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फलैगसशप योजिा  प्रधािमंत्ी जि आरोगय-आयुषमाि भारत





        राजर और केंद्र शानसत प्रदेश इस रोजना में शानमल हैं।
        दुसिया की सबसे बडी योजिा                                         हमारे देश में, दशकों से, करोडों गरीब
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        रोजना कली महत्ता को इस तरह भली समझा जा सकता ह नक नजतने           िागररक लगातार इस सचंता में रूबे हुए
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        लोग इस रोजना में शानमल हैं, दननरा के 50 से जरादा देशों कली   अपिा जीवि वयतीत कर रहे हैं सक अगर वे बीमार
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        आबादली भली इससे कम ह। 20 मई 2020 को ‘आरयुषमान भारत’ के   पड गए तो कया होगा? कया वे बीमारी का इलाज
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        लाभानथयारों कली संखरा एक करोड़ के पार पहंचली जो नॉववे, नसंगापर   कराएंगे या पररवार के सलए रोटी कमािे की सचंता
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        जसे देशों कली आबादली से दोगनली ह। इस रोजना के दो घटक हैं...  करेंगे? इस संकट को महसूस करते हुए और सचंता
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        1- सवास्थय एवं कलयाण केंद्र                              को दूर करिे के सलए 'आयुषमाि भारत' योजिा
         फरवरली 2018 में, भारत सरकार ने मौजूदा उप केंद्रों और प्राथनमक   शुरू की गई थी। शुरू होिे के महज ऱेढ साल में ही
        ट्वाट््थर केंद्रों को बदलकर 1,50,000 ट्वाट््थर एवं कलराण केंद्र   इस योजिा से गरीबों के 14000 करोड रुपये बच
        बनाने कली घोषणा कली। रह पहल, वरापक प्राथनमक ट्वाट््थर केंद्र   गए।'
        और ट्वाट््थर सेवाओं को लोगों के घरों तक पहंचाने कली कोनशश
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        ह। इन केंद्रों में नन:शलक आवशरक दवाइरां, गर-संचारली रोगों
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        सनहत मातृ और बाल ट्वाट््थर सेवाएँ भली उपलबध हैं।       भुगताि सकए गए दावों की सं्या
        2-प्रधािमंत्ी जि आरोगय योजिा
        इसके तहत देश के 50 करोड़ लनक्त लाभानथयारों को हर तरह का
        इलाज पूरली तरह मफत नदरा जाता ह। रह पूरली तरह से सरकार    आयु वग्  0-1   1-2  2-5  5-12  12-18
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        विारा नवत्त-पोनषत दननरा कली सबसे बड़ली ट्वाट््थर बलीमा रोजना ह।   18-24  24-44  44-64   65+
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        इसके तहत प्रनत पररवार को 5 लाख रुपरे वानषयाक ट्वाट््थर बलीमा
        नदरा जाता ह। रह पूरली तरह से नन:शलक ह। वै                                     मसहलाओं का समला जयादा लाभ
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          इस रोजना कली सबसे बड़ली खानसरत पोटनबनलटली ह जो सयुनवधा
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        अमूमन ननजली ट्वाट््थर बलीमा कंपननरां हली देतली थीं। लेनकन कभली   15.3
        नमो केरर तो कभली मोदली केरर कहली जाने वालली आरयुषमान रोजना          28.9
        में अगर नबहार का कोई वरस्कत कनायाटक में इलाज कराना चाहे तो                        52          48
        इस रोजना के तहत पांच लाख रुपए तक का लाभ ले सकता ह। वै     35.6
        गरीबी रेखा से बचाव का वरदाि
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        गरलीबों के नलए वरदान सानबत हई इस ट्वाट््थर रोजना का सफर                         पुरुर    मसहला    अन्य
        सहज नहीं था। जब 2014 में नरेंद्र मोदली कली सरकार बनली तो नई   कुल- 65,51,993        स्ोत: https://dashboard.pmjay.
                                                                                             gov.in/publicdashboard/
        राषरिलीर ट्वाट््थर नलीनत बनाने कली नदशा में कदम उठारा गरा। नजसमें                    (आंकड़े 30 अगसत 2020 तक)
        रह पारा गरा नक नकस तरह इलाज के खचया कली वजह से रनद कजया
        लेते हैं रा जमलीन बेचते हैं, उससे देश के लगभग 6.3 करोड़ नए   के बलीच देशभर में मौजूद 44 हजार से जरादा हेलथ एंड वेलनेस
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        लोग गरलीबली रेखा के नलीचे चले जाते हैं। इसनलए मोदली सरकार न  े  सेंटर में अकेले जलाई में 44 लाख से जरादा लोगों ने ट्वाट््थर लाभ
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        क्नमक तौर पर राषरिलीर ट्वाट््थर बलीमा रोजना को आगे बिारा और   नलरा ह।
        2018 में ऐसली मह्वाकांक्ली रोजना ने आकार नलरा, जो सरकारली   रोजािा 17 हजार, हर 12वें वयखकत को समल रहा लाभ
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        पसे पर दननरा कली सबसे बड़ली ट्वाट््थर रोजना बन गई। नजसकली   आज देश में रोजाना औसतन 17 हजार से जरादा लोग इस रोजना
        महत्ता कोरोना काल में गरलीबों के नलए नकतनली बि गई हवै इसका   का लाभ ले रहे हैं तो करलीब 12.56 करोड़ लाभानथयारों का ई-काड्ड
        सहज अनयुमान लगारा जा सकता हवै। केंद्र सरकार ने 13 हजार 657   बना ह, उसके नहसाब से लगभग हर 12वां वरस्कत इसका लाभ
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        अनतररकत हेलथ एंड वेलनेस सेंटर कली शरुआत कली। कोरोना संकट   उठा रहा ह। अब तक सबसे जरादा 80 फलीसदली लाभाथती गांव स  े
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