Page 6 - NIS Hindi February1-15
P. 6

समाचार-सार



                           भारत बनेगा वििौनों का गिोबि


                           वववनमामाण हब, ‘टॉयकाथॉन’ िांच



                        अब  भारत  में  हली  नए  और  अनूठे  प्रकार  के

                        नखलौनों के उतपादन को बढ़ावा देने के नलए
                                                  यु
                        केंद्र सरकार ने टॉरकाथॉन कली शरुआत कली
                        है।  इस  अनभरान  में  छात्र,  नशक्षक,  नवशेषज्ञ
                                      यु
                        और ट्टाट्टअप से जड़े लोग एक मंच पर आकर
                        नए-नए प्रकार के नखलौने और ‘गेम’ बनाने
                        को  लेकर  नवचारों  का  आदान-प्रदान  करेंगे।   अरब अमेररकली डॉलर वाले नखलौना बाजार को
                                                                     यु
                        भारत  में  अभली  80  फलीसदली  नखलौने  आरात   जोड़ते हए 33 करोड़ छात्रों को इस नए कौशल
                        होते हैं, ऐसे में नखलौना नवननमायाण के क्षेत्र में   से जोड़ने का भली खाका तैरार नकरा गरा है।
                        देश  को  आतमननभयार  बनाने  के  नलए  सरकार   टॉरकाथॉन के नवजेताओं को सरकार 50 लाख
                                                                          यु
                        देश में हली काम कर रहे उद्ोगों को बढ़ावा दे   रु. तक का परट्कार भली देगली। इसके नतलीजे
                        रहली है। इसके नलए आधा दजयान मंत्रालरों को   23-25 फरवरली को आएंगे।
                        इस अनभरान से जोड़ा गरा है। इसके तहत 1









        पूरे देश में अब वमसड कॉि से                            देश में ऑकसीजन की उपिबधता के


        होगी एिपीजी ररविि बुवकंग                               विए पीएम-केयसमा की बडी पहि

                                                       ू
        आम  लोगों  का  जलीवनरापन  आसान  बनाने  कली  नदशा  में  महतवपणया   देश भर में ननबायाध ऑकसलीजन सपलाई के नलए पलीएम-केरसया फंड न  े
                                                                                 ं
        कदम उठाते हए केंद्र सरकार ने रसोई गैस उपभोकताओं के नलए एक   बड़ली पहल कली है। प्रधानमत्रली नागररक सहारता और आपात राहत
                  यु
                            ऐसा कॉमन नंबर जारली नकरा है, नजस                           कोष (पलीएम-केरसया) से इसके
                                                    यु
                            पर नमट्ड कॉल देते हली नसलेंडर बक हो                        नलए  201.58  करोड़  रुपरे
                                   ं
                            जाएगा। इनडरन ऑरल के ग्ाहकों को                             जारली नकए गए हैं। इससे देश के
                            8454955555  नंबर  पर  रह  सयुनवधा                          नवनभन्न राजरों के ट्वाट््थर केंद्रों
                                                                                              े
                                             यु
                                                                                                    ं
                            नमलेगली।  ओनडशा  के  भवनेशवर  में  इस                      में 162 प्रशर स्ट्वग एडसोपयाश्न
                            नंबर से ररनफल हली नहीं, नए कनेकशन भली                      (पलीएसए) मनडकल ऑकसलीजन
                                                                                                े
                                                                                                ं
                            नमलेंगे। नए कनेकशन वालली सयुनवधा का                        जेनरेशन पलाटस ट्थानपत होंगे।
        नवट्तार आने वाले समर में देश भर में नकरा जाएगा। आईवलीआरएस                      इससे  देश  के  32  राजरों-केंद्र
        पर नमट्ड कॉल कली सयुनवधा से अब ततकाल बयुनकग होगली, ग्ाहकों को   शानसत प्रदेशों में 154.19 मलीनरिक टन क्षमता वाले पलाट लगाए
                                                                                                       ं
                                          ं
                                                                                                        ू
        लंबे समर तक कॉल होलड नहीं करना होगा और इस सयुनवधा के नलए   जाएंगे। कोरोना के इस दौर में ऑकसलीजन कली ननबायाध आपनतया एक
                        यु
                                                    यु
        ग्ाहकों को कॉल का शलक भली नहीं लगेगा। अब ऐसे ग्ाहक जो बजयुगया हैं   बड़ली जरूरत है, ऐसे में पलीएम-केरसया कली पहल ऑकसलीजन उतपादन
                                                यु
        और आईवलीआरएस से पररनचत नहीं हैं, उनका भली जलीवन सगम होगा।   कली क्षमता बढ़ाने कली नदशा में महतवपणया कदम सानबत हाेगली।
                                                                                        ू
          4  न्यू इंडिया समाचार
   1   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11