Page 11 - NIS Hindi 01-15 October, 2025
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वि�शेेष रि�पोोर्टट सुुशेासुन केे 25 �षष: 25 क्राावि�केा�ी सुुधाा�
                                                                                                  �





          इसी प्रगौतिर्ताशीली देल्किष्टेकोर्ण के कारर्ण अपूने 25 वषाम की
                       ृ
        सवा र्यात्राा र्मं प्रधाानर्म�त्राी र्मोदेी ने गौरीबं के क�र्यार्ण, र्मर्ध्र्यर्म
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        वगौ को र्मजबूर्ता करने, र्मतिहलीाओं को सशक्र्ता बना नारी शल्किक्र्ता
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        के नर्ताृत्व र्मं तिवकास, तिकसान तिहर्ताषाी नीतिर्तार्यं के जरिरए बवाई
        से लीेकर हर चरर्ण र्मं अन्नदेार्तााओं की तिच�र्ताा का सर्माधाान तिकर्या
        है। र्यवाओं के तिलीए तिशक्षाा-रोजगौार के अवसर, सार्मातिजक न्र्यार्य
            ु
        की सतिनल्किश्चर्तार्ताा के साथा राष्ट्र के तिवकास को सदेैव प्राथातिर्मकर्ताा देी
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                                                  ु
        है। तिवकासवादे को र्मुख्र्यधाारा र्मं लीाकर अन्र्य सार्मातिजक करीतिर्तार्यं
        को धाराशार्यी तिकर्या गौर्या और तिवकास देेश की राजनीतिर्ता, कार्यमनीतिर्ता
        और राष्ट्रनीतिर्ता का र्मुख्र्य आधाार बन गौर्या। 2014 र्मं प्रधाानर्म�त्राी का
        पूदेभांार स�भांालीने के बादे से ही प्रधाानर्म�त्राी र्मोदेी ने अपूने हर नीतिर्ता
        तिनर्मामर्ण और एक्शन र्मं ‘भांारर्ता प्रथार्म’ को सवोपूरिर रखा। उसी सक�पू
                                                   �
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        ने उन्हं कठोर से कठोर तिनर्णमर्य लीने का साहस प्रदेान तिकर्या। भांारर्ता
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        की सीर्माओं की सुरक्षाा हो र्या उन क्षात्रां र्मं इ�फ्राास्ट्रक्चर को र्मजबर्ता
                                                      ू
                                                                                      म
                                                                  �
        बनाना, आ�र्तारिरक सुरक्षाा को सतिनल्किश्चर्ता करर्ताे हुए वसधाैव कटेु�बकर्म   पूहुचाने का लीक्ष्र्य रखा है। पूर्यावरर्ण से स�ब�तिधार्ता फैसलीे हं र्या
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        की भांावना के साथा तिवदेशं र्मं भांी भांारर्ताीर्य तिहर्तां के साथा-साथा   भांारर्ताीर्य स�स्कृतिर्ता के स�रक्षार्ण के, देतिनर्या भांर र्मं भांारर्ता की सर्म�
                                                                                                           ृ
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        र्मानवर्ताा के क�र्यार्ण की सोच का नर्ताृत्व तिकर्या। तिडतिजटेली क्राा�तिर्ता से   तिवरासर्ता और सभ्र्यर्ताा को नर्या स्वरूपू तिर्मलीा है। प्रधाानर्म�त्राी ने
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        लीेकर खलीे र्मं शौच से र्मल्किक्र्ता, कोतिवड के स्वदेेशी टेीकं से अपूने   अपूने सावमजतिनक जीवन र्मं सदेैव लीोगौं के भांीर्तार आका�क्षााए� पूदेा
                                                                                                           ै
        नागौरिरकं के साथा-साथा तिवश्व र्मानवर्ताा को सुरतिक्षार्ता करना, तिनर्यामर्ता   की है और उसे पूूरा करने के तिलीए जन-जन को प्रेरिरर्ता तिकर्या है।
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        र्मं रिरकॉडड वति� र्ताक पूह�चना, र्ये कछो ऐसी उपूलील्कि�धार्या� हं तिजस  े  आज देेश की रीतिर्ता-नीतिर्ता बदेलीी है और नई पूर�पूराए� उदेीर्यर्मान
        अर्ताीर्ता र्मं अस�भांव र्मानकर तिनर्यतिर्ता के भांरोसे छोोड़े तिदेर्या गौर्या थाा।   हुई हं र्ताो र्यह प्रधाानर्म�त्राी र्मोदेी की तिवतिशष्टे कार्यमशैलीी की वजह से
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        अ�तिर्तार्म छोोर पूर बठे व्र्यल्किक्र्ता र्ताक सवाओं और र्योजनाओं की पूहु�च,   ही है। त्वरिरर्ता तिनर्णमर्य, र्ताीव्र गौतिर्ता से कारमवाई, गौा�व-गौरीब की तिफक्रा,
        इ�फ्राास्ट्रक्चर और पूरिरर्योजनाओं को सर्मर्यब� र्तारीके से पूूरा करना,   र्ताकनीक के साथा तिवकास और जीवन स्र्तार र्मं सुधाार, आज र्यथााथाम
                                                                                                        े
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        हर नागौरिरक र्ताक बतिनर्यादेी सतिवधााए� पूहुचाना, प्रधाानर्म�त्राी र्मोदेी के   हो रहे हं। उन्हंने 2047 र्ताक एक र्मजबर्ता, सर्म�, सर्मावशी और
                                                                                         ृ
        शासन र्मं सकारात्र्मक बदेलीाव के उदेाहरर्ण हं। आज तिवज्ञाान और   तिवकतिसर्ता भांारर्ता बनाने के तिलीए अर्मर्ता काली के रूपू र्मं राष्ट्र को
        र्ताकनीक भांारर्ता के तिवकास का ऐसा उपूकरर्ण बना है तिक प्रशासतिनक   एक नर्या स�क�पू तिदेर्या है। उसे साकार करने के तिलीए जन-जन
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        सुधाार, तिबजलीी, रली सुधाार, भ्रष्टेाचार पूर अ�कुश, टेैक्स पूारदेतिशमर्ताा,   को प्रेरिरर्ता भांी तिकर्या है।
                                                                                                             ं
        जीएसटेी से एक देेश-एक टेैक्स, ल्किस्कली इ�तिडर्या, स्टेाटेडअपू इ�तिडर्या,   का�तव्या पथ काो जेीवाने पथ बनेा बी�े काुछ वार्षों मे
        तिडतिजटेली इ�तिडर्या, तिकसानं-र्मतिहलीाओं के तिहर्ता र्मं कदेर्म, तिशक्षाा के   प्रधाानेमेत्राी नेरांद्र मेो�ी काे नेे�ृत्वा में रााष्ट्र नेे तिनेर्णाातयाका फैै�लीे
                                                                      ं
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        क्षात्रा र्मं बदेलीाव से लीेकर रक्षाा आधातिनकीकरर्ण और देशकं से ली�तिबर्ता   तिलीए, �ातिका एका मेजेबू� नेंवा काे �ाथ जेब �ेश अपनेी
                                                                                     ं
        ऐसी पूरिरर्योजनाए� साकार हो रही हं, जो पूहलीे अस�भांव लीगौर्ताी थाी।   स्वा�त्रा�ा काी 100वां वार्षोगांाठ मेनेा राहाा हाो �ब तिवाकाा�शीली
                                                                                   त
                                                                   ं
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          कंद्र सरकार ने तिवतिभांन्न उपूतिक्षार्ता सर्महं का सशक्र्ताीकरर्ण   �े तिवाकाति�� �शं काी का�ारा में खड़ाा हाो �काे भारा�। ऐ�े
                                       ू
        सतिनल्किश्चर्ता कर उन्हं सार्मातिजक सुरक्षाा कवच प्रदेान तिकर्या है, र्ताातिक   में जेब पहालीे गांजेराा� काे मेुख्यामेत्राी औरा अब प्रधाानेमेत्राी काे
                                                                                        ं
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                                                                                                      त
        वे भांी आत्र्मतिनभांमर हो सके। कंद्र सरकार ने हर्मशा इस बार्ता पूर   रूप में अनेवारा� जेाराी उनेकाी शा�ने याात्राा 25वां वार्षो में प्रवाेश
                                           े
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        र्ध्र्यान कतिद्रर्ता तिकर्या है तिक कोई भांी व्र्यल्किक्र्ता तिवकास की राह र्मं पूीछोे   कारा राहाी हाै �ो आइए जेाने�े हां प्रधाानेमेत्राी काे रूप में उनेकाी
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                                                                                                    ृ
        न छोटे जाए, इसतिलीए बीर्ताे कछो वषां र्मं जनक�र्यार्ण से जगौक�र्यार्ण   �राकाारा काे ऐ�े 25 तिनेर्णातया जेो बने गांए हां अमे� याात्राा काा
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                                                                             ृ
        की सोच प्राथातिर्मकर्ताा बनी है। र्यही कारर्ण है तिक अब सरकार ने   आधाारा औरा अमे� कााली काे �काल्प काो �ाकाारा कारानेे काा
                                                                                        ं
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        अर्मर्ता काली र्मं सभांी र्योजनाओं का लीाभां शर्ता-प्रतिर्ताशर्ता लीोगौं र्ताक   तिवाकाा�रूपी �ंस्काारा�...
                                                                                    न्यूू इंंडि�यूा समााचाार | 1-15 अक्टूूबर 2025  9
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