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आवरण कथा कोरोना से तनणा्भयक जंग
अ क्र इतिी बड़ी ऐनतहान्क ्फलताओं की वयाखया के नलए शाबबदक उप्माएं क्म पड़ जाती हैं।
्वह री ऐ्ी आपदा ्े बाहर निकलिे की ्फलता नज्िे द् ्महीिे ्े बच्, बड़े, बुजुग्भ, ्मनहलाएं
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पशु-पक्षी ्बके जी्वि को प्ररान्वत नकया हो। इतिे क्म ््मय ्में एक ही देश ्में दो स्वदेशी ्वैक्ीि
का ्ाकार होिा नक्ी च्मतकार ्े क्म िहीं। ्च्मुच यह दुल्भर है, लेनकि रारत की दृढ इचछाशबकत
और 102 ्ाल पहले आई सपैनिश फलयू के बारीक अधययि ्े बिाई गई कारगर रणिीनत िे आपदा
को इ् कदर अ्व्र ्में बदला नक दुनिया दांतो तले उंगनलयां दबािे को ्मजबर है। पहले लोगनों के जी्वि की रक्षा का
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्ंकलप और नफर आनथ्भक गनत को रफतार देिे की रणिीनत के बाद ्वैक्ीि की उम्मीद को हकीकत ्में बदलते हुए रारत
की कोरोिा ्े जंग अपिे निणा्भयक पड़ा्व पर पहुंच गई है। न्वज्ाि, तकिीक और शोध को आधार बिा कर अब रारत
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्माि्वता की ््वा के नलए स्वदेशी ्वैक्ीि के ्ाथ दुनिया का िेतृत्व और जी्वि की रक्षा करिे को री तैयार है।
ऐसे हआ पूिावाभयास… ्ावक सहज हो टमीकाकरण
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राषट्वयापी अभया् के तहत ्री 33 वैकसीन के विए प्रवशक्षण के
राजयनों और ्ंघ शान्त प्रदेशनों के 736 साथ ऐसे तैयार हुआ तंत्
नजलनों ्में 3 चरणनों ्में कोरोिा ्वैक्ीि देिे
का पयू्वा्भभया् नकया। 16 जि्वरी ्े शुरू हुए ्वैक्ीि
अनरयाि के नलए केंद्र िे ्री राजयनों
हर नजले िे तीि या जयादा सथािनों पर पयू्वा्भभया् नकया, नजि्में के ्ाथ 26 ्वचु्भअल ्मीनटंग और
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्ा्व्भजनिक स्वासरय ्न्वधाएं, निजी असपताल और ग्ा्मीण या प्रनशक्षण काय्भरि्म नकए।
शहरी आउटरीच सथाि शान्मल थे। 2,360 61,000
नजला कलेकटरनों की देिरेि ्में यह पयू्वा्भभया् राजय, नजला, बललॉक
n ्मासटर ट्ेि््भ हजार प्रोग्ा्म
और असपताल सतर के अनधकाररयनों को कोन्वि-19 रोल आउट के तैयार नकए ्मिेज््भ तैयार
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्री पहलुओं ्े अ्वगत करािे के नलए ्ंचानलत नकया गया। 02 3.7
इ्का उद्शय बललॉक, नजला और राजय सतर पर नियोजि,
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n लाि ्वैक्ीिेटर लाि ्वैक्ीिेशि
नरियान््वयि और ररपोनटिंग के नलए को-न्वि एपलीकेशि के उपयोग जो टीका लगाएंगे के नलए ्हयोगी
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और इसते्माल की ्मजबती का आकलि करिा था।
एक टी्म ्में 1 ्वैक्ीिेटर और 4
्हयोगी शान्मल नकए गए हैं।
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दननरा के सबसे बड़े टलीकाकरण के इस अनभरान के साथ हली इनतहास में जबनक भारत बारोटेक से कोवस्कसन कली 55 लाख खराक खरलीदली गई है।
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भारत के नलए 16 जनवरली 2021 को ट्वणायाक्षरों में नलखा जाएगा। आपदा नजसकली औसत कलीमत 206 रु. सरकार को पड़ेगली।
को अवसर में बदलने का उमदा उदाहरण पेश करते हयुए भारत ने कोराना दुतनया की उममीद बना भारि
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जैसली वस्शवक महामारली के नखलाफ सबसे बड़ा टलीकाकरण अनभरान शरू
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नकरा है। प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली ने वचअल माधरम से सभली राजरों के नवशव कली 60 फलीसदली वैकसलीन भारत में हली बनतली हैं। देश के पास हर साल
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3 हजार से अनधक टलीकाकरण सेंटर पर इस अनभरान को लांच नकरा। बच्ों और गभयावतली मनहलाओं को 65 करोड़ टलीका लगाने का अनभव है।
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कोनवड-19 टलीकाकरण के नलए भारत सरकार पूरली तरारली के साथ आग े ऐसे में दयुननरा के सामने अनभवली भारत सबसे बड़ली उममलीद कली नकरण है।
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बढ़ली है। इसके नलए केंद्र सरकार ने सलीरम इट्टलीट्ट ऑफ इनडरा, पण े वैकसलीन ईजाद करने वाले देशों में भारत अग्णली है। उसके ज्ञान-नवज्ञान-
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से कोवलीशलीलड कली 110 लाख खराक 200 रु. प्रनत खयुराक पर खरलीदली है। कौशल कली दननरा भली मरलीद है। अगर दननरा के 28 देशों में एडलमैन रिट्ट
न्यू इंडिया समाचार 7