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नया सवेरा    अ्थजावय्वस्था बदला्व की शुरुआत
                   नई उम्मीद

                        कॉर्पोरेट टैकस                                इनसॉलवेंसमी बैंकरपसमी

                         कंपकनयों पर बोझ कम                           देनदारों पर सखती, घ्ा एनपीए

                                                                              यु
           पहले ्रेलू कंपननरों को 30% कॉपपोरेट टैकस देना होता था। इसके   जब कोई देनदार कजया चकाने में असमथया हो जाता है तो उसके विारा नलरा
           अलावा सरचाजया अलग से। अब इसे ्टाकर 22% कर नदरा गरा।   गरा कजया को नॉन परफॉनमिंग एसेट (एनपलीए) कहा जाता है। नकसली
                                                                                  यु
          प्रभावली दर के साथ सरचाजया और सेस के साथ रह 25.17 फलीसदली है।   कारोबारली विारा बैंकों का कजया चकता न नकरे जाने का असर देश कली
                                               यु
           इससे पहले भारत में कॉरपोरेट टैकस कली प्रभावली दर दननरा में सबसे   अथयावरवट्था पर पड़ता है। इससे ननबटने के नलए सरकार ने वषया 2016
                                                                                  ें
           जरादा थली। इससे वरापार को सलीधा फारदा होगा। नवननमायाण इकाइरों   में नदवानलरा कानून (इनसॉलवसली बैंकरपसली कोड) लागू नकरा था। नए
         को फारदा होने से ननवेश के साथ रोजगार कली नई संभावना पैदा होंगली।  कानून कली वजह से एनपलीए ्टकर 9% से कम पर आ गरा।


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         ईज ऑफ डूइंग हबजनेस             ईज ऑफ डूइंग नबजेनस कली रैंनकग में भारत ने जबरदट्त छलांग लगाई है। वलड्ट बैंक कली ररपोट्ट के
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                                                                            यु
         कारोबारी सुगमता में आगे        मतानबक, भारत 14 पारदान चढ़कर 63वें ट्थान पर पहंच गरा है। नपछले साल भारत इस सूचली में 77वें
                                                                             यु
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                                        नंबर पर आ गरा था। दननरा के हर देश में कारोबार कली सगमता को इस पैमाने के जररए हली देखा जाता है।
        नोटबंदमी: अथजावयवसथा ्ें ्पारदहशजाता                हवदेशमी हनवेश: नए ररकॉड्ट ्पर भारत
        के हलए कांहतकारमी कद्                               n  केंद्र सरकार कली आनथयाक नलीनतरों का भारत में कारोबारली सगमता के
                                                                                                      यु
          भारत को कैशलेस अथयावरवट्था बनाने के नलए 8 नवंबर 2016   नलए उठाए गए कदमों का असर है नक नपछले 5 सालों में नवदेशली
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                                                                                   यु
           को नलरा गरा नोटबंदली रानली नवमयुद्रलीकरण का फैसला न नसफ्फ देश   ननवेश में जबरदट्त बढ़ोतरली हई है।
           कली प्रगनत का आधार बना है बस्लक कालाधन को कम करने और   n  2008-14 में 231.37 अरब डॉलर कली तलना में 2014-20 में
                                                                                           यु
           पारदनशयाता लाने में कांनतकारली कदम सानबत हो रहा है।  नवदेशली ननवेश प्रवाह में 55 फलीसदली कली वृनद्ध हई है। वषया 2019 में
                                                                                              यु
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        n  नोटबंदली से ईमानदार संट्कनत को बढ़ावा नमला और आरकर ररटनया   नवदेशली ननवेश हानसल करने वाले देशों में भारत का नौवां ट्थान था।
           फाइल करने वालों कली संखरा 4 करोड़ से बढ़ 6.79 करोड़ हई।   n •  कोरोना संकट के बावजूद 2020-21 के अप्रैल-अगट्त में 27.1
                                                   यु
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          2014-15 में शद्ध प्रतरक् कर सग्ह 695792 करोड़ से बढ़कर   अरब डॉलर का नवदेशली ननवेश आरा है। नपछले नवत् वषया कली समान
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        n
           1050678 करोड़ रु. हआ। 3 लाख करोड़ रु. बैंनकग नसट्टम में वापस।  अवनध में नवदेशली ननवेश से रह 16 फलीसदली जरादा है।
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                                               नई उम्मीदें


                                   n केंद्र सरकार ने जलीएसटली नसट्टम को को लचलीला   करने वालों कली संखरा में इजाफा हयुआ है।
                                     बनाकर राहत देने के नलए लगातार पहल कली हैं।
                                                                                 ं
                                     पहले जो औसत टैकस दर 14.4% थली वह अब   n प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली कली पहल पर नकए गए नए
                                                                              यु
                                     11.8% है।                               सधारों के बाद अब आरकर दाता कली नकसली भली
                                                                             नशकारत का ननराकरण फौरन करने कली वरवट्था
                                   n इसे और लचलीला बनाने का प्ररास लगातार जारली   कली गई है। इसके साथ अब फेसलेस असेसमेंट कली
                                                                              यु
                                                                                    यु
                                     है। इस नसलनसले में जलीएसटली काउनसल कली अभली   शरुआत हई है।
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                                     तक 13 बैठकें हो चकली हैं।
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                                                                          n • जनधन रोजना के तहत नदसंबर तक 41 करोड़
                                   n सधारों का हली असर है नक कोरोना काल में   38 लाख से जरादा बैंक खाते खोले गए हैं।
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                                     अनलॉक के बाद अकटूबर और नवंबर महलीनों में
                                                                                          यु
                                                                                               यु
                                     लगातार जलीएसटली कलेकशन 1 लाख करोड़ रुपरे   n जब इस रोजना कली शरुआत हई थली तब लक्र था हर
                                     से ऊपर रहा है।                          पररवार में कम से कम एक सदट्र का बैंक खाता
                                                                             हो। इससे आगे बढ़कर अब पररवार के हर वरट्क
                                          यु
                                   n टैकस सधार के बाद भारत में आरकर ररटनया दारर   सदट्र का बैंक खाता खोलने का लक्र तर।


          26  न्यू इंडिया समाचार
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