Page 34 - NIS Hindi 2021 November 16-31
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सवास्थय कोहवड से जंग
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ि्थ वकस्य से लेकर वैज्ाहनकों की मेिनत का नतीजा
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देश-दननरा ने वह तट्वलीि देख दांतों तले उंगलली दबा लली, जब बाढ़
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कली भरावहता के बलीच नबहाि जैसे िाजर ने टलीके वालली नाव चलाकि
टलीकाकिर कली िाह नदखाई तो दयुगयाम पहानड़रां, सदूि जनजातलीर
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क्त्र, भाषाई-धानमयाक नवनवधताएं औि चननंदा अफवाहों के बलीच
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टलीकाकिर में भाित ने अभूतपूवया गनत का कलीनतयामान ट्थानपत कि
नदरा। नवनवधता से भिे देश कली कन्ठन भौगोनलक परिस्ट्थनतरों
में जनसंवाद औि जनभागलीदािली नवशव के सबसे बड़े टलीकाकिर
अनभरान का आधाि बन गरा है, जो इस कोनवि जैसली वैस्शवक
महामािली के नखलाफ जलीवन िक्ा औि मानव सभरता को बचाने
का प्रतलीक बनकि उभिा है। 100 किोड़ टलीके के ऐनतहानसक पल
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कली नींव में भाित के वैज्ाननक, फ्टलाइन वकि, हेलथ वकि से
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लेकि उन सभली लोगों का प्ररास शानमल है, नजनकली वजह से रह
ममनकन हो पारा है। तभली तो खद प्रधानमंत्रली मोदली ने नदललली के
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िाममनोहि लोनहरा अट्पताल में 100 किोड़ िोज के ऐनतहानसक
पल के समर हेलथ लाइन वकसया को धनरवाद नदरा तो अपने ‘मन
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कली बात’ कारक्रम में भली ऐसे कई हेलथ वकि के साथ संवाद किते
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हए उनकली कहाननरां साझा कीं। उत्तिाखंि के बागेशवि नजले के
चानली कोिालली सेंटि पि तैनात एएनएम पूनम नौनटराल ने प्रधानमंत्रली
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के साथ संवाद में टलीकाकिर के बलीच उन चनौनतरों का नजक्र नकरा
नजन पि नवजर हानसल कि उत्तिाखंि 100 फलीसदली पहलली कोनवि
वैकसलीन कली िोज लेने वाला िाजर बना है। पूनम ने कहा- “बारिश
से कभली-कभली सड़क बंद हो जातली थली। वैकसलीनेशन के नलए कई बाि
नदली पाि किनली पड़ली। तिाई वाले इलाकों में 8 से 10 नकमली िोज
चलना पड़ा। बावजूद इन कन्ठनाइरों के हमने संकलप नलरा था
100 करोड़ व्सीन डोज का आंकड़ा नक एक भली आदमली बचना नहीं चानहए। घि-घि जाकि लोगों को
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बहुत बड़ा जरुर है, लगकन इससे लाखों वैकसलीन दली है। कई लोगों को इसके नलए समझाना तक पड़ा, लेनकन
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छोर-छोर प्ररक और िवजा से भर देन े हमने अपना लक्र पूिा कि हली दम नलरा।”
वाले अनेक अनुभव, अनेक उदाहरण अपने एक नवशेष लेख में प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली ने भली टलीकाकिर
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जड़ हुए हैं। बहुत सारे लोि पत् कारक्रम कली चनौनतरों का नजक्र किते हए नलखा- “आज तक
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गलखकर मुझसे पूछ रहे हैं गक व्सीन केवल कुछ चननंदा देशों ने हली अपने ट्वरं के टलीके नवकनसत नकए हैं।
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की शुरुआत के साथ ही कैसे मुझे ्ह 180 से भली अनधक देश टलीकों के नलए नजन उतपादकों पि ननभयाि हैं,
गव्वास हो ि्ा था गक इस अगभ्ान वे बेहद सलीनमत संखरा में हैं। रहली नहीं, जहां एक ओि भाित ने 100
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को इतनी बड़ी सफलता गमलिी? मुझ े किोड़ खयुिाक का अनवशवसनलीर रा जादई आंकड़ा सफलतापूवयाक
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्े दढ़ गव्वास इसगलए था, ््ोंगक पाि कि नलरा है, वहीं दूसिली ओि दजयानों देश अब भली अपने रहां
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मैं अपने देश, अपने देश के लोिों की टलीकों कली आपूनतया कली बड़ली बेसरिली से प्रतलीक्ा कि िहे हैं! इसका श्ेर
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क्मताओं से भली-भागत पररगचत हं। भाितलीर वैज्ाननकों औि उद्यनमरों को नदरा जाना चानहए, नजनहोंने
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– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी इस चनौतली का सफलतापूवयाक सामना किने में कोई कसि नहीं
छोड़ली। उनकली उतकृषट प्रनतभा औि कड़ली मेहनत कली बदौलत हली
32 न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021
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