Page 4 - NIS Hindi January1-15
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नया सवेरा
नई उम्मीद
संपादक की किि से...
स़ादर नमसक़ार।
आप सभी को नववषमा की बहुत-बहुत शुभक़ामऩाएं। यह स़ाि देश-दुननय़ा सबके निए ख़ास है
कयोंनक हम नए दशक के पहिे स़ाि में प्रवेश कर रहे हैं तो बीते दशक के आनखरी स़ाि की कुछ
े
कड़वी य़ादें हैं नजन्हें हर कोई भूिऩा च़ाहेग़ा। िनकन आपद़ा हमेश़ा अपने स़ाथ कुछ सीख िेकर
आती है, ऐसे में नजररय़ा हमेश़ा आश़ाव़ादी होऩा च़ानहए।
प्रध़ानमंत्ी नरेंद्र मोदी क़ा दृष्टकोण हमेश़ा से आश़ाव़ादी रह़ा है और वे कई मौकों पर कहते भी रहे हैं
नक नगि़ास में आध़ा प़ानी हो तो उसे आध़ा ख़ािी नहीं, आध़ा भऱा हुआ नगि़ास म़ानें। यही वजह है नक
इस आपद़ा को उन्होंने ऐसे अवसर में तबदीि नकय़ा नक आज भ़ारत में आतमननभमारत़ा एक जन आंदोिन
क़ा रूप िे चुकी है और िोग िोकि के निए वोकि होने िगे हैं। कठोर से कठोर ननणमाय िेऩा और
उसे जमीन पर स़ाक़ार करने की सोच क़ा ही नतीज़ा है नक बीते दशक के आनखरी छह स़ाि में सरक़ार
ने नजस तरह समग्र सोच के स़ाथ योजऩाएं और नीनतय़ां बऩाईंं उससे भ़ारत एक नई सुबह देख रह़ा है।
यही नहीं, नए स़ाि में जीवन की सबसे बड़ी उममीद के तौर पर कोरोऩा वैकसीन पहिे चरण में नकसको
नमिेगी, कैसे नमिेगी समेत टीक़ाकरण की पूरी तैय़ारी केंद्र सरक़ार पहिे ही कर चुकी है।
वैसे तो इन वषषों में 450 से जय़ाद़ा योजऩाएं सरक़ार जमीन पर स़ाक़ार कर चुकी है। िनकन हम इस
े
ब़ार आपकी अपनी पनत्क़ा- ‘न्यू इंनडय़ा सम़ाच़ार’ में 21 चुननंद़ा क्त्ों के स़ाथ बत़ाने ज़ा रहे हैं नक
े
कैसे भ़ारत में नई भोर हो रही है और उममीदें उफ़ान म़ार रही हैं।
भ़ारत की सफित़ा नसफ्क देश तक ही सीनमत नहीं है, बष्क 21 वीं सदी के नए दशक में वह
दुननय़ा के निए भी उममीद की नकरण बनकर उभऱा है।
इन उममीदों को स़ाक़ार करने में 130 करोड़ देशव़ानसयों क़ा संक्प पूवमा की तरह ही अपेनक्त है
त़ानक नय़ा सवेऱा देख रह़ा भ़ारत अब नई उममीदों के स़ाथ ननरंतरत़ा बऩाए रखे।
एक ब़ार नफर नववषमा- 2021 की आप सभी को ह़ानदमाक शुभक़ामऩाएं।
अपने नवच़ार और सुझ़ाव हमसे स़ाझ़ा करते रनहए...
पत़ा- बयूरो ऑफ आउटरीच एंड कमयुननकेशन,
सूचऩा भवन, नवितीय ति
नई नद्िी- 110003
ईमेि- response-nis@pib.gov.in
(कुिदीप नसंह धतव़ानिय़ा)
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