Page 38 - NIS Hindi November 16-30
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सकारातमक भारत की कहानी
परंपरा तोडने के साहस से दरली नई राह
नाररयि के पत् और भूसे से हो रहे नए आनवष्कार और कृनष के स्ा््ट अप
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आतमननभ्षर भारत के संकलप को दे रहे हैं नई नदशा
ईंटानगर की स्ट्ीट लाइब्रेरी, नाररयल के पत्रे स बनाई
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शिक्ा का उगता सूरज एंटी फंगल स्ट्रॉ
अरुणाचल प्रदेश नजसे उगते सूरज कली धरतली भली कहा जाता है। इसकली राजधानली आवशरकता आनवषकार कली जननली है। रह आपने बचपन
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ईंटानगर के करलीब ननजलली शहर में नरांग मलीना नाम कली मनहला ने ऐसली अनोखली से लगातार कई मौकों पर सना होगा। इसली को साकार
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ट्रिलीट लाइरिरली बनाई है, जो आसपास के बचिों को न नसफ्क आकनियात कर रहली है, नकरा बेंगलरू के प्रो. साजली वगवीज ने। नारररल पानली
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उनके जलीवन में नए रंग भली भर रहली है। दरअसल अपने आसपास बोड्ट परलीक्ा रा अनर पैनकंग वाले पेर पदा्शों को पलीने के नलए लोग
में छात्रों के खराब प्रदशयान को देख मलीना के मन में कुछ नवचार आए। उनहोंन े पलास्ट्टक के ट्रिॉ का इट्तेमाल करते हैं। लेनकन वगवीज ने
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नमजोरम में देखा ्ा नक ट्रिलीट लाइरिरली नकस तरह बचिों में पढ़ने कली प्रनत रूनच पलास्ट्टक ट्रिॉ कली जगह नारररल के हली पत्ते से परायावरण
पैदा कर रहली है। बस करा ्ा, मलीना ने कोरोना जैसली नवपरलीत पररस्ट््नत में भली
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ननजलली में हली एक ट्रिलीट लाइरिरली तरार कर दली। नयुरांग मलीना को लगता है नक के अनकूल ऐसा ट्रिॉ बनारा है जो जैनवक व एंटली फंगल
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कोनवड कली चयुनौतली के बलीच ऐसली भली चनौतली है नजस पर सभली को धरान देना होगा। भली है। ट्रिॉ के इस बारोनडग्डेबल नवकलप कली सराहना
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ट्रिलीट लाइरिरली के जररए मलीना चाहतली हैं नक इससे बचिों और नकशोरों में न नसफ्क देश हली नहीं, दननरा में हो रहली है। नवशव भर से उनहें
पढ़ने कली आदत बने, बस्लक पढ़ाई के नलए चाहत भली पैदा हो। मलीना कली बनाई इसके नलए ढेरों ऑड्टर नमल रहे हैं। प्रधानमंत्रली नरेंद्र
ट्रिलीट लाइरिरली इलाके के बचिों के बलीच आकियाण का केंद्र बन रहली है, जबनक मोदली नसंगल रूज पलास्ट्टक के इट्तेमाल को रोकने को
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पहले पयुट्तक कली जरूरत होने पर इलाके से दूर बयुक ट्टोर जाना पड़ता ्ा रा आंदोलन बना रहे हैं। इसमें प्रो. वगवीज का आनवषकार न
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नफर सरकारली पयुट्तकालर पर ननभयार रहना पड़ता ्ा। ऐसे में ननजलली कली छोटली सली नसफ्क उस आंदोलन को मजबूतली दे रहा है, बस्लक तटलीर
ट्रिलीट लाइरिरली महज नकताब घर नहीं, बस्लक ऐसा नयुककड़ है नजसमें नई उममलीदों क्त्र को एक नरा जलीवन प्रदान नकरा है। नजससे वहां कली
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का सूरज उग रहा है। कोनवड के इस मयुस्शकल वकत में मलीना कली इस अनोखली ग्ामलीण मनहलाओं को बेहतर आजलीनवका का साधन भली
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पहल को ‘नर इनडरा समाचार’का सलाम। उपलबध हो रहा है। n
36 न्यू इंडिया समाचार