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बातचीत राजनार िसंह
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आधसनकीकरण का हर प्रयास भारतीय सेनाओं को भसवष्य
के सलए तैयार करने की सदशा में आगे बढ़ाया एक और कदम
है। ये देश को अपनी रषिा ज़रूरतों के मामले में तेजी स े
आतमसनभमार बनने में मदद भी कर रहा है।
रषिा मंत्री बनते ही आपने सबसे पहले ससयासचन का दौरा सकया और
वहां के जवानों के पररवारों को पत्र सलिने की शुरूआत की थी। ऐसा
करते हुए अब तक कैसा अनुभव रहा आपका?
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जब मैंने रक्ा मत्रली के रूप में कारभार संभाला तो सबसे पहले नसरानचन जाने का
फैसला नकरा। रह मेरे नलए करलीब से रह देखने का अवसर था नक अपने देश कली
सरहदों कली सयुरक्ा के नलए हमारे जवान मयुस्शकल मौसम और दूसरली कनठनाइरों का
नकस बहादयुरली से सामना कर रहे थे। वे तमाम मयुस्शकलों के बावजूद देश के प्रनत
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अपने कतयावर का पालन कर रहे थे। मैं उनह सलाम करता हं। कतयावर कली राह पर
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उनके विारा नदए गए इन बनलदानों के नलए हम सदा उनके आभारली रहेंगे।
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नवकनसत करने में भली डलीआरडलीओ कली अहम भूनमका है। इसमें अननि और एक ओर अपनली सलीमाओं को सरनक्त रखने के हमारे संकलप पर नकसली
पृ्थवली सलीरलीज जैसे रणनलीनतक नसट्टम, हलके लड़ाकू नवमान तेजस, मलटली को भली संदेह नहीं होना चानहए, वहीं भारत रह भली मानता है नक आपसली
बैरल रॉकेट लांचर नपनाका, एरर नडफेंस नसट्टम आकाश और राडार आनद सममान और संवेदनशलीलता हली पड़ोनसरों के साथ शांनतपूणया संबंधों का
कली बड़ली शखला सफल ट्वदेशली नवकास कली पहचान बनली है। उतपादन के आधार है। चूंनक हम बातचलीत के जररए मौजूदा स्ट्थनत को हल करना
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क्त्र में देश को आतमननभयार बनाने और सैनर शस्कत को एक मजबूत ताकत चाहते हैं, इसनलए हमने चलीनली पक् के साथ कूटनलीनतक और सैनर ट्तर
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देने में डलीआरडलीओ ने अहम भूनमका ननभाई है। इससे सैनर शस्कत को पर संवाद को बनाए रखा है। हाल हली में 6 नवंबर को दोनों देशों के बलीच
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एक बड़ली बढ़त नमलली है। रह परानली प्रणालली को अपग्ड करने और नई कमांडर ट्तर कली वाताया चशल में हई थली। इस बैठक में दोनों पक् इस पर
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आधननक तकनलीक को नवकनसत करने में ननरंतर जटा हआ है। हाल हली में रजामंद हए नक दोनों देशों के नेता नजस महतवपूणया सहमनत तक पहंचे हैं
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डलीआरडलीओ के वैज्ाननकों ने नई पलीढ़ली कली एंटली रेनडएशन नमसाइल- रूद्रम, उसे ईमानदारली से लागू करेंगे और रे सननस्शचत करेंगे नक मोचदे पर तैनात
ब्ह्ोस, अभरास, हलीट, ट्माट्ट नाग आनद का सफल परलीक्ण नकरा है। उनकली सेना संरम बरतेंगली। दोनों पक्ों ने इस बात पर सहमनत जताई है
नक वे दोनों ट्तर पर बातचलीत जारली रखेंगे तानक संरयुकत रूप से सलीमावतती
सीमा षिेत्र के कई इलाकों में कई बार तनाव की ससथसत बनी है। क्ेत्रों में शांनत और सौहादया बनाए रखा जा सके। लेनकन रहां मैं ट्प्ट
लेसकन सेना ने माकूल जवाब सदया है। हमारी तैयारी कैसी है? रूप से बता दूं नक हमारली सेनाएं भारत कली संप्रभता और क्ेत्रलीर अखंडता
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आपको राद होगा नक मैंने 15 नसतंबर को लोकसभा में एक बरान नदरा था कली रक्ा के नलए न नसफ्क प्रनतबद् हैं बस्लक आगे नकसली भली स्ट्थनत का
जो लद्ाख में पूवती सलीमा पर हालात के बारे में था। इस साल 15 जून को सामना करने के नलए पूरली तरह मयुट्तैद हैं।
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गलवान घाटली क्त्र में भारतलीर सेना और पलीएलए के बलीच बनली गनतरोध कली सवाल: पिोसी देशों के साथ सीमा सववाद सनपटिारे में पूवमा
स्ट्थनत पर हमारली वाट्तनवक स्ट्थनत को हमने नवट्तार से संसद को जानकारली सरकारों की कया कोई चूक रही है? दोनों देशों के बीच
दली थली। जैसा नक आप जानते हैं, चलीनली पक् विारा जबरन थोपली गई नहंसा का सीमा सववाद सनपटिारे का कया रासता मानते हैं?
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सामना करते हए हमारे बहादर सैननकों ने अपने प्राणों को नरोछावर कर
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नदरा और दशमन को भली चोट पहंचाई। हमारली सशट्त्र सेना का आचरण देनखए, इसके नलए मखर रूप से हमने चार नसद्ांत रेखांनकत
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दशायाता है नक जहां एक तरफ उनहोंने उकसाने वालली हरकतों के बावजूद नकए हैं जो भारत कली रा्रिलीर सरक्ा कली चाह को भनव्र में नदशा
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अपना 'संयम' बनाए रखा, तो भारत कली क्ेत्रलीर अखंडता कली रक्ा करने नदखाएंगे। पहलली बात नक बाहरली खतरों और आंतररक चनौनतरों से भारत
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कली जरूरत हई तो उसली तरह से अपने 'शौयमा' का प्रदशयान भली नकरा। जहां कली क्ेत्रलीर अखंडता और संप्रभता को सरनक्त रखने कली क्मता। दूसरा,
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26 न्यू इंडिया समाचार