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बातचीत राजनार िसंह
भारत ने सभी पड़ोससयों के साथ अपने संबंधों में सुधार सकया है। आपसी सममान
और आपसी सहत का एक संबंध बनाने के सलए अपने दोसतों की मदद करने और
उन्हें समथमान देने में भारत ने हमेशा से भारी सनवेश सकया है।
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ऐसा सरनक्त और ट्थारली वातावरण बनाना जो भारत कली आनथयाक प्रगनत पांच साल में 1.75 लाख करोड़ रु. का सालाना कारोबार हानसल करने
को आगे बढ़ाए। तानक रा्रि ननमायाण के नलए संसाधन नवकनसत हो और का लक्र है। ट्वदेशली नवक्रेताओं से खरलीद के नलए 52 हजार करोड़ रु.
जन आकांक्ाओं को पूरा नकरा जा सके। तलीसरा- हम अपनली सलीमा से का बजट रखा गरा है। 101 ऐसली वट्तयुओं कली सूचली तैरार कली गई नजनके
परे उन क्ेत्रों में अपने नहतों कली रक्ा करने को लेकर अभली भली दृढ़ बने आरात पर प्रनतबंध रहेगा। इस प्रनतबंध से घरेलू उद्ोग को 4 लाख करोड़
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हए हैं जहां हमारे लोग रहते हैं और जहां हमारे सरक्ा नहत जयुड़ते हैं। रु. के कांरिरैकट नदए जाएंगे। रह ऐसली प्रनक्ररा कली शरुआत है नजसमें रक्ा
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चौथा, हम रे भली मानते हैं नक एक गलोबल और आपस में जड़ली दननरा क्त्र का कारापलट करने कली क्मता है। इसके अलावा आपने देखा होगा
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में, एक देश के रा्रिनहत सहली मारने में साझा तौर से जड़े होते हैं। भारत नक रक्ा क्त्र में एफडलीआई कली सलीमा को 74 फलीसदली तक बढ़ाना, उत्तर
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कली नवदेश और सरक्ा कली नलीनत में सबसे महतवपूणया ततव है- पड़ोसली प्रदेश और तनमलनाड में रक्ा कॉरलीडोर कली ट्थापना करना, ननवेश को
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प्रथम (नेबरहड फट्ट्ट)। इस नदशा में 2014 से हली प्रधानमंत्रली नरेंद्र बढ़ावा देने के नलए कई पहल के साथ रक्ा ननवेशक प्रको्ठ कली नवशेष
मोदली जली ने रह सननस्शचत करने में ननजली तौर पर प्ररास नकरा है, तानक ट्थापना करना शानमल है। भनव्र में आतमननभयारता कली नदशा में हमारे
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एक सकारातमक और प्रगनतशलील साझेदारली का माहौल बनारा जाए। प्रधानमंत्रली जली विारा सोचे गए रे और इस तरह के कई दूसरे कदम भारतलीर
इस पहल का नतलीजा आप सबके सामने है। इसमें नसफ्क पानकट्तान हली अथयावरवट्था के नलए अचछा संकेत हैं।
एक अपवाद है नजसका एजेंडा हली आतंकवाद को बढ़ावा देने का है।
वषमा 2018-19 के बजटि में घोसषत सिफेंस कॉरीिोर का
आतमसनभमार भारत असभयान के तहत रषिा षिेत्र में मामला कहां तक पहुंचा?
सवदेशीकरण का कया रोिमैप है?
रक्ा कॉरलीडोर हमारे देश के आनथयाक नवकास और रक्ा
आतमननभयार भारत अनभरान हमारे नलए नसफ्क शबद नहीं, बस्लक औद्ोनगक आधार कली प्रगनत कली नदशा में इंजन का
एक संकलप है। हमारे प्रधानमंत्रली जली ने इस नदशा में 12 मई को काम करने वाला है। इसनलए रह फैसला नलरा गरा है नक
20 लाख करोड़ रुपरे के नवशेष आनथयाक पैकेज कली घोषणा कर इस इस तरह का एक कॉरलीडोर उत्तर प्रदेश में और दूसरा तनमलनाड छु
अनभरान को नदशा दली थली। उनहोंने रक्ा क्त्र में भली आतमननभयारता हानसल में नवकनसत नकरा जाएगा। इसके नलए उत्तर प्रदेश में छह और
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करने कली जरूरत पर जोर नदरा था। रक्ा क्त्र को अगर आप देखेंगे तो तनमलनाड में पांच ट्थानों कली पहचान कर लली गई है। उत्तर प्रदेश में
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इसे पहले से हली ‘मेक इन इंनडरा’ को बढ़ावा देने वाले प्रमख क्ेत्रों के आगरा, अललीगढ़, नचत्रकूट, झांसली, कानपर और लखनऊ, जबनक
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तौर पर नचस्नहत नकरा गरा है। प्रधानमंत्रली ने नसफ्क रक्ा क्त्र में हली 35 तनमलनाड में चेन्नई, कोरमबटर, होसर, सलेम और नतरुनचरापललली
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हजार करोड़ रु. के ननरायात का लक्र हानसल करने कली बात कहली थली इसमें शानमल नकए गए हैं। उत्तर प्रदेश में इस कॉरलीडोर के शभांरभ के
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तानक अगले पांच साल में भारत रक्ा उपकरणों का ननरायातक देश बन समर 3700 करोड़ रु. से जरादा के ननवेश कली घोषणा हई थली नजसमें
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सके। उनके संकलप को साकार करने के नलए रक्ा मंत्रालर लगातार से अगट्त 2020 तक 883 करोड़ रु. का ननवेश नकरा जा चका है।
कदम उठा रहा है। अगर इस अनभरान के नलए उठाए गए कदमों को उत्तर प्रदेश सरकार ने रक्ा-एकसपो 2020 के दौरान इसके नलए 23
देखें तो अभली तक हमने एक रक्ा उतपादन एवं ननरायात प्रोतसाहन नलीनत एमओरू हट्ताक्र नकए हैं नजससे 50 हजार करोड़ रु. के ननवेश का
2020 ड्ॉफट तैरार कली है, नजसका उद्शर रक्ा नवननमायाण उद्ोग के अनमान है। इसली तरह तनमलनाड में भली 3100 करोड़ रु. से अनधक
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सामने सेना कली जरूरतों को जरादा सामने लाना है। इसके तहत राजट्व का के ननवेश कली घोषणा कली गई है नजसमें से 808 करोड़ रु. का ननवेश
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25 फलीसदली ननरायात का लक्र तर नकरा गरा है। इस नलीनत के तहत अगले हो चका है। n
न्यू इंडिया समाचार 27