Page 39 - NIS Hindi 2021 November 16-31
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देश पीएम आवास योजना
वो सब जो आपको जानना िानिए...
प्रधानमंत्ी आवास ्ोजना-शहरी (पीएमएवाई- कौन िै ्योजना का पात्र
्ू) ्ानी शहरी मध्म विजा को राहतभरी सौिात n आनथ्भक रूप से क्मजोर िग्भ(ईडबलयूएस): नजस पररिार की
्ह ्ोजना 25 जून, 2015 को लांच की िई िानर््भक आय 3 लाख तक है। ्मकाि साइज 30 िग्भ्मी्टर।
गजसे चार गहससों में बांरा ि्ा है
n क्म आय िग्भ(एलआईजी): ऐसे पररिार नजिकी िानर््भक आय
इि नस्टटू रर-डेिलप्म्ट(आईएसएसआर): इस्में 3-6 लाख रुपए है। ्मधय्म आय िग्भ(ए्मआईजी): ऐसे वयक्कत
ें
01 प्रनत घर एक लाख रुपए की सहायता रानश केंद् नजिकी िानर््भक आय 12 लाख रुपए से क्म है। 2.35 लाख रुपए
क्रेनड्ट नलंक स्क्री्म ्में सक्बसडी न्मल सकती है।
सरकार देती है। प्राइि्ट डेिलपर की ्मदद से स्ल्म
े
बस्ती ्में रहिे िालों का पुििा्भस करिा। n ्मधय्म आय िग्भ(ए्मआईजी)2: ऐसे वयक्कत नजिकी सालािा अाय
02 क्मजोर िग्भ को क्रेनड्ट नलंक सक्बसडी से 18 लाख रुपए से क्म है। िो 2.35 लाख रुपए की क्रेनड्ट नलंक
सक्बसडी का लार ले सकते हैं।
अफॉडडेबल हाउनसंग।
03 पक्बलक प्राइि्ट पा्ट्डिनश्भप ्में हाउनसंग योजिा की n 30 िग्भ ्मी्टर तक का ्मकाि नजस्में पािी, सीिर और शौचालय
े
की सुनिधा शान्मल हो। क्म आय िग्भ(एलआईजी) और आनथ्भक
री शुरुआत की गई है।
रूप से क्मजोर िग्भ(ईडबलयूएस) से संबंध रखते हैं तो 1 लाख
04 गरीब और आ्म लोगों को घर नि्मा्भण के नलए रुपए से 2.30 लाख रुपए बयाज रानश ्में सक्बसडी न्मलती है।
अपिे ्मकाि के पुिनि्भ्मा्भण के नलए 1.5 लाख रुपए तक की
सक्बसडी बढ़ािा।
सहायता न्मलेगी।
आप ऐसे कर सकते हैं आप कॉ्मि सनि्भस सें्टर पर जाकर आधार और फो्टो के साथ 25 रुपए का शुलक चुकाकर या
केगडर गल्ड सकबसडी खुद आनधकाररक िेबसाइ्ट https://pmaymis.gov.in/ पर लॉग इि करके आिेदि कर े
ं
सकते हैं। आधार िंबर और िा्म ररकर िा नसफ्क पात्रता का पता चल जाएगा बक्लक खुलिे िाल
सकीम में आवेदन पेज पर अपिी पूरी जािकारी देकर आिेदि कर सकते हैं।
सफलता की किानी किते आंकड़े
करोड़ घरों को न्मली लाख से अनधक
1.14 ्मंजूरी इस योजिा ्में। 51.8 घर पूर हुए।
लाख घरों का नि्मा्भण लाख करोड़
88.64 काय्भ चल रहा है। 7.52 कुल नििेश।
ं
करोड़ रुपया केनद्ीय सहायता जारी की गई। प्रधाि्मत्री
113179 आिास योजिा के अंत्भगत।
में िह िहे हैं। हमािे जैसे गिलीब परिवािों को पकका मकान बनाने थोपे गए ननरम औि पािदनशयाता कली कमली के चलते लक्र पूिा हली
में सहारता किने के नलए सिकाि का धनरवाद। अब हम इस नहीं हो पारा। वषया 2014 में ननरंत्रक औि महालेखा पिलीक्क कली
यु
मकान के खद मानलक हैं।” गिलीबों को अपना घि देने कली कोनशशें रिपोट्ट में इन रोजनाओं पि सवाल भली उ्ठारा गरा। वहीं, दूसिली
यु
तो देश में कई दशक से चल िहली थीं। लेनकन हि 10-15 साल में ओि लगाताि बढ़तली आबादली औि उसके साथ हली झगगली-झोंपनड़रों
यु
इन रोजनाओं में कुछ जयुड़ता गरा औि नाम बदलते गए। नतलीजा, कली बढ़तली संखरा के बलीच एक बहत बड़ा वगया जलीवन-रापन कली
न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021 37
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