने 1670 मंं लिकॉ�े पीरें लि�जुया मंहारेंाजु ने इसे द्वाीपी लिकॉ�े तविमलानेा�ु केा जि�ं�ी
ु
ृ
पीायाी। कॉो सेदेढ़ा लिकॉयाा।
��ेरी पन्हालाा
ं
1679 मंं मंरेंाठा सेम्राा� छत्रीपीलित लिशों�ाजुी कॉा प्रलिसेद्ध लिन�ासे
लिशों�ाजुी ने त�ीया लिनगरेंानी कॉे लि�ए स्थाान। भााग लिनकॉ�ने कॉी घ�ना।
ष
ू
खा��रेंी द्वाीपी कॉा लिनमंाण कॉरेंायाा। पीा�नलिखा�� कॉी �ड़ााई मंं भालिमंकॉा।
े
सालाहेर वि��योदीुगय
ु
�र्षष 1671 मंं मंरेंाठं औरें मंुग�ं कॉे बीजुापीरें कॉे आलिदे�शोंाह सेे याह
याुद्ध मंं छत्रीपीलित लिशों�ाजुी मंहारेंाजु लिकॉ�ा मंरेंाठं ने जुीता, इसेकॉे
ु
ने इसे लिकॉ�े कॉो जुीता। बादे नामं ‘लि�जुयादेगष’ रेंखाा।
1677 ईस्�ी मंं लिजु�जुी लिकॉ�े कॉो जुीतकॉरें मंरेंाठं ने इसेे देलि�णी
ु
ं
रा�गढ़ े विसाधादीुगय लि�स्तारें कॉा प्रमंुखा आधारें बना लि�याा। लिशों�ाजुी कॉा लिन�ासे भाी रेंहा।
मंरेंाठा सेाम्रााज्या कॉे शोंासेन-लि�स्तारें लिशों�ाजुी ने �गभाग 1 कॉरेंोड़ा
ू
ै
मंं मंहत्�पीणष भालिमंकॉा। रेंायागढ़ा से े होन कॉी �ागत सेे नौसेलिनकॉ
ू
ष
पीह�े मंरेंाठा सेाम्रााज्या कॉी रेंाजुधानी। लिकॉ�े कॉा लिनमंाण कॉरेंायाा।
आरे.एन.आई, DELHIN/2020/78812, 16-31 अगुस्तो, 2025
ं
ू
ं
आरएनआई DELHIN/2020/78812, निदेल्ली पोस्टल लाइसूसू नबीर- DL (S)-1/3550/2023-25 �ब्ल्र्यापीपी सूंख्र्याा- U (S)-98/2023-25, posting at BPC,
Market Road, New Delhi - 110001 on 13-17 advance Fortnightly (प्रकाशन नितनिथा- 4 अ�स्त 2025, कुल पृष्ठ-60)
प्रधाान संंपाादक: प्रकाशक औरे माुद्रक:
धाीरेेन्द्र ओझाा, प्रधाान माहाविनदेशक, कंचन प्रसंाद,
पात्री संूचना कायाा�लेया, नई विदल्लेी माहाविनदेशक, कद्रीया संंचारे �यारेो
58
ं
ू