Page 9 - NIS Hindi 01-15 December,2022
P. 9

राष्टट्र  सिकिा जागरुकिा सप्िाह
                                                                                                ्क




                  दवकदसत र्यष्ट् के दलए भ्रष््ट्यच्यर मेुक्त भ्यरत



            ें
          कद्री्य सतक्कता आ्योग हर साल सत््यिनष्टठा का संदश िैलान के िलए सतक्कता सप्ताह मनाता है। इस साल
                                                                   ये
                                                          ये
                          ये
            31 अक्टटूबर स 6 नवंबर तक, “एक िवकिसत राष्टट्र के िलए भ्रष्टटाचार मुक्त भारत” िवष्य पर सतक्कता
                                                                                       ये
               सप्ताह मना्या ग्या। इस का्यमाक्रम में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी न भ्रष्टटाचार को लकर कहीं ्यये बातें…...
                                                                       ये
            डवकडस्त भार्त के डलए डवश्वास और डवश्वसनरी्य्ता       का काम हमको करना है।
           महत्वपयूण्ष है। सरकार पर लोगों का भरोसा लोगों के
           आत्मडवश्वास को बढ़ा्ता है। पहले करी सरकारों ने न केवल     एक ऐसरी प्णालरी डवकडस्त करें, जहां भ्रष््टाचार से संबंडध्त
           लोगों का डवश्वास खो डद्या, बल््पक वह लोगों पर भरोसा करने   अनुशासनात्मक का्य्षवाहरी सम्यबद्ध और डमशन मोि में हो।
           में भरी डवफल रहीं।                                    आरोपों पर ज्पदरी फैसला आने से पारदडश्ष्ता और व््यवस्था करी
                                                                 शल्क््त बढ़़ेगरी।
            गुलामरी के लंबे कालखंि से हमें भ्रष््टाचार, शोर्ण और
                                                                                                       ैं
           संसाधनों पर कूंट्रोल करी जो लरीगेसरी डमलरी,उसको दुभा्षग््य से     भ्रष््टाचार के लंडब्त मामलों के आधार पर डवभागों करी रडकूंग
                                                                                                ै
                                                                             ै
           आजादरी के बाद और डवस््तार डमला। इसने इस देश करी कम से   का एक ्तररीका ्त्यार करें और माडसक ्या त्माडसक आधार पर
           कम चार परीडढ़्यों को गंभरीर रूप से नुकसान पहुंचा्या है। लेडकन   संबंडध्त ररपो्ट्ट प्काडश्त करें।
           आजादरी के अमृ्त काल में हमें दशकों से चलरी आ रहरी इस     डकसरी भरी भ्रष््ट व््यल्क््त को राजनरीड्तक-सामाडजक समथ्षन न डमले,
                     यू
           पररपा्टरी को पररी ्तरह से बदल देना है।                हर भ्रष््ट व््यल्क््त को समाज क्टघरे म खड़ा करे, ऐसा माहौल
                                                                                         ें
            मांग-आपयूड्त के अं्तर से पैदा हुआ भ्रष््टाचार, गररीब और   समाज करी भागरीदाररी से बनाना जरूररी है। इसडलए भ्रष््टाचाररी चाह  े
                    ्ष
                                                                                                    ें
           मध््यम वग्ष को सबसे ज््यादा प्भाडव्त कर्ता है। अगर गररीब   डक्तना भरी ्ताक्तवर क््यों ना हो, वो डकसरी भरी हाल म बचना नहीं
                                                                                              े
           और मध््यम वग्ष बुडन्यादरी सुडवधाएं जु्टाने में अपनरी ऊजा्ष खच्ष   चाडहए, ्ये सरीवरीसरी जैसरी संस्थाओं करी डजम्मदाररी है।
           कर्ते हैं, ्तो देश कैसे प्गड्त करेगा।
            सरकाररी ्योजना के हर पात् लाभाथथी ्तक पहुंचना, समाज
           में भेदभाव और भ्रष््टाचार को भरी समाप््त कर्ता है। क््योंडक
            यू
           मलभयू्त सुडवधाओं के डलए लाइन डज्तनरी लंबरी हो्तरी है,   1                                 3
           भ्रष््टाचार करी जमरीन उ्तनरी समृद्ध हो्तरी है।                       अभाव-दबाव
                                                               आधुमनक                            आत्मिनभमारता
            भ्रष््टाचार के डखलाफ सरकार जो इच््छाशल्क््त डदखा रहरी है,   िेक्ोलॉजी   की व्यवस्ा बदलने    का रास्ता।
           वहरी इच््छाशल्क््त सभरी डवभागों में भरी डदखनरी जरूररी है। ्यहरी   का रास्ता।  क तीन मार््ग
                                                                                  े
           इच््छाशल्क््त और ्यहरी भाव हमाररी प्शासडनक व््यवस्था के
           िरीएनए में भरी मजबयू्तरी से बनना चाडहए।
                                                                             ्द
                                                                                 ्द
                         ें
            हमें राजनरीड्तक एजिा पर नहीं चलना है। लेडकन देश के        2     मलभत सुिवधाओं की पररप्दणमाता
                                                                                     ये
                                                                            ्यानी सैचुरशन का लक्ष्य।
           सामान््य मानवरी को जो मुसरीब्तें आ रहरी हैं, उससे मुल्क््त डदलाने

        संचानलत हुई। तकनलीक औि पािदनशयाता का हली असि है नक बलीते   बलीते 8 वषषों से अभाव औि दबाव से बनली व्र्वस्था को बदलने का
                                                                         ैं
                                                                                     ू
        आ्ठ वषषों में केंद्लीर् स्ति पि कोई घोटाला सामने नहीं है।  प्रर्ास कि िहे ह, मांग औि आपनतया के अंति को भिने कली कोनशश
                                               ं
                                        ें
            सतक्कता जागरुकता सप्ताह कार्याक्म म प्रधानमत्रली निद् मोदली   कि िहे ह। लंबे समर् तक बुननर्ादली सनवधाओं औि अवसिों
                                                                     ैं
                                                                                            ु
                                                   ें
                                                       ू
                                                     ें
        ने एक बाि नफि भ्रष्टाचाि के नखलाफ इस ननणायार्क िण म पणया   कली इस कमली को जानबूझकि कार्म िखा गर्ा। इस अंति को
        नवजर् हानसल किने कली अपनली प्रनतबधिता दोहिाई। उन्होंने कहा,   औि चौड़ा होने नदर्ा गर्ा, नजससे एक हाननकािक प्रनतस्पधाया हुई
        “भ्रष्टाचाि औि लोगों कली प्रगनत म बाधा के दो प्रमुख कािण ह -   नजसका कोई परिणाम नहीं नमलने वाला था। इस दौड़ ने भ्रष्टाचाि
                                 ें
                                                      ैं
        र्ानली सनवधाओं कली कमली औि सिकाि का अनावश्र्क दबाव। हम   को पोनषत नकर्ा।”  n
              ु
                                                                                 न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डिसंबर 2022  7
   4   5   6   7   8   9   10   11   12   13   14