Page 17 - NIS Hindi August 01-15
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     राष्ट्र  कडकजटल इंकड्या
                                                                              ...इधर ्सूरत में प्राकृरतक खेती पर का््षक्रम
                                                                              धरती माता-गौमाता
                                                                              की ्सेवा का अव्सर
                                                                              प्राकृरतक खेती
                                                                               प्राकृरतक खेती न केवि हमारे
                                                                               रक्सानों को आरथ्षक रूप
                                                                               ्से ्सश्त कर रही है बल्क
                गांधीिगर में कई िई पहि                                         हमारी रमट्ी और प्ा्षवर्
                                                                               की भी रक्ा कर रही है। ्सूरत
                                                                               में 10 जुिाई को प्राकृरतक
          रचप्स टू सटाट्डअप             ‘रडरजटि इंरड्ा जेनेर्स्स'              खेती ्सममेिन को ्संबोरधत
          (्सी2ए्स)का््षक्रम            प्रिानमंत्ी ने ‘धरधज्टल इंधर्या        करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
          30 संस्ानरों के पहले समूह की घोषणा   जेनेधसस' (न्ोनमेषी स्टा्ट्डअप के धलए   ने रक्सानों ्से आगे आने और
                      ्य
          की गई। इस का्यरिम के तहत इस   अगली पीढ़ी का सम््यन) - एक राष्ट्ी्य    प्राकृरतक खेती अपनाने का
          समूह को सेमी कंर््टर धिप धनमा्यण   गहन प्ररौद्ोधगकी स्टा्ट्डअप पले्टफॉम्य,   रक्ा आग्रह...
          के क्ेत् में मदद की जाएगी।    लॉनि धक्या।
                                                                               प्र्धािमंत्ी ििेंद्र मोदी िे गुजिात के
                                                                               समूित में प्राकृलतक खेती पि आर्ोलजत
                 ‘रडरजटि इंरड्ा  ‘इंरड्ासटटैक डाॅट गिोबि'                      सममेिि को संबोल्धत लकर्ा।
            भाररनी' का आ्ोजन            ‘इधर्यास्टटैक रॉ्ट गलोबल' का र्ुभारंभ,   सममेिि में पीएम मोदी िे कहा,
                                          ं
            भारती्य भाषाओं को समृद्ध बनाने   इस पर आिार, ्यूपीआई, धरधजलॉकर,    “प्राकृलतक खेती को अपिािा ्धिती
                                               ै
           की पहल। ‘धरधज्टल इंधर्या भाधषनी'   कोध्न ््सीन पले्टफॉम्य, ग्न्यमें्ट   माता की सेवा के समाि है।” असि
                                                 े
               लॉनि धक्या ग्या, जो भारती्य   ई-माकके्टपलस (जीईएम), दीक्ा पले्टफॉम्य   में भाित प्रकृलत औि संसकृलत स  े
                                               ु
            भाषाओं में इं्टरने्ट और धरधज्टल   और आ्यष्मान भारत धरधज्टल स्ास्थ्य   एक कृलि आ्धारित देश िहा है औि
                                                 ु
           से्ाओं तक आसान पहुंि को सक्म   धमर्न की सध्िाएं एक सा्              प्राकृलतक खेती से जुड़ा जि-अलभर्ाि
                               करेगी।   उपलबि हरोंगी।                          आिे वािे वियों में बहुत सफि होगा।
                                                                               र्ही कािण है लक प्र्धािमंत्ी ििेंद्र
         ‘माईसकीम' का िोकाप्ष्                                                 मोदी कहते हैं, “जब आप प्राकृलतक
          प्रिानमंत्ी ने ‘माईसकीम' का लोकाप्यण धक्या। ्यह से्ा खोज का एक मंि है, जो   खेती किते हैं तो आप ्धिती माता की
         सरकारी ्योजनाओं तक पहुंि की सुध्िा प्रदान करता है।                    सेवा किते हैं, लमट्ी की कवालिटी,
                                                                               जमीि की तलबर्त उसकी उतपादकता
         ‘मेरी पहचान' का िोकाप्ष्                                              की िक्ा किते हैं। जब आप प्राकृलतक
         प्रिानमंत्ी ने 'मेरी पहिान'- एक व्यक्त के लॉधगन के धलए राष्ट्ी्य एकल साइन ऑन   खेती से जुड़ते हैं तो आपको सहज
         सुध्िा का भी लोकाप्यण धक्या। नेर्नल धसंगल साइन-ऑन (एन एस एस ओ) एक     रूप से गौमाता की सेवा का सौभागर्
         उप्योगकता्य प्रमाणीकरण से्ा है।                                       भी लमि जाता है।”
                                                                                 े
                                                                                          ू
        वषया पहले शुरू हुआ रह अनभरान, बदलते हुए समर के साथ खुद को   अगले तलीन-चाि साल में इलकरिॉननक मैनरफैकचरिंग को 300 नबनलरन
                               ं
        नवट्ताि देता िहा है।” निनजटल इनिरा के माधरम से देश भनवषर का   िॉलि से भली ऊपि ले जाने के लक्र पि काम कि िहा है। भाित अब
        भाित, आधुननक भाित, सम्रद् औि सशकत भाित, उस नदशा में आग  े  नचप टेकि से नचप मेकि बनना चाहता है। सेमलीकंिकटसया का उतपादन
        बढ़ने कली तरािली कली तिफ तेज गनत से बढ़ िहा है। इतना हली नहीं भाित   बढ़ाने के नलए भाित में तेजली से ननवेश बढ़ िहा है। n
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                                                                                    न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 अगस्त 2022 15
     	
